पूर्व आईपीएस शिवदीप लांडे अररिया विधानसभा में चुनावी मैदान में उतरे
बिहार के चर्चित और कर्तव्यनिष्ठ आईपीएस अधिकारी शिवदीप लांडे अब अररिया विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ेंगे। सोमवार को अररिया अनुमंडल कार्यालय में उन्होंने अपने नामांकन हेतु एनआर कटवाया। इसके पश्चात उन्होंने बताया कि आगामी शुक्रवार को वे औपचारिक रूप से नामांकन करेंगे।
जनता से अपील – जाति और धर्म से ऊपर उठकर मतदान करें
शिवदीप लांडे ने अपने समर्थकों और जनता से विशेष अपील की कि चुनाव में जाति, धर्म या व्यक्तिगत पहचान से ऊपर उठकर ऐसे प्रत्याशियों को चुना जाए, जो विधानसभा क्षेत्र के सर्वांगीण विकास के लिए काम कर सकें। उन्होंने कहा, “यह समय सोच में बदलाव का है। केवल जाति या धर्म के आधार पर चुनाव नहीं होना चाहिए। विकास और जनता की भलाई को प्राथमिकता दी जानी चाहिए।”
पार्टी पंजीकरण में बाधा, लेकिन चुनाव मैदान में उतरने का निर्णय
पूर्व आईपीएस अधिकारी ने बताया कि उन्होंने हिंद सेना नामक अपनी पार्टी का पंजीकरण निर्वाचन विभाग में करवाने का प्रयास किया था। लेकिन सात माह के बाद भी पार्टी का पंजीकरण नहीं हो पाया। ऐसे में उन्होंने पार्टी की मजबूती और विकास के लिए खुद ही चुनाव लड़ने का निर्णय लिया। उन्होंने कहा कि वे अररिया और मुंगेर जिले के जमालपुर क्षेत्र से चुनाव लड़ने पर भी विचार कर रहे थे, लेकिन अररिया विधानसभा क्षेत्र में उनकी प्राथमिकता रही।
प्रशासनिक अनुभव से चुनावी तैयारी
शिवदीप लांडे ने अपने प्रशासनिक कार्यकाल का हवाला देते हुए कहा कि उन्होंने अररिया जिले में सेवा करते हुए जनता की समस्याओं और क्षेत्र के विकास की आवश्यकताओं को बारीकी से समझा है। अब वे प्रतिनिधि के रूप में जनता की सेवा करने के लिए चुनावी मैदान में उतर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि उनके समर्थक यदि चुनाव में सक्रिय होंगे तो वे व्यक्तिगत रूप से हर अभियान में उनके साथ रहेंगे और प्रचार करेंगे।
चुनावी रणनीति और संभावित प्रभाव
विश्लेषकों का मानना है कि पूर्व आईपीएस अधिकारी के रूप में शिवदीप लांडे का अनुभव और उनके साफ-सुथरे प्रशासनिक रिकॉर्ड उन्हें अन्य उम्मीदवारों से अलग पहचान दिलाएगा। जनता में उनके प्रति विश्वास और सम्मान उनके चुनावी संभावित प्रभाव को और मजबूत कर सकता है।
उन्होंने यह भी कहा कि उनकी प्राथमिकता शिक्षा, स्वास्थ्य और आधारभूत संरचना के विकास पर होगी। साथ ही, स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार सृजन और महिलाओं की सुरक्षा को लेकर विशेष योजनाएँ लागू की जाएंगी।
निष्कर्ष
अररिया विधानसभा क्षेत्र के लिए यह चुनाव सामाजिक और राजनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण होने जा रहा है। शिवदीप लांडे का निर्दलीय रूप में चुनाव लड़ना क्षेत्रीय राजनीति में एक नया आयाम जोड़ सकता है। जनता के लिए यह चुनाव विकल्पों का अवसर भी प्रस्तुत करता है, जिससे वे विकास और पारदर्शिता को प्राथमिकता दे सकें।
शिवदीप लांडे का मानना है कि यदि जनता उनकी सोच और नीतियों पर विश्वास करती है, तो वे विधानसभा में एक सशक्त और निष्पक्ष प्रतिनिधि के रूप में काम कर पाएंगे।