अररिया से अरुण कुमार की रिपोर्ट।
बिहार के अररिया जिले की बथनाहा थाना पुलिस ने अंतरराष्ट्रीय अपराध के एक बड़े मामले का खुलासा किया है। नेपाल के झुमका जेल से फरार दो कुख्यात अपराधियों को पुलिस ने तीन चोरी की मोटरसाइकिल के साथ धर दबोचा है। जबकि एक अन्य अपराधी मौके से भागने में सफल रहा। यह गिरफ्तारी नेपाल और भारत की सीमा पर फैले आपराधिक नेटवर्क पर पुलिस की बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है।
नेपाल में हिंसक झड़प और जेल से फरारी का पृष्ठभूमि
कुछ दिनों पूर्व नेपाल में हुए जेन जी आंदोलन और हिंसक झड़प के दौरान कई अपराधी झुमका जेल से फरार हो गए थे। इस हिंसक झड़प के बाद नेपाल की राजनीति में भी भारी उथल-पुथल मच गई थी। तत्कालीन प्रधानमंत्री केपी ओली की सरकार गिर गई और सुशीला कार्की की नई सरकार बनी। इसी अशांति का फायदा उठाकर झुमका जेल में बंद कई अपराधी जेल से फरार हो गए। इन्हीं फरार कैदियों में दो अपराधी अब भारत के अररिया जिले में पकड़ गए हैं।
गुप्त सूचना पर बनी विशेष टीम
फारबिसगंज के एसडीपीओ मुकेश कुमार साहा ने बताया कि बीती रात बथनाहा थानाध्यक्ष को गुप्त सूचना मिली थी कि कुछ संदिग्ध व्यक्ति चोरी की मोटरसाइकिल लेकर श्यामनगर कजरा मोड़ के पास बिक्री की योजना बना रहे हैं। सूचना मिलते ही एसपी अंजनी कुमार के निर्देश पर एक विशेष छापामारी दल का गठन किया गया।
इस टीम में बथनाहा थाना पुलिस के साथ चुनावी ड्यूटी में तैनात सीएपीएफ के जवानों को भी शामिल किया गया।
छापेमारी के दौरान भागा एक, दो गिरफ्तार
छापामारी दल जब मौके पर पहुंचा तो एक अपराधी पुलिस को देखते ही मोटरसाइकिल छोड़कर भाग निकला। पुलिस ने दो अन्य बदमाशों को मौके से दबोच लिया। पुलिस ने जब मोटरसाइकिल के कागजात मांगे, तो वे कोई दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर सके।
गिरफ्तारी के दौरान
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पिंटू यादव (29 वर्ष, पिता विद्यनंद यादव, निवासी – कप्तानगंज वार्ड 4, जिला सुनसरी, नेपाल) के पास से लाल रंग की अपाची मोटरसाइकिल,
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उमेश कुमार मेहता (28 वर्ष, पिता कृष्णमोहन मेहता, निवासी – कप्तानगंज वार्ड 4, सुनसरी, नेपाल) के पास से काली पल्सर मोटरसाइकिल,
जबकि फरार अनिल यादव (सिनवारी वार्ड 7, देवानगंज, नेपाल) के पास से नेपाली नंबर की होंडा मोटरसाइकिल बरामद की गई।
भारत-नेपाल सीमा पर सक्रिय गिरोह का खुलासा
पूछताछ में गिरफ्तार दोनों अपराधियों ने स्वीकार किया कि वे नेपाल के झुमका जेल से भागने के बाद भारत-नेपाल सीमा क्षेत्र में चोरी और बाइक तस्करी का काम कर रहे थे।
उन्होंने बताया कि भारत से चोरी की गई मोटरसाइकिलों को नेपाल में और नेपाल से चोरी की गई बाइकों को भारत में नंबर प्लेट बदलकर बेचा जाता था।
पुलिस ने बरामद की गई तीन मोटरसाइकिलों की जांच में पाया कि –
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अपाची बाइक बथनाहा के वीरपुर चौक से 10 अक्टूबर को चोरी हुई थी,
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पल्सर बाइक सुपौल के बीरपुर से 12 अक्टूबर को चोरी हुई थी,
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जबकि होंडा बाइक नेपाल से चोरी की गई थी।
गिरफ्तारी अभियान में शामिल पुलिस बल
इस छापामारी में बथनाहा थानाध्यक्ष राजवीर कुमार साहू, एसआई श्यामली कुमारी, एएसआई राजीव कुमार, बथनाहा सशस्त्र बल के जवान और सीएपीएफ के जवानों की भूमिका अहम रही।
एसडीपीओ मुकेश कुमार साहा ने बताया कि फरार अपराधी की तलाश में विशेष टीम गठित कर नेपाल पुलिस से भी संपर्क किया गया है।
पुलिस की सक्रियता से उजागर हुआ अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क
अररिया पुलिस की इस कार्रवाई से न केवल नेपाल में हुए जेल फरारी कांड का एक सिरा पकड़ में आया है, बल्कि भारत-नेपाल सीमा पार अपराधों के नेटवर्क का भी बड़ा खुलासा हुआ है। यह गिरफ्तारी बिहार और नेपाल दोनों की पुलिस के बीच समन्वय की एक बड़ी सफलता मानी जा रही है।