18 अक्टूबर 2025 को गुरु देव का कर्क राशि में गोचर मकर राशि के जातकों के लिए अत्यंत शुभ फलदायक सिद्ध होगा। इस गोचर के दौरान गुरु देव सप्तम भाव में विराजमान होंगे, जो साझेदारी, विवाह और व्यावसायिक सहयोग का प्रतिनिधित्व करता है। गुरु देव की दृष्टि पहले, तीसरे और ग्यारहवें भावों पर होगी, जिससे आत्मविश्वास, संवाद कौशल और सामाजिक नेटवर्क में वृद्धि होगी।
ज्योतिषाचार्य आनंद सागर पाठक के अनुसार, गुरु देव का यह गोचर मकर जातकों के जीवन के सभी क्षेत्रों में सकारात्मक ऊर्जा लेकर आएगा। व्यक्तिगत और पेशेवर जीवन में संतुलन, स्थिरता और सफलता के नए अवसर सामने आएंगे।
करियर और व्यवसाय में लाभ
सप्तम भाव में गुरु देव का गोचर मकर जातकों के करियर और व्यवसाय के लिए अत्यंत लाभकारी रहेगा। यह अवधि व्यवसायिक साझेदारियों को मजबूत बनाएगी और पेशेवर सहयोग में वृद्धि लाएगी। ग्यारहवें भाव पर दृष्टि सामाजिक नेटवर्क और सहयोग से लाभ सुनिश्चित करेगी।
पहले भाव पर गुरु देव की दृष्टि पेशेवर निर्णयों में आत्मविश्वास बढ़ाएगी। तीसरे भाव पर दृष्टि संवाद और समझौते की क्षमता को मजबूत करेगी, जिससे करियर में नए अवसर और उन्नति के मार्ग खुलेंगे। व्यवसायिक भागीदारी और साझेदारी में वृद्धि के चलते मकर जातक नए प्रोजेक्ट्स में सफलता हासिल कर सकेंगे।
वित्तीय स्थिति में सुधार
गुरु देव का यह गोचर वित्तीय दृष्टि से भी शुभ माना गया है। सप्तम भाव पर गुरु देव का प्रभाव जीवनसाथी या व्यवसायिक साझेदार से होने वाले आय स्रोतों में वृद्धि लाएगा। ग्यारहवें भाव पर दृष्टि वित्तीय लाभ सुनिश्चित करेगी, जबकि पहले भाव पर दृष्टि विवेकपूर्ण वित्तीय निर्णयों को बढ़ावा देगी।
तीसरे भाव पर दृष्टि नए आय स्रोत खोलने में मदद करेगी, विशेषकर संचार, यात्रा और कौशल विकास के माध्यम से। इस अवधि में मकर जातक अपने निवेश और वित्तीय योजनाओं में सतर्क और विवेकपूर्ण रहेंगे, जिससे दीर्घकालीन लाभ सुनिश्चित होगा।
परिवार और संबंधों में सामंजस्य
गुरु देव का कर्क राशि में गोचर मकर जातकों के पारिवारिक और वैवाहिक जीवन में सौहार्द और शांति लाएगा। सप्तम भाव में गुरु देव का प्रभाव वैवाहिक जीवन में सामंजस्य और सहयोग सुनिश्चित करेगा।
पहले भाव पर दृष्टि पारिवारिक संबंधों में समझ और सहानुभूति बढ़ाएगी। तीसरे भाव पर दृष्टि भाई-बहनों और निकट संबंधियों के साथ संवाद को सुधारने में सहायक होगी। ग्यारहवें भाव पर दृष्टि मित्रों और सामाजिक नेटवर्क के माध्यम से आनंद और सहयोग लाएगी।
स्वास्थ्य और जीवनशैली
गुरु देव का यह गोचर स्वास्थ्य और ऊर्जा के लिए भी लाभकारी रहेगा। पहले भाव पर दृष्टि शारीरिक शक्ति और सकारात्मक दृष्टिकोण बढ़ाएगी। तीसरे भाव पर दृष्टि सक्रिय जीवनशैली जैसे व्यायाम, योग या ध्यान अपनाने में मदद करेगी। ग्यारहवें भाव पर दृष्टि मित्रों और सामाजिक नेटवर्क की मदद से रोगों से उबरने और मानसिक संतुलन बनाए रखने में सहायक होगी।
मकर जातकों को इस अवधि में संतुलित जीवनशैली और आत्मविनियमन पर विशेष ध्यान देना होगा। अतिव्यक्ति और अनियंत्रित क्रियाओं से बचना लाभकारी रहेगा।
शिक्षा और अध्ययन
मकर राशि के छात्रों के लिए यह गोचर अत्यंत सहायक रहेगा। तीसरे भाव पर दृष्टि संवाद और विश्लेषणात्मक कौशल को तेज करेगी। ग्यारहवें भाव पर दृष्टि समूह अध्ययन, प्रतियोगी परीक्षाओं और छात्रवृत्ति प्राप्ति में लाभ सुनिश्चित करेगी।
पहले भाव पर दृष्टि आत्मविश्वास और ध्यान बढ़ाएगी। व्यवसाय या शिक्षा में साझेदारी करने वाले विद्यार्थियों को विशेष लाभ मिलेगा। यह अवधि विद्यार्थियों के लिए नई उपलब्धियों और सीखने के अवसरों से भरी होगी।
उपाय और पूजा
ज्योतिषाचार्य आनंद सागर पाठक ने मकर जातकों के लिए कुछ सरल उपाय सुझाए हैं:
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गुरुवार को भगवान विष्णु को पीले मिठाई का भोग लगाएँ।
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जरूरतमंदों को हल्दी या पीली दाल दान करें।
ये उपाय गुरु देव की कृपा और आशीर्वाद को आकर्षित करेंगे।
18 अक्टूबर 2025 का गुरु गोचर मकर राशि के जातकों के लिए विकास, समृद्धि और संतुलन का समय लेकर आएगा। विवाह, करियर, वित्त, शिक्षा और स्वास्थ्य के सभी क्षेत्रों में लाभकारी प्रभाव देखने को मिलेगा। मकर जातक इस अवधि में संबंधों को पोषित करने, अनुशासन बनाए रखने और सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाने के माध्यम से इस गोचर का अधिकतम लाभ उठा सकते हैं।
यह गोचर मकर राशि वालों के लिए जीवन में स्थिरता, सफलता और खुशहाली की दिशा में एक महत्वपूर्ण अवसर साबित होगा।