धनतेरस का आगमन और बाजारों की सजावट
हरिद्वार : दीपोत्सव के शुभ अवसर पर धनतेरस का पर्व शनिवार को मनाया जाएगा। शुक्रवार से ही शहर के प्रमुख बाजारों में रौनक का माहौल दिखाई दे रहा है। मोती बाजार, अपर रोड, ज्वालापुर, कटहरा बाजार, रानीपुर मोड और शिवालिक नगर के बाज़ार विशेष रूप से सजाए गए हैं। दुकानों में सोने, चांदी और तांबे के बर्तन, पूजा सामग्री, मूर्तियां और दीये ग्राहकों को आकर्षित कर रहे हैं।
बाजारों में जगह-जगह दीयों की रोशनी, रंगोली और फूलों से सजावट की गई है। दुकानदारों ने आकर्षक छूट और उपहार योजनाओं के माध्यम से ग्राहकों को लुभाने का प्रयास किया है। बच्चों से लेकर वृद्ध जन तक हर कोई इस पर्व की उमंग में शामिल है।
खरीदारी का शुभ मुहूर्त
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, धनतेरस पर खरीदारी का सर्वोत्तम समय शाम 6:20 से रात 8:20 तक है। इस समय किए गए क्रय को अत्यंत मंगलकारी माना गया है। इसके अलावा, दिन के समय भी शुभ क्रय का लाभ लिया जा सकता है।
महंगाई के बावजूद परंपरा का पालन
धर्मनगरी हरिद्वार के बाजारों में महंगाई का असर स्पष्ट दिखाई दे रहा है। सोने और चांदी के दाम पिछले वर्ष की तुलना में अधिक हैं। उदाहरणस्वरूप, पिछले वर्ष जिस मूर्ति की कीमत 1,500 रुपये थी, उसकी वर्तमान कीमत 2,500 रुपये हो गई है। फिर भी लोग परंपरा का पालन करते हुए कम से कम एक शुभ वस्तु खरीदने को प्राथमिकता दे रहे हैं। कई परिवारों ने ऑनलाइन खरीदारी के बजाय स्थानीय दुकानों से ही वस्त्र, बर्तन और आभूषण खरीदे हैं, जिससे शहर के व्यापार को बल मिले।
सुरक्षा और यातायात व्यवस्था
धनतेरस और दीपावली को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल के निर्देश पर हरिद्वार पुलिस ने मुख्य बाजारों में गश्त बढ़ाई है। विशेष सुरक्षा दल ज्वैलर्स और प्रमुख व्यापारिक प्रतिष्ठानों में मौजूद हैं। भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों में ट्रैफिक और पार्किंग प्रबंधन भी सुनिश्चित किया गया है।
आटोमोबाइल बाजार में उत्साह
धनतेरस के निकट आते ही आटोमोबाइल बाजार में भी उत्साह देखने को मिल रहा है। शोरूम संचालकों के अनुसार इस वर्ष बिक्री में लगभग 15 प्रतिशत वृद्धि हुई है। पिछले दो दिनों में हरिद्वार में करीब 60 करोड़ रुपये के वाहन खरीदे जा चुके हैं। दोपहिया, तिपहिया और चारपहिया वाहनों की बुकिंग में भारी उछाल देखने को मिला है।
दीपावली की खरीदारी और व्यापार में सुधार
व्यापारियों का मानना है कि इस बार बिक्री में पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 25 प्रतिशत वृद्धि होने की संभावना है। ग्राहकों की लगातार बढ़ती भीड़ के कारण बाजार देर रात तक खुले रहते हैं। इस प्रकार, दीपोत्सव न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है बल्कि आर्थिक गतिविधियों में भी तेजी लाता है।
धनतेरस का पर्व हरिद्वार में न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि यह व्यापार और स्थानीय अर्थव्यवस्था के लिए भी महत्वपूर्ण अवसर है। सजावटी रोशनी, शुभ मुहूर्त में खरीदारी, सुरक्षा व्यवस्था और आटोमोबाइल बाजार की बढ़ी हुई गतिविधियां दर्शाती हैं कि यह पर्व हरिद्वारवासियों के लिए उमंग और समृद्धि लेकर आया है।