अमृत भारत एक्सप्रेस (16601) के ईरोड से जोगबनी मार्ग पर यात्रा करते समय एक वायरल वीडियो ने रेलवे में कैटरिंग सेवा की सफाई और स्वच्छता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। वीडियो में दिखाया गया है कि ट्रेन के कैटरिंग स्टाफ द्वारा प्रयोग किए गए एल्यूमीनियम डिस्पोजेबल भोजन कंटेनरों को ट्रेन के सिंक में धोते हुए देखा गया। यह वीडियो 19 अक्टूबर 2025 को सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ और यात्रियों के बीच चिंता उत्पन्न कर दी।
16601 Erode–Jogbani Vande Bharat catering staff demonstrating how recycling aluminium food-foil helps sustainability, conserves natural resources, and reduces pollution.
They could’ve reused it without washing, but then, apart from environment, they care about your health too. pic.twitter.com/hIETMjjNPo
— THE SKIN DOCTOR (@theskindoctor13) October 19, 2025
IRCTC ने तुरंत इस घटना की जांच शुरू की और संबंधित विक्रेता की पहचान कर उनके साथ किए गए अनुबंध को समाप्त कर दिया। साथ ही, लाइसेंस रद्द किया गया और 5 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया। IRCTC ने स्पष्ट किया कि इन कंटेनरों को यात्रियों के लिए पुनः उपयोग नहीं किया जा रहा था, बल्कि इन्हें निपटान या स्क्रैप बिक्री के लिए तैयार किया जा रहा था।
रेलवे में स्वच्छता और भोजन सेवा की चुनौतियाँ
यह घटना भारतीय रेलवे में कैटरिंग सेवा की व्यापक चुनौतियों को भी उजागर करती है। पिछले वर्ष रेलवे में 6,600 से अधिक भोजन संबंधित शिकायतें दर्ज की गई थीं। इन शिकायतों में खराब गुणवत्ता, स्वच्छता की कमी और समय पर भोजन वितरण में देरी शामिल थी। हाल ही में कई अनुबंध रद्द किए गए थे, जिनमें यात्रियों को उपयुक्त भोजन उपलब्ध नहीं कराया गया था।
भारतीय रेलवे को सस्टेनेबल बनाने के लिए रील मंत्री का दिल की निचली सतह से शुक्रिया ,
अब खाना पैक करने वाले बॉक्स फेंके नहीं जाते धुल कर वापस इस्तेमाल होते हैं, ऐसे ही प्रदूषण मुक्त और साफ बनेगा इंडिया।
अमृत भारत एक्सप्रेस (16601) pic.twitter.com/XkS0QZIi2e
— खुरपेंच (@khurpenchh) October 19, 2025
IRCTC का त्वरित कदम
IRCTC ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत कार्रवाई की। उन्होंने न केवल अनुबंध समाप्त किया, बल्कि विक्रेता के लाइसेंस को रद्द कर दिया और 5 लाख रुपये का दंड लगाया। यह कदम दर्शाता है कि रेलवे की उच्च गुणवत्ता वाली अमृत भारत जैसी प्रीमियम सेवाओं में स्वच्छता और गुणवत्ता को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाती है।
यात्रियों के लिए संदेश
IRCTC ने यात्रियों से अपील की है कि वे किसी भी प्रकार की भोजन संबंधी समस्या होने पर तुरंत शिकायत दर्ज करें। रेलवे ने यह भी सुनिश्चित किया है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए निगरानी प्रणाली और स्टाफ प्रशिक्षण को और सुदृढ़ किया जाएगा।
रील मंत्री जी, यही है आपकी सुविधा 👇🏼
ये वीडियो अमृत भारत एक्सप्रेस (16601) का है- जहां गंदे डिस्पोजेबल फूड कंटेनर्स को धोकर दोबारा खाना देने के लिए रखा जा रहा है।
जनता से टिकट पर फुल वसूली की जाती है, लेकिन दूसरी ओर ये घटिया हरकत।
शर्म आनी चाहिए। pic.twitter.com/xePX8CKc7O
— Congress (@INCIndia) October 19, 2025
भारतीय रेलवे में सुधार और भविष्य
भारतीय रेलवे ने हाल के वर्षों में कैटरिंग और स्वच्छता में सुधार के लिए कई पहलें की हैं। उच्च गुणवत्ता वाले भोजन और स्वच्छता मानकों को सुनिश्चित करने के लिए नियमित निरीक्षण और तकनीकी निगरानी को बढ़ाया जा रहा है। अमृत भारत जैसी प्रीमियम ट्रेनों में यात्रियों को सुरक्षित और स्वच्छ भोजन प्रदान करने के लिए नए प्रोटोकॉल लागू किए गए हैं।
इस वायरल वीडियो ने न केवल रेलवे प्रशासन को सतर्क किया है, बल्कि यह यात्रियों के बीच स्वच्छता और गुणवत्ता के महत्व को भी उजागर करता है। IRCTC और रेलवे प्रशासन का उद्देश्य है कि भविष्य में कोई भी यात्री भोजन के प्रति असुरक्षा महसूस न करे और सभी प्रीमियम सेवाओं में उच्चतम स्तर की सुरक्षा और स्वच्छता बनी रहे।