गुरुग्राम में गोवर्धन पूजा का उत्सव
गुरुग्राम में गोवर्धन पूजा का त्योहार श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया गया। साइबर सिटी के विभिन्न मंदिरों में अन्नकूट भंडारे का आयोजन किया गया, जिसमें भारी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए।
भक्तों ने भगवान कृष्ण और गोवर्धन पर्वत की विशेष पूजा की और भजन-कीर्तन में भाग लेकर त्योहार की धूम को बढ़ाया। अन्नकूट का भंडारा इस उत्सव का प्रमुख आकर्षण रहा।
मंदिरों में पूजा-अर्चना और उत्सव
सिद्धेश्वर मंदिर, श्री कृष्ण मंदिर, गीता भवन मंदिर, राम मंदिर और राधा कृष्ण मंदिर में गोवर्धन पर्वत की पूजा बड़े उत्साह के साथ की गई। सिद्धेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा।
मंदिर पुजारी ने बताया कि द्वापर युग से चली आ रही इस परंपरा में लोग बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं। इस अवसर पर गाय के गोबर से भगवान श्री कृष्ण का रूप बनाया गया और उसकी विशेष पूजा-अर्चना की गई।
गोवर्धन पूजा का महत्व
कहानी के अनुसार, भगवान श्री कृष्ण ने गोवर्धन पर्वत को अपनी चिटली उंगली पर उठाया था, तभी से इस पर्व का नाम गोवर्धन पड़ा। इस दिन भक्त भजन-कीर्तन, पूजा और अन्नकूट भंडारे में शामिल होकर भगवान कृष्ण की कृपा प्राप्त करने का प्रयास करते हैं।
श्रद्धालुओं की भागीदारी
गुरुग्राम के मंदिरों में लोगों की भीड़ ने इस उत्सव की गरिमा को बढ़ाया। भक्तों ने अन्नकूट प्रसाद ग्रहण किया और भगवान कृष्ण की कथा सुनकर आध्यात्मिक आनंद प्राप्त किया।