स्मिता प्रकाश का आरोप
नई दिल्ली। एशियन न्यूज इंटरनेशनल की संपादक-in-चीफ स्मिता प्रकाश ने वरिष्ठ पत्रकार रविश कुमार पर दोहरे मापदंड अपनाने का आरोप लगाया। स्मिता का कहना है कि रविश कुमार ने मीडिया को ‘गोडी मीडिया’ कहकर आलोचना की, जबकि 2004 से 2014 तक कांग्रेस नेतृत्व वाली यूपीए सरकार के दौरान NDTV में एंकरिंग कर रहे थे।
Smita Prakash slams Ravish 🔥🍿
Smita: Ravish calls everyone Godi Media but he worked in NDTV which was biggest Godi Channel during Congress Govt.
NDTV had special access, they did party at President’s house.
NDTV was not questioning Congress Govt.
Ravish was happily working… pic.twitter.com/Vu6ZACd0Za
— Ankur Singh (@iAnkurSingh) October 23, 2025
प्रकाश ने NDTV को मिली विशेष पहुँच का हवाला दिया, जैसे कि 2013 में राष्ट्रपति भवन में NDTV की वर्षगांठ का कार्यक्रम और इसके संस्थापकों को पद्म पुरस्कार। इसके अलावा, उन्होंने 1999 में पाकिस्तान से प्रसारण को भी उद्धृत किया, जो अटल बिहारी वाजपेयी की शांति पहल के दौरान हुआ था।
रविश कुमार के कामकाज का पक्ष
हालांकि, तथ्यों की जांच से पता चलता है कि UPA शासन के दौरान रविश कुमार ने 2G घोटाला और कॉमनवेल्थ गेम्स घोटाला जैसे बड़े भ्रष्टाचार मामलों की रिपोर्टिंग की, जिससे उनके विरोधियों के कथन कि उन्होंने सरकार की गलतियों पर मौन साध रखा था, खंडित होते हैं।
इस विवाद ने मीडिया आलोचना और पत्रकारों के मापदंडों पर बहस को फिर से ताजा कर दिया है।
स्मिता प्रकाश और रविश कुमार के बीच यह विवाद भारतीय मीडिया के आचार और स्वतंत्रता के संदर्भ में महत्वपूर्ण बहस को जन्म दे रहा है। आलोचना और जिम्मेदार पत्रकारिता के बीच संतुलन बनाना आज भी चुनौतीपूर्ण बना हुआ है।