दिल्ली में वायु गुणवत्ता गंभीर स्तर पर
नई दिल्ली। दिवाली उत्सव के बाद दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 346 तक पहुँच गया, जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है। यह जानकारी सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (CPCB) ने दी।
हालांकि इस वर्ष ग्रीन पटाखों का उपयोग किया गया, फिर भी वायु में प्रदूषण का स्तर चिंताजनक बना हुआ है।
मुख्यमंत्री सचिवालय के लिए एयर प्यूरीफायर
बीजेपी नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार ने मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के सचिवालय के लिए 15 स्मार्ट एयर प्यूरीफायर खरीदे, जिनकी कीमत 5.45 लाख रुपये बताई गई है। यह कदम राजधानी में बढ़ते स्मॉग संकट के बीच उठाया गया।
विपक्ष की प्रतिक्रिया
विपक्षी नेताओं ने इस निर्णय की तीखी आलोचना की और इसे जनता की सुरक्षा की अनदेखी कर अधिकारियों को प्राथमिकता देने वाला कदम बताया। उनके अनुसार, आम नागरिकों को प्रदूषण से बचाने के लिए अधिक व्यापक उपाय करने की आवश्यकता थी।
प्रदूषण का कारण
सरकारी अधिकारियों ने प्रदूषण बढ़ने के लिए पंजाब और आसपास के राज्यों में पराली जलाने को मुख्य कारण बताया। अधिकारियों का कहना है कि दिल्ली में वायु गुणवत्ता पर पड़ने वाले प्रभाव को कम करने के लिए और भी व्यापक कदम उठाने की जरूरत है।
दिल्ली में दिवाली के बाद वायु प्रदूषण गंभीर समस्या बन गया है। एयर प्यूरीफायर खरीदना केवल सचिवालय तक सीमित रह गया है, जबकि आम जनता के लिए पर्याप्त सुरक्षा उपाय अभी भी चुनौतीपूर्ण बने हुए हैं।