🔔 नोटिस : इंटर्नशिप का सुनहरा अवसर. पत्रकार बनना चाहते हैं, तो राष्ट्रभारत से जुड़ें. — अपना रिज़्यूमे हमें digital@rashtrabharat.com पर भेजें।

Gold Silver Price: फिर टूटी सोना-चांदी की चमक, 4100 रुपए तक की बड़ी गिरावट से बाजार में हलचल

Gold Silver Price Today: फिर गिरे सोना-चांदी के दाम, जानें कितनी हुई गिरावट और क्या है नया भाव
Gold Silver Price Today: फिर गिरे सोना-चांदी के दाम, जानें कितनी हुई गिरावट और क्या है नया भाव
अक्टूबर 24, 2025

सोना-चांदी की कीमतों में भारी गिरावट, निवेशकों को राहत

नई दिल्ली। त्योहारी सीजन के बाद सोना-चांदी के बाजार में अचानक ठंडक आ गई है। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) और इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) से मिली जानकारी के अनुसार, सोने के दाम में 2,300 रुपए प्रति 10 ग्राम और चांदी में 4,100 रुपए प्रति किलो तक की गिरावट दर्ज की गई है। पिछले कुछ हफ्तों से जो तेजी देखने को मिल रही थी, वह अब थमती दिख रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस गिरावट के पीछे वैश्विक बाजार में मंदी, डॉलर की मजबूती और घरेलू मांग में कमी प्रमुख कारण हैं।


एमसीएक्स पर सोना-चांदी के नए भाव

शुक्रवार को मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर 24 कैरेट गोल्ड के दामों में 2,169 रुपए की कमी दर्ज की गई। शाम 6 बजे तक सोना 1,21,935 रुपए प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा था, जबकि गुरुवार को इसका भाव 1,24,104 रुपए प्रति 10 ग्राम था।
वहीं, चांदी में 2,708 रुपए प्रति किलो की गिरावट देखी गई और यह 1,45,804 रुपए प्रति किलो पर ट्रेड कर रही थी। एक दिन पहले इसकी कीमत 1,48,512 रुपए थी।


आईबीजेए पर भी सोने-चांदी में गिरावट का असर

इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) के मुताबिक, 24 अक्टूबर को सोना 1,1,518 रुपए प्रति 10 ग्राम पर रहा, जो पिछले दिन की तुलना में 2,309 रुपए कम है। गुरुवार को यह दर 1,2,827 रुपए थी।
चांदी में भी 4,167 रुपए प्रति किलो की गिरावट दर्ज हुई और इसका नया भाव 1,47,033 रुपए प्रति किलो पर पहुंच गया।


गिरावट के पीछे के तीन बड़े कारण

1. त्योहारों के बाद मांग में कमी

दीवाली और धनतेरस के दौरान सोना-चांदी की मांग हमेशा चरम पर रहती है। इस बार भी अक्टूबर के मध्य तक भारी खरीदारी हुई, लेकिन त्योहार बीतते ही मांग में कमी आने लगी। परिणामस्वरूप, बाजार में आपूर्ति बढ़ी और दाम गिरने लगे।

2. प्रॉफिट बुकिंग का दौर

पिछले कुछ महीनों में सोने और चांदी की कीमतों ने रिकॉर्ड स्तर छुआ था। कई निवेशकों ने मुनाफा बुक करने के लिए अपने निवेश को बेच दिया, जिससे बाजार पर दबाव बना। विश्लेषकों का कहना है कि बड़ी संस्थागत बिक्री ने कीमतों में तेज गिरावट ला दी।

3. वैश्विक बाजार में मंदी और डॉलर की मजबूती

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कीमती धातुओं में भी गिरावट दर्ज की गई। 21 और 22 अक्टूबर को ग्लोबल मार्केट में गोल्ड 6% और चांदी 7% तक गिरी। अमेरिकी डॉलर की मजबूती ने अन्य मुद्राओं में निवेश करने वालों के लिए सोना महंगा कर दिया, जिससे मांग में और कमी आई।


विशेषज्ञों की राय: क्या आगे और सस्ते होंगे दाम?

ICRA लिमिटेड के वरिष्ठ विश्लेषक प्रशांत वशिष्ठ का कहना है कि “भारत में सोना अब भी निवेशकों के लिए सबसे भरोसेमंद एसेट बना हुआ है। हालांकि, अल्पकालिक गिरावट के संकेत हैं, किंतु दीर्घकाल में कीमतों में स्थिरता बनी रह सकती है।”
इसी तरह, बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले हफ्तों में सोना-चांदी के दाम में 1–2% की और गिरावट संभव है, लेकिन फिर धीरे-धीरे यह स्थिर हो जाएगा।


भारत में निवेशकों के लिए राहत के संकेत

सोना-चांदी की इस गिरावट से आम निवेशकों और ग्राहकों को राहत मिली है। जहां पहले ऊंची कीमतों के कारण खरीदारी रुकी हुई थी, वहीं अब नए दामों पर बाजार में हलचल बढ़ने लगी है। कई ज्वैलर्स का कहना है कि नवंबर के पहले सप्ताह में फिर से मांग बढ़ने की संभावना है।


निष्कर्ष: स्थिरता लौटने में लगेगा समय

त्योहारी उत्साह के बाद बाजार में यह गिरावट अस्थायी मानी जा रही है। विशेषज्ञों के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय आर्थिक हालात और अमेरिकी ब्याज दरों में बदलाव आने वाले महीनों में कीमतों की दिशा तय करेंगे। फिलहाल, यह समय छोटे निवेशकों के लिए सोने और चांदी में पुनः निवेश का बेहतर मौका माना जा रहा है।


डिस्क्लेमर:

राष्ट्र भारत पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को राष्ट्र भारत की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सार्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।


Rashtra Bharat
Rashtra Bharat पर पढ़ें ताज़ा खेल, राजनीति, विश्व, मनोरंजन, धर्म और बिज़नेस की अपडेटेड हिंदी खबरें।

Breaking