जेपी नड्डा का वैशाली दौरा और आरजेडी पर हमला
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने हाल ही में वैशाली जिले के हाजीपुर में बुद्धिजीवियों और समाजसेवियों के साथ बैठक की। इस अवसर पर नड्डा ने आरजेडी (RJD) के शासनकाल पर तीखे आरोप लगाते हुए कहा कि लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार के शासन में बिहार में “जंगल राज और दादागिरी” का माहौल था।
नड्डा ने आगे कहा कि आरजेडी का फुल फॉर्म वे खुद बताते हैं—R का मतलब रंगदारी, J का मतलब जंगल राज और D का मतलब दादागिरी। उनका कहना था कि लालू राज में न केवल प्रशासन की स्थिति कमजोर थी, बल्कि आम जनता को अपने अधिकारों और सुरक्षा के लिए संघर्ष करना पड़ता था।
बेरोजगारी और पलायन पर नड्डा की टिप्पणी
नड्डा ने तेजस्वी यादव के बेरोजगारी और पलायन पर किए गए बयान पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव को अपने पिता के समय की वास्तविकताओं को समझना चाहिए। जेपी नड्डा ने बिहार की जनता की पीड़ा का उल्लेख करते हुए कहा कि लालू राज में लोग रोजगार की तलाश में राज्य छोड़ने को मजबूर थे।
“जब तक आप अपने समय की कठिनाइयों को समझेंगे नहीं, तब तक सुख का अनुभव करना संभव नहीं है,” नड्डा ने स्पष्ट किया। उन्होंने यह भी कहा कि अब मोदी सरकार की नीतियों के कारण बिहार में बदलाव दिख रहा है और रिपोर्ट कार्ड की राजनीति को बढ़ावा मिला है।
राजनीति में परिवारवाद और जातिवाद
जेपी नड्डा ने बताया कि बिहार की राजनीति लंबे समय तक परिवारवाद और जातिवाद पर आधारित रही। उन्होंने कहा कि वोट बैंक की राजनीति के कारण विकास की गति धीमी रही। “किसे जोड़ना है, किसे तोड़ना है—इससे बिहार की राजनीति का स्वरूप तय होता था,” नड्डा ने टिप्पणी की।
उनका मानना है कि वर्तमान समय में मोदी सरकार ने राजनीतिक प्रक्रिया को पूरी तरह बदल दिया है। अब जनता विकास, रोजगार और प्रशासनिक जवाबदेही के आधार पर निर्णय ले रही है।
राष्ट्रीय सुरक्षा और सशस्त्र कार्रवाई पर नड्डा की बात
राष्ट्रीय सुरक्षा के संदर्भ में नड्डा ने 26/11 मुंबई हमले और सर्जिकल स्ट्राइक का उदाहरण दिया। उन्होंने बताया कि पहले के समय में भारत को अंतरराष्ट्रीय दबाव में सीमित कदम उठाने पड़ते थे, लेकिन वर्तमान सरकार ने सुरक्षा और जवाबदेही की दिशा में निर्णायक कदम उठाए हैं।
“एक समय याद करें जब भारत के पास बुलेटप्रूफ जैकेट भी नहीं था, आज हम 1 लाख 51 हजार करोड़ के निर्यात में अग्रणी हैं,” नड्डा ने कहा। उन्होंने देश की आर्थिक मजबूती और वैश्विक स्तर पर प्रशंसा प्राप्त करने के प्रयासों पर जोर दिया।
विकास और रिपोर्ट कार्ड की राजनीति
नड्डा ने कहा कि अब राजनीति केवल वोट बैंक या जातिवाद तक सीमित नहीं रही। मोदी सरकार ने रिपोर्ट कार्ड आधारित राजनीति की शुरुआत की है, जिससे जनता सीधे अपने अधिकारों और विकास को आंक सकती है।
उन्होंने कहा कि बिहार में प्रशासनिक सुधार और निवेश को प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है। उनका मानना है कि राज्य में युवा पीढ़ी को रोजगार और सुरक्षा के अवसर प्रदान किए जाने चाहिए ताकि पलायन कम हो और समाज में स्थायित्व आए।
जेपी नड्डा की टिप्पणी स्पष्ट करती है कि आरजेडी का शासनकाल विवादास्पद रहा, और वर्तमान सरकार ने राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर सुधारों के माध्यम से स्थिति में बदलाव लाया है। नड्डा का दौरा और उनके बयानों ने राजनीतिक बहस को और गर्म कर दिया है, विशेषकर बिहार की राजनीति में।