छठ पूजा पर खस्ता ठेकुआ बनाने की आसान विधि
छठ पूजा बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में लोक आस्था का महापर्व माना जाता है। यह महापर्व इस साल 25 अक्टूबर से 28 अक्टूबर तक मनाया जाएगा। नहाय-खाय से शुरू होकर खरना, संध्या अर्घ्य और सुबह सूरज देवता को अर्घ्य देने तक इसका क्रम चलता है।
छठ पूजा के दौरान कई प्रसाद बनते हैं, लेकिन इनमें ठेकुआ का विशेष महत्व है। इसे पूजा में बड़े श्रद्धा और पवित्रता के साथ तैयार किया जाता है। ठेकुआ का स्वाद, खस्तापन और मिठास इसे महापर्व के लिए खास बनाते हैं।
ठेकुआ बनाने की सामग्री
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गेहूं का आटा – 2 कप
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गुड़ या चीनी – 1/2 से 3/4 कप
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सूजी – 1/4 कप (ठेकुआ को खस्ता बनाने के लिए)
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देसी घी – 1/4 से 1/2 कप (मोयन के लिए)
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तेल या घी – तलने के लिए
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पानी – लगभग 1/4 से 1/2 कप (गुड़ का घोल बनाने और आटा गूंथने के लिए)
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सौंफ – 1 चम्मच
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इलायची पाउडर – 1/2 छोटा चम्मच
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सूखा नारियल – 2 बड़े चम्मच (कद्दूकस किया हुआ)
ठेकुआ बनाने की विधि
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अगर गुड़ का इस्तेमाल कर रहे हैं तो गुड़ को बारीक तोड़कर गुनगुने पानी में घोल लें और छान लें।
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अगर चीनी इस्तेमाल कर रहे हैं तो उसे पानी में घोलकर या सीधे आटे में मिला सकते हैं।
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एक बड़े बर्तन में गेहूं का आटा और सूजी लें, फिर सौंफ, इलायची पाउडर और नारियल डालकर मिलाएं।
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इसमें देसी घी डालकर हाथों से अच्छी तरह मसलें। घी पूरी तरह आटे में मिलना चाहिए।
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गुड़ का घोल थोड़ा-थोड़ा डालते हुए सख्त आटा गूंथ लें। आटा ज्यादा नरम न हो, वरना ठेकुआ खस्ता नहीं बनेगा।
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आटे को 10-15 मिनट के लिए ढककर रखें।
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आटे की छोटी-छोटी लोइयां बनाकर हथेलियों से चपटा करें या ठेकुआ बनाने के सांचे का इस्तेमाल करें।
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कड़ाही में देसी घी या तेल मध्यम आंच पर गर्म करें।
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आंच को धीमा-से-मध्यम रखें और ठेकुआ डालें। एक बार में उतने ही ठेकुआ डालें जितने कड़ाही में आसानी से आ जाएं।
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ठेकुआ को सुनहरा भूरा और खस्ता होने तक तलें।
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तैयार ठेकुआ को किचन पेपर पर निकालें ताकि अतिरिक्त घी/तेल निकल जाए। ठंडा होने पर एयरटाइट कंटेनर में भरकर रखें।
छठ पूजा पर तैयार ठेकुआ न केवल पूजा का अनिवार्य प्रसाद है, बल्कि इसका खस्ता और मिठास भरा स्वाद पूरे परिवार को आनंदित करता है। सही सामग्री और विधि के साथ बनाए गए ठेकुआ को पूजा और प्रसाद दोनों के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।