भारत में आज डीज़ल की कीमतें स्थिर, परिवहन क्षेत्र में अहम प्रभाव
27 अक्टूबर 2025 को भारत में डीज़ल की कीमतें अधिकांश मेट्रो शहरों और राज्यों में स्थिर रही। मुंबई में डीज़ल का भाव ₹90.03 प्रति लीटर रिकॉर्ड किया गया, वहीं दिल्ली ₹87.67, कोलकाता ₹92.02 और बेंगलुरु ₹90.99 प्रति लीटर पर स्थिर है। यह स्थिरता दैनिक दर संशोधन के चलते आम आदमी और व्यवसायों के लिए राहत की खबर है।
डीज़ल की कीमतों का दैनिक आधार पर संशोधन 2017 से लागू किया गया था। इससे पहले कीमतें हर दो हफ्ते में बदलती थीं, जिससे उपभोक्ताओं पर अचानक वित्तीय दबाव बढ़ता था। अब रोज़ाना बदलाव के कारण उपभोक्ता और व्यवसाय परिवहन लागत को बेहतर ढंग से अनुमानित कर सकते हैं।
भारत में राज्यवार डीजल की कीमत (27 अक्टूबर 2025)
| State / UT | Price | Price Change |
|---|---|---|
| Andaman & Nicobar | ₹78.05 | 0.00 |
| Andhra Pradesh | ₹97.47 | 0.00 |
| Arunachal Pradesh | ₹80.60 | 0.00 |
| Assam | ₹89.56 | +0.10 |
| Bihar | ₹91.83 | +0.34 |
| Chandigarh | ₹82.45 | 0.00 |
| Chhattisgarh | ₹93.39 | 0.00 |
| Dadra & Nagar Haveli and Daman & Diu | ₹87.94 | 0.00 |
| Delhi | ₹87.67 | 0.00 |
| Goa | ₹88.45 | 0.00 |
| Gujarat | ₹90.47 | -0.18 |
| Haryana | ₹88.36 | 0.00 |
| Himachal Pradesh | ₹87.41 | +0.05 |
| Jammu & Kashmir | ₹83.53 | 0.00 |
| Jharkhand | ₹93.02 | 0.00 |
| Karnataka | ₹90.99 | 0.00 |
| Kerala | ₹96.48 | 0.00 |
| Ladakh | ₹87.57 | -0.15 |
| Lakshadweep | ₹95.71 | 0.00 |
| Madhya Pradesh | ₹91.89 | 0.00 |
| Maharashtra | ₹90.03 | 0.00 |
| Manipur | ₹85.21 | 0.00 |
| Meghalaya | ₹87.72 | -0.09 |
| Mizoram | ₹88.04 | 0.00 |
| Nagaland | ₹88.85 | -0.14 |
| Odisha | ₹92.92 | +0.32 |
| Pondicherry | ₹86.47 | 0.00 |
| Punjab | ₹88.09 | 0.00 |
| Rajasthan | ₹90.21 | +0.03 |
| Sikkim | ₹90.45 | 0.00 |
| Tamil Nadu | ₹92.39 | 0.00 |
| Telangana | ₹95.70 | 0.00 |
| Tripura | ₹86.55 | 0.00 |
| Uttar Pradesh | ₹87.81 | 0.00 |
| Uttarakhand | ₹88.06 | 0.00 |
| West Bengal | ₹92.02 | 0.00 |
डीज़ल की कीमतों पर प्रभाव डालने वाले मुख्य कारक
डीज़ल की कीमतें केवल अंतरराष्ट्रीय कच्चे तेल की कीमत पर निर्भर नहीं करतीं। इन्हें प्रभावित करने वाले प्रमुख कारक हैं:
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कच्चा तेल और वैश्विक मांग: अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की मांग और आपूर्ति में बदलाव डीज़ल कीमतों पर सीधा असर डालता है। राजनीतिक अस्थिरता वाले देशों में आपूर्ति बाधित होने पर भाव बढ़ सकते हैं।
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मांग और आपूर्ति: भारत में परिवहन और लॉजिस्टिक क्षेत्र डीज़ल पर निर्भर है। यदि किसी कारण से आपूर्ति कम हो जाती है या लंबी दूरी पर ट्रकिंग महंगी पड़ती है, तो स्थानीय कीमतें उच्च रह सकती हैं।
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कर और शुल्क: केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा लगाए जाने वाले उत्पाद शुल्क और जीएसटी डीज़ल की अंतिम कीमत पर प्रभाव डालते हैं।
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रुपया-मुद्रा विनिमय दर: अंतरराष्ट्रीय तेल भुगतान डॉलर में होता है, इसलिए रुपए की डॉलर के मुकाबले स्थिति डीज़ल की कीमतों को प्रभावित करती है।
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भूगोल और लॉजिस्टिक: तेल भंडारण और वितरण दूरी के हिसाब से विभिन्न शहरों में डीज़ल की कीमतों में अंतर रहता है।
डीज़ल की कीमत में बदलाव का प्रभाव
डीज़ल की कीमत परिवहन, कृषि और उपभोक्ताओं की जेब पर प्रत्यक्ष प्रभाव डालती है। भारत में लगभग 81% डीज़ल का उपयोग भारी वाहन और लॉजिस्टिक क्षेत्र में होता है।
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परिवहन क्षेत्र: ट्रकों और बसों में ईंधन लागत बढ़ने पर माल ढुलाई महंगी हो जाती है। यह उपभोक्ता उत्पादों की कीमतों में भी वृद्धि का कारण बनता है।
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कृषि क्षेत्र: ट्रैक्टर और कृषि मशीनरी के लिए डीज़ल महंगा होने पर खेती लागत बढ़ती है।
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उपभोक्ता: रोजमर्रा के उत्पादों और परिवहन शुल्क में बदलाव सीधे उपभोक्ता पर असर डालता है।
चुनाव और सरकारी नीतियों का असर
चुनावी सीजन में राज्य और केंद्र सरकार डीज़ल की कीमतों में बदलाव कर सकते हैं। चुनावी माहौल में कीमतों में स्थिरता या कमी, सरकार की लोकप्रियता बढ़ाने का तरीका बनती है। इसके अलावा, केंद्र सरकार द्वारा निर्यात शुल्क, विंडफॉल टैक्स और सरकारी सब्सिडी भी डीज़ल की कीमतों को प्रभावित करते हैं।
डीज़ल की कीमतों में बदलाव केवल तेल कंपनियों और अंतरराष्ट्रीय बाजार का परिणाम नहीं है, बल्कि इसमें सरकार की नीतियां, चुनावी परिस्थितियां, अंतरराष्ट्रीय कच्चे तेल की स्थिति, मुद्रा दर और लॉजिस्टिक भी शामिल हैं। दैनिक दर संशोधन और स्थिर कीमतें उपभोक्ता, किसान और परिवहन व्यवसायियों के लिए राहत देने वाला कदम हैं।