Bihar Chunav: योगी आदित्यनाथ का सिवान आगमन — चुनावी हवा में नई सरगर्मी
आकाश श्रीवास्तव, सिवान। बिहार विधानसभा चुनाव का माहौल गरम है और अब एनडीए की ओर से मैदान में उतर रहे हैं भाजपा के फायरब्रांड नेता और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ। 29 अक्टूबर को योगी सिवान की धरती पर कदम रखेंगे, जहां वे रघुनाथपुर समेत पूरे जिले के एनडीए प्रत्याशियों के समर्थन में विशाल जनसभा को संबोधित करेंगे।
उनके इस दौरे को लेकर एनडीए खेमे में जबरदस्त उत्साह है। कार्यकर्ता जनसंपर्क में लग गए हैं, पोस्टर-बैनर से पूरा इलाका पट गया है, और सभा स्थल को युद्धस्तर पर सजाया जा रहा है।
रघुनाथपुर बनेगा एनडीए का ‘शक्ति प्रदर्शन’ मंच
राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा तेज है कि योगी आदित्यनाथ की सभा का सबसे गहरा असर रघुनाथपुर विधानसभा क्षेत्र पर पड़ेगा। यहां एनडीए प्रत्याशी विकास कुमार और शहाबुद्दीन के पुत्र ओसामा शाहाब के बीच सीधी टक्कर मानी जा रही है।
योगी का यह दौरा न केवल मतदाताओं को प्रेरित करेगा, बल्कि एनडीए के लिए “विकास बनाम विरासत” की नई परिभाषा भी तय करेगा।
कार्यकर्ताओं में जोश, सिवान में सियासी हलचल
योगी आदित्यनाथ के आने की खबर ने एनडीए कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा भर दी है। भाजपा, जदयू और लोजपा (रामविलास) के कार्यकर्ता एकजुट होकर सभा की तैयारी में जुटे हैं।
हर गली-मोहल्ले में प्रचार अभियान चल रहा है, और पार्टी नेता इस जनसभा को ऐतिहासिक बनाने के लिए दिन-रात मेहनत कर रहे हैं।
सुरक्षा और प्रशासनिक तैयारियां पूरी रफ्तार पर
प्रशासन ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा को लेकर चाक-चौबंद इंतजाम किए हैं। जिला प्रशासन ने कार्यक्रम स्थल और आसपास के इलाकों में व्यापक सुरक्षा तैनाती की योजना बनाई है। वहीं स्थानीय पुलिस अधिकारियों को भीड़ प्रबंधन और ट्रैफिक नियंत्रण की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
शहाबुद्दीन फैक्टर होगा कमजोर?
सिवान की राजनीति दशकों तक दिवंगत नेता मोहम्मद शहाबुद्दीन के प्रभाव में रही है। लेकिन इस बार समीकरण बदलते दिख रहे हैं।
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि जनता अब विकास, कानून व्यवस्था और साफ छवि वाले नेतृत्व की ओर झुकाव दिखा रही है। यही वजह है कि शहाबुद्दीन फैक्टर धीरे-धीरे कमजोर पड़ता दिखाई दे रहा है।
जनता का झुकाव विकास और स्थिरता की ओर
सिवान के ग्रामीण इलाकों में मतदाताओं के बीच यह धारणा बन रही है कि बिहार को अब स्थिर सरकार और विकासशील दृष्टिकोण की जरूरत है। एनडीए इसे ही अपनी सबसे बड़ी ताकत के रूप में पेश कर रहा है।
योगी आदित्यनाथ का आक्रामक प्रचार और उनकी साफ छवि इस भावना को और मजबूत कर रही है।
“विकास बनाम विरासत” — चुनावी एजेंडे की नई दिशा
योगी आदित्यनाथ का यह दौरा महज जनसभा नहीं, बल्कि एनडीए के चुनावी एजेंडे का उद्घोष माना जा रहा है। उनका संदेश साफ है — अब बिहार को पुराने ‘गुंडाराज’ से निकालकर विकास की मुख्यधारा में लाना है।
वे अपने भाषणों में उत्तर प्रदेश के “सशासन मॉडल” और “विकास योजनाओं” का उदाहरण देकर बिहार में एक नए बदलाव की मांग उठाएंगे।
रघुनाथपुर की जनता में उत्सुकता
रघुनाथपुर की जनता योगी आदित्यनाथ के आगमन को लेकर काफी उत्साहित है। स्थानीय लोगों का कहना है कि योगी का आगमन इस चुनाव में निर्णायक भूमिका निभा सकता है। कई गांवों में लोग स्वयं जनसभा में शामिल होने की तैयारी कर रहे हैं।
एनडीए की रणनीति: युवाओं और महिलाओं पर फोकस
एनडीए इस बार युवाओं और महिलाओं को केंद्र में रखकर प्रचार कर रहा है। योगी आदित्यनाथ अपने भाषणों में रोजगार, सुरक्षा और शिक्षा के मुद्दों को प्रमुखता देंगे।
पार्टी सूत्रों के अनुसार, सभा में “युवा एनडीए, सशक्त बिहार” का नारा गूंजेगा।
निष्कर्ष: योगी का करिश्मा बदल सकता है सिवान की हवा
29 अक्टूबर को सिवान में योगी आदित्यनाथ की सभा केवल प्रचार का मंच नहीं, बल्कि राजनीतिक संदेश देने का अवसर होगी।
उनका करिश्माई नेतृत्व और सख्त प्रशासनिक छवि एनडीए के पक्ष में माहौल बना सकती है।
यह देखना दिलचस्प होगा कि योगी की गर्जना रघुनाथपुर और पूरे सिवान की सियासत में कितना असर छोड़ती है — लेकिन इतना तय है कि इस दौरे के बाद बिहार चुनाव का समीकरण और गर्माने वाला है।