दरौदा की भयावह सुबह: पुलिसकर्मी की हत्या से मचा कोहराम
बिहार के सिवान जिले के दरौदा थाना क्षेत्र से गुरुवार की सुबह ऐसी खबर आई जिसने पूरे जिले को झकझोर कर रख दिया। दरौदा थाने में तैनात सहायक अवर निरीक्षक (एएसआई) अनिरुद्ध कुमार का शव उजाय सिसाव मठिया के पास एक चंवार (दलदली क्षेत्र) से बरामद किया गया। यह दृश्य इतना भयावह था कि देखने वालों की रूह कांप उठी — गला रेतकर उनकी निर्मम हत्या की गई थी।
हत्या का खुलासा और पहली सूचना
सुबह ग्रामीणों ने खेत की ओर जाते समय झाड़ियों के बीच लाश देखी। तुरंत इसकी सूचना स्थानीय पुलिस को दी गई। कुछ ही देर में दरौदा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी। जब यह स्पष्ट हुआ कि शव थाने में ही पदस्थापित एएसआई अनिरुद्ध कुमार का है, तो पुलिस महकमे में मातम छा गया।
स्थानीय लोगों के अनुसार, एएसआई रात में गश्त पर निकले थे, जिसके बाद वे घर नहीं लौटे। सुबह जब उनका शव बरामद हुआ तो पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई।
जिला प्रशासन और पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी
घटना की गंभीरता को देखते हुए सिवान के वरीय पुलिस अधीक्षक सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे। फॉरेंसिक टीम ने मौके से साक्ष्य जुटाए। घटनास्थल से एक पुलिस वर्दी का हिस्सा, एक जूता और कुछ रक्तरंजित कपड़े मिले हैं। पुलिस ने शक के आधार पर कुछ संदिग्धों से पूछताछ शुरू कर दी है।
चुनावी माहौल में बढ़ी सुरक्षा चिंता
यह घटना ऐसे समय में हुई है जब पूरे प्रदेश में चुनावी सरगर्मी अपने चरम पर है। ऐसे माहौल में एक पुलिस अधिकारी की हत्या ने कानून-व्यवस्था की स्थिति पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर पुलिसकर्मी खुद सुरक्षित नहीं हैं, तो आम जनता की सुरक्षा कैसे सुनिश्चित होगी?
हत्या के पीछे की संभावित वजहें
पुलिस सूत्रों के अनुसार, प्रारंभिक जांच में यह संदेह है कि हत्या किसी आपराधिक गिरोह या व्यक्तिगत रंजिश के चलते की गई है। कुछ सूत्र यह भी बता रहे हैं कि एएसआई हाल ही में एक शराब तस्करी मामले की जांच में सक्रिय थे, जिससे कई अपराधी वर्ग नाराज़ थे। पुलिस इन सभी पहलुओं पर बारीकी से जांच कर रही है।
परिवार और सहकर्मियों में मातम
अनिरुद्ध कुमार अपने पीछे पत्नी और दो छोटे बच्चों को छोड़ गए हैं। जब परिवार को इस घटना की जानकारी मिली, तो घर में कोहराम मच गया। उनके सहकर्मी भी शोकाकुल हैं और उन्होंने प्रशासन से दोषियों को जल्द गिरफ्तार कर सख्त सजा दिलाने की मांग की है।
जनता में आक्रोश और विरोध की तैयारी
घटना के बाद दरौदा और आस-पास के इलाकों में लोगों में आक्रोश फैल गया है। स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि अपराधी बेखौफ हो चुके हैं और प्रशासन को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। सामाजिक संगठनों और पुलिस संघों ने इस हत्या को “खाकी पर हमला” बताया है और इसे राज्य की सुरक्षा व्यवस्था पर सीधा प्रश्न माना है।
पुलिस जांच और कार्रवाई की दिशा
सिवान पुलिस ने हत्या की जांच के लिए एक विशेष टीम गठित की है। एएसपी के नेतृत्व में यह टीम सभी संदिग्धों की निगरानी कर रही है। मोबाइल लोकेशन, कॉल डिटेल्स और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस सुराग जुटा रही है। वरीय अधिकारियों ने कहा है कि दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
प्रदेश में कानून-व्यवस्था पर प्रश्नचिह्न
दरौदा में हुई यह वारदात न केवल एक पुलिसकर्मी की हत्या है, बल्कि यह राज्य की सुरक्षा प्रणाली पर भी गहरा आघात है। बीते कुछ महीनों में अपराध की घटनाओं में हुई बढ़ोतरी ने प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। जनता उम्मीद कर रही है कि सरकार और पुलिस प्रशासन मिलकर अपराधियों को सख्त सजा देंगे ताकि भविष्य में कोई भी ऐसी दुस्साहसिक वारदात करने की हिम्मत न जुटा सके।
दरौदा की यह घटना इस बात का स्पष्ट संकेत है कि जब तक अपराधियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई नहीं होगी, तब तक समाज में भय और असुरक्षा का माहौल बना रहेगा। एएसआई अनिरुद्ध कुमार की शहादत ने न केवल पुलिस विभाग बल्कि पूरे सिवान जिले को झकझोर दिया है।