छठ पर्व पर राहुल गांधी के बयान से मचा राजनीतिक घमासान
बिहार की पवित्र धरती पर छठ महापर्व के बीच राजनीति का नया तूफ़ान उठ खड़ा हुआ है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर किए गए ‘छठ ड्रामा’ वाले बयान ने सियासी हलचल को और तेज़ कर दिया है। भारतीय जनता पार्टी के सांसद मनोज तिवारी ने इस टिप्पणी पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि यह न केवल प्रधानमंत्री का, बल्कि करोड़ों छठ व्रतियों का भी अपमान है।
मनोज तिवारी ने कहा, “जो व्यक्ति छठ पर्व में शामिल होने वाले लोगों को ड्रामा बता रहे हैं, वे छठ मां और बिहार की जनता का अपमान कर रहे हैं। बिहार की मिट्टी, उसकी संस्कृति और छठ जैसे पवित्र पर्व पर इस प्रकार की टिप्पणी असहनीय है।”
‘छठ’ को नाटक बताना करोड़ों लोगों की आस्था पर प्रहार: तिवारी
मनोज तिवारी ने राहुल गांधी पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जब छठ पूजा में शामिल होते हैं, घाट पर जाते हैं, तो यह देश के हर सनातनी की भावना से जुड़ाव का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी जैसे नेता यदि इसे ‘ड्रामा’ कहते हैं, तो यह करोड़ों श्रद्धालुओं की भावनाओं का अपमान है।
उन्होंने आगे कहा, “आपको छठ का सम्मान नहीं करना है तो मत करें, लेकिन सनातन और आस्था का अपमान करना बंद करें। मोदी जी का छठ पर्व में शामिल होना नाटक नहीं, बल्कि देश की परंपरा का आदर है।”
तेजस्वी यादव पर भी तिवारी का पलटवार
छठ विवाद के साथ-साथ बिहार की राजनीति में महिला रोजगार योजना को लेकर भी नया विवाद छिड़ गया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में चलाई जा रही इस योजना के तहत महिलाओं को ₹10,000 की सहायता दी जा रही है।
राजद नेता तेजस्वी यादव ने इस योजना को “चुनावी रिश्वत” बताया और कहा कि चुनाव के बीच में पैसा बांटना आचार संहिता का उल्लंघन है। इस पर मनोज तिवारी ने तीखी प्रतिक्रिया दी और कहा कि यह योजना पहले से घोषित है, और इसका उद्देश्य महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना है।
उन्होंने कहा, “जब राजद सत्ता में थी, तब लूट-खसोट चरम पर थी। आज वही पैसा जनता की सेवा में लगाया जा रहा है, तो विपक्ष को दर्द हो रहा है। यह रिश्वत नहीं, बल्कि सशक्तिकरण की दिशा में एक कदम है।”
खेसारी लाल यादव को लेकर बोले तिवारी – भगवान राम का अपमान न करें
मनोज तिवारी ने भोजपुरी अभिनेता और गायक खेसारी लाल यादव के बयान पर भी प्रतिक्रिया दी। खेसारी ने हाल ही में कहा था कि “हम राजद में हैं तो गंदे हैं, लेकिन जो भाजपा में हैं वे साफ़ हैं।” इस पर तिवारी ने कहा कि उन्होंने कभी किसी कलाकार को गंदा नहीं कहा, लेकिन भगवान का अपमान किसी भी रूप में स्वीकार्य नहीं है।
उन्होंने कहा, “हमने कभी किसी की निंदा नहीं की, लेकिन भगवान राम का अपमान न करें। चाहे आप किसी भी दल में रहें, धर्म और आस्था से ऊपर राजनीति नहीं हो सकती।”
बिहार में बढ़ती सियासी तल्ख़ी
छठ जैसे पवित्र पर्व पर राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप से बिहार की राजनीति एक बार फिर गरमा गई है। एक ओर भाजपा राहुल गांधी और तेजस्वी यादव पर हमलावर है, तो दूसरी ओर कांग्रेस और राजद इसे राजनीतिक नाटक बता रहे हैं।
राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि छठ जैसे भावनात्मक पर्व पर दिए गए ऐसे बयान आगामी चुनावों में बड़ा मुद्दा बन सकते हैं। बिहार की जनता धर्म, परंपरा और संस्कृति के प्रति बेहद संवेदनशील है। ऐसे में ‘छठ ड्रामा’ जैसा बयान कांग्रेस के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है।
जनता की भावनाओं से खिलवाड़ नहीं चलेगा – तिवारी
समापन में मनोज तिवारी ने कहा कि बिहार की जनता सब देख रही है। उन्होंने कहा, “जो छठ मां का अपमान करेगा, उसे बिहार की जनता कभी माफ नहीं करेगी। यह पर्व हमारी अस्मिता, मातृत्व और संस्कृति का प्रतीक है। राजनीति करनी है तो योजनाओं पर करो, लेकिन आस्था से खिलवाड़ मत करो।”