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मोकामा टाल में जन सुराज नेता दुलारचंद यादव की हत्या से सियासी भूचाल, वर्चस्व की लड़ाई या राजनीतिक साजिश?

Dularchand Yadav Murder News
Dularchand Yadav Murder News, मोकामा टाल में जन सुराज नेता की हत्या से बिहार की सियासत गरमाई
अक्टूबर 30, 2025

मोकामा टाल में हत्या से मचा हड़कंप

पटना (मोकामा): जन सुराज समर्थक दबंग नेता दुलारचंद यादव की हत्या ने पूरे मोकामा टाल क्षेत्र को झकझोर दिया है। यह घटना भदौर थाना क्षेत्र के बसावन चक गांव में हुई, जहां दो गुटों के बीच विवाद के दौरान गोलियां चलीं और माहौल बिगड़ गया।

विवाद से गोलीबारी तक का घटनाक्रम

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, झगड़ा पहले कहासुनी से शुरू हुआ और फिर अचानक गोलियां चलने लगीं। दुलारचंद यादव, जो बीच-बचाव करने पहुंचे थे, उनके पैर में गोली लगी। इसके बाद जब उन्होंने बचने की कोशिश की, तो एक गुट ने उन पर गाड़ी चढ़ा दी। उन्हें गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।

पुलिस की देरी पर स्थानीयों में नाराज़गी

हत्या की सूचना मिलते ही एएसपी राकेश कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। लेकिन ग्रामीणों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया। उनका कहना है कि क्षेत्र में पहले से तनाव था, लेकिन प्रशासन ने समय रहते कोई कदम नहीं उठाया।
वर्तमान में पुलिस ने इलाके में अतिरिक्त बल की तैनाती कर दी है और स्थिति नियंत्रण में बताई जा रही है।

सियासी हलचल और स्थानीय असर

दुलारचंद यादव मोकामा टाल इलाके में एक प्रभावशाली चेहरा माने जाते थे। जन सुराज से जुड़ने के बाद उनकी पकड़ और बढ़ी थी।
राजनीतिक विशेषज्ञ मानते हैं कि यह घटना आगामी चुनावी समीकरणों पर असर डाल सकती है।
स्थानीय स्तर पर लोग इसे पुराने रंजिश और वर्चस्व की लड़ाई से जोड़ रहे हैं, जबकि कई इसे साजिशन राजनीतिक हत्या बता रहे हैं।

जन सुराज कार्यकर्ताओं में आक्रोश

हत्या के बाद जन सुराज के कार्यकर्ताओं में गुस्सा है। उन्होंने निष्पक्ष जांच और दोषियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है। पार्टी नेताओं ने कहा कि इस तरह की घटनाएं लोकतांत्रिक व्यवस्था पर हमला हैं।
मोकामा टाल के कई गांवों में भारी तनाव है। पुलिस ने किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए पेट्रोलिंग बढ़ा दी है।

क्या यह राजनीतिक साजिश थी?

घटना के बाद बड़ा सवाल यही है —
क्या यह महज़ पुरानी रंजिश का नतीजा थी या फिर मोकामा की सियासत में बदलते समीकरणों से जुड़ी साजिश?
स्थानीय सूत्र बताते हैं कि हाल के दिनों में दुलारचंद यादव का प्रभाव तेजी से बढ़ रहा था। इससे कई पुराने नेता असहज थे।
पुलिस अब दोनों पक्षों के रिश्तों, चुनावी गतिविधियों और हालिया विवादों की जांच कर रही है।

क्षेत्र में बढ़ा तनाव और पुलिस की सख्ती

बसावन चक और आसपास के गांवों में लोगों में भय का माहौल है। पुलिस ने पूरे इलाके में गश्त बढ़ा दी है।
कई संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है और पूछताछ जारी है।
फिलहाल पुलिस ने मामले को सुलझाने के लिए विशेष टीम बनाई है।

जनता में सवाल और प्रशासन की जिम्मेदारी

ग्रामीणों का कहना है कि मोकामा टाल लंबे समय से आपसी वर्चस्व की लड़ाइयों का केंद्र रहा है।
लोग प्रशासन से उम्मीद कर रहे हैं कि इस बार दोषियों को सख्त सजा मिले, ताकि इलाके में दोबारा ऐसा माहौल न बने।

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Aakash Srivastava

Writer & Editor at RashtraBharat.com | Political Analyst | Exploring Sports & Business. Patna University Graduate.

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