एकता के प्रतीक लौह पुरुष को श्रद्धांजलि
जयपुर, 31 अक्टूबर 2025 – राजस्थान की राजधानी जयपुर में शुक्रवार को देश के लौह पुरुष और भारत की एकता के प्रतीक, सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के अवसर पर एक भव्य “एकता यात्रा” का आयोजन किया गया। इस अवसर पर राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने तिरंगा ध्वज थामकर यात्रा का नेतृत्व किया। यह यात्रा गांधी सर्किल से प्रारंभ होकर शहर के प्रमुख मार्गों से होकर गुज़री, जिसमें जनसमुदाय की उत्साहपूर्ण भागीदारी देखने को मिली।
मुख्यमंत्री के साथ खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़, राज्य सरकार के कई मंत्री, सांसद, विधायक, विद्यार्थी, युवाओं की टोलियाँ और अनेक सामाजिक संगठनों के सदस्य शामिल हुए।
युवा शक्ति को एकता और विकास का संदेश
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि सरदार वल्लभभाई पटेल भारतीय गणराज्य के सच्चे निर्माता थे, जिन्होंने रियासतों को एक सूत्र में पिरोकर भारत की अखंडता को सशक्त किया। उन्होंने कहा,
“आज जब हम स्वतंत्र भारत की प्रगति की ओर अग्रसर हैं, तब सरदार पटेल के दिखाए मार्ग पर चलना ही सच्ची श्रद्धांजलि है।”
मुख्यमंत्री ने युवाओं से आह्वान किया कि वे सरदार पटेल की अदम्य देशभक्ति और अनुशासन से प्रेरणा लें तथा एक सशक्त और विकसित भारत के निर्माण में योगदान दें।
सरकार की पारदर्शी नीति और युवाओं के प्रति प्रतिबद्धता
मुख्यमंत्री शर्मा ने अपने भाषण में राज्य सरकार की पारदर्शी नीतियों का उल्लेख करते हुए कहा कि भाजपा सरकार युवाओं के सशक्तिकरण के लिए निरंतर प्रयासरत है। उन्होंने कांग्रेस सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि पूर्ववर्ती शासन में पेपर लीक की घटनाएँ आम थीं, जबकि बीते दो वर्षों में भाजपा सरकार के कार्यकाल में एक भी परीक्षा पत्र लीक नहीं हुआ है।
उन्होंने कहा, “हमारा लक्ष्य केवल भर्ती प्रक्रियाओं को निष्पक्ष बनाना ही नहीं, बल्कि युवाओं को आत्मनिर्भर बनाना भी है। हमारी सरकार ‘मिशन स्किल राजस्थान’ के अंतर्गत लाखों युवाओं को प्रशिक्षण दे रही है ताकि वे रोजगार के अवसर स्वयं सृजित कर सकें।”
एकता यात्रा बनी जन-आंदोलन का प्रतीक
गांधी सर्किल से आरंभ हुई यह यात्रा जैसे-जैसे आगे बढ़ी, जयपुर की सड़कों पर जनसैलाब उमड़ पड़ा। युवाओं ने तिरंगा लहराते हुए “भारत माता की जय” और “सरदार पटेल अमर रहें” के नारे लगाए। कई विद्यालयों और महाविद्यालयों के विद्यार्थियों ने झांकियों और बैंड दलों के साथ यात्रा में भाग लेकर देशभक्ति का अद्भुत वातावरण बना दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरदार पटेल का जीवन यह संदेश देता है कि “एकता केवल विचार नहीं, बल्कि कर्तव्य है।” उन्होंने उपस्थित जनसमूह को प्रेरित करते हुए कहा कि जिस प्रकार पटेल ने देश को जोड़ा, उसी प्रकार हर नागरिक को समाज, राज्य और राष्ट्र की प्रगति में अपनी भूमिका निभानी चाहिए।
समापन पर श्रद्धासुमन और संकल्प
यात्रा के समापन पर सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए गए। मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि यह दिन हमें यह स्मरण कराता है कि देश की अखंडता और सुरक्षा सर्वोपरि है। उन्होंने घोषणा की कि राज्य सरकार हर वर्ष सरदार पटेल जयंती पर “राज्य एकता दौड़” का आयोजन करेगी ताकि युवा वर्ग में राष्ट्रभक्ति और एकजुटता की भावना को और प्रबल किया जा सके।
अंत में उन्होंने कहा,
“राजस्थान की धरती पर एकता और समर्पण की भावना सदा जीवित रहेगी। हम सब मिलकर सरदार पटेल के सपनों का सशक्त भारत बनाएंगे।”
जयपुर में निकली यह एकता यात्रा केवल आयोजन नहीं, बल्कि एक प्रेरक संदेश थी — कि भारत की शक्ति उसकी विविधता और एकजुटता में निहित है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में यह कार्यक्रम सरदार पटेल की स्मृति में श्रद्धांजलि ही नहीं, बल्कि भावी पीढ़ियों के लिए एक पथप्रदर्शक बनकर उभरा।
यह समाचार पीटीआई(PTI) के इनपुट के साथ प्रकाशित किया गया है।
 
            

 
                 Asfi Shadab
Asfi Shadab 
         
                                                             
                                                             
                                                             
                                                             
                                                             
                                                             
                                                             
                                                             
                                                             
                                                             
                     
                     
                    