जरूर पढ़ें

Uttarakhand News: उत्तराखंड में पिछले चार वर्षों में 26,000 सरकारी नौकरियां बनीं — सीएम पुष्कर सिंह धामी का दावा

Uttarakhand govt jobs – सीएम पुष्कर सिंह धामी का कहना है कि 4 साल में 26,000 नौकरियां पैदा हुईं
Uttarakhand govt jobs – सीएम पुष्कर सिंह धामी का कहना है कि 4 साल में 26,000 नौकरियां पैदा हुईं (Image Source: FB)
Updated:

देहरादून, 01 नवंबर 2025।

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को कहा कि पिछले चार वर्षों में राज्य में 26,000 सरकारी नौकरियां सृजित की गई हैं, और आने वाले एक वर्ष में यह आंकड़ा 36,000 तक पहुंच जाएगा
धामी ने यह जानकारी राज्य स्थापना की रजत जयंती (Silver Jubilee) के उपलक्ष्य में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दी।


“36,000 तक पहुंचेगा रोजगार का आंकड़ा”

मुख्यमंत्री धामी ने कहा,

“कुछ परीक्षाओं के परिणाम अभी आने बाकी हैं। इनको मिलाकर अगले साल तक 10 से 12 हजार नई भर्तियां पूरी होंगी।”

उन्होंने बताया कि यह समय उत्तराखंड की उपलब्धियों को रेखांकित करने का है, क्योंकि राज्य 9 नवंबर 2025 को अपनी स्थापना के 25 वर्ष पूरे करने जा रहा है।


उत्तराखंड बना देश का पहला राज्य जिसने लागू किया समान नागरिक संहिता (UCC)

धामी ने कहा कि उत्तराखंड ने देश में पहली बार समान नागरिक संहिता (Uniform Civil Code) लागू की है।
इसके अलावा राज्य ने कड़े भू-कानून, जबरन धर्मांतरण विरोधी कानून, दंगा-निरोधक और नकली नोट विरोधी कानून भी बनाए हैं।

राज्य सरकार ने राज्य आंदोलनकारियों के परिजनों के लिए सरकारी नौकरियों में 10% आरक्षण और महिलाओं के लिए 30% आरक्षण सुनिश्चित किया है।


निवेश और आर्थिक विकास में बड़ा उछाल

मुख्यमंत्री ने कहा कि 2023 के ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के बाद से 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्ताव राज्य को मिले हैं।
साथ ही 200 करोड़ रुपये का वेंचर फंड स्टार्टअप्स के लिए बनाया गया है।

धामी ने बताया कि राज्य की अर्थव्यवस्था के आकार में स्थापना से अब तक 26 गुना वृद्धि हुई है और प्रति व्यक्ति आय 17 गुना बढ़ी है।
वित्तीय वर्ष 2025-26 में पहली बार राज्य का बजट 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक का प्रस्तुत किया गया है।


महिलाओं और गरीबों के लिए योजनाओं का लाभ

धामी ने कहा कि अंत्योदय योजना के तहत 1.85 लाख परिवारों को हर साल तीन एलपीजी सिलेंडर मुफ्त दिए जा रहे हैं।
साथ ही 1.65 लाख महिलाएं ‘लखपति दीदी योजना’ के जरिए आत्मनिर्भर बनी हैं।


केदारनाथ-बद्रीनाथ में तीर्थ परियोजनाओं का काम तेज

मुख्यमंत्री ने बताया कि केदारनाथ धाम का “भव्य रूपांतरण” लगभग पूरा होने को है और अगले वर्ष तक सभी निर्माण कार्य समाप्त करने का लक्ष्य है।
बद्रीनाथ धाम के लिए 300 करोड़ रुपये का मास्टर प्लान तैयार किया गया है, जबकि केदारनाथ और हेमकुंड साहिब तक रोपवे निर्माण की प्रक्रिया भी शुरू होने वाली है।

धामी ने कहा कि कुमाऊं क्षेत्र के 48 प्राचीन मंदिरों और गुरुद्वारों के पुनर्निर्माण का कार्य भी जारी है।


इंफ्रास्ट्रक्चर में भी तेजी

उन्होंने बताया कि दिल्ली-देहरादून एलीवेटेड रोड लगभग अंतिम चरण में है।
इसके पूरा होने पर दोनों शहरों के बीच यात्रा समय सिर्फ 2 से 2.5 घंटे रह जाएगा।

साथ ही ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना का 70 प्रतिशत काम भी पूरा हो चुका है।


धामी बोले — “रोजगार और विकास दोनों में नया उत्तराखंड आगे बढ़ रहा है”

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य का लक्ष्य केवल सरकारी नौकरियों तक सीमित नहीं है, बल्कि उद्यमिता, पर्यटन और निवेश के जरिये भी नए रोजगार सृजन पर फोकस किया जा रहा है।
उन्होंने कहा,

“हमारा उद्देश्य है कि उत्तराखंड का हर नागरिक आत्मनिर्भर बने, और राज्य अगला दशक ‘रोजगार और विकास का दशक’ बने।”


Rashtra Bharat
Rashtra Bharat पर पढ़ें ताज़ा खेल, राजनीति, विश्व, मनोरंजन, धर्म और बिज़नेस की अपडेटेड हिंदी खबरें।

Aryan Ambastha

राष्ट्रभारत डॉट कॉम में लेखक एवं विचारक | वित्त और उभरती तकनीकों में गहरी रुचि | राजनीति एवं समसामयिक मुद्दों के विश्लेषक | कंटेंट क्रिएटर | नालंदा विश्वविद्यालय से स्नातक।

प्रौद्योगिकी, वित्त, राजनीति और समाज के आपसी संबंधों को समझने और व्याख्या करने का विशेष कौशल रखते हैं। जटिल विषयों को सरल, शोध-आधारित और संतुलित दृष्टिकोण के साथ पाठकों तक पहुँचाना इनकी पहचान है। संपर्क: aryan.ambastha@rashtrabharat.com