हिंगोली नगर पालिका चुनाव का ऐलान
चार साल बाद हिंगोली जिले की तीनों नगर पालिकाओं के चुनाव की घोषणा हो गई। राज्य निर्वाचन आयोग ने स्पष्ट किया है कि 2 दिसंबर को मतदान होगा और 3 दिसंबर को मतगणना।
हिंगोली, बसमत और कलमनुरी नगर पालिका के लिए यह चुनाव महत्वपूर्ण माने जा रहे हैं क्योंकि स्थानीय स्तर पर विकास योजनाओं, पानी, सड़क और सफाई जैसे मुद्दों पर जनता इस बार अपना प्रतिनिधि चुनेगी।
चुनाव आयोग की घोषणा से जिले में हलचल
चुनाव कार्यक्रम की घोषणा होते ही हिंगोली जिले में राजनीतिक हलचल तेज हो गई। आदर्श आचार संहिता तुरंत लागू कर दी गई।
स्थानीय जनप्रतिनिधियों को अब किसी भी प्रकार की नई योजना या निधि वितरण पर रोक लग गई है।
कई पार्षदों का मानना था कि चुनाव कार्यक्रम नवंबर के दूसरे सप्ताह में घोषित होगा, लेकिन आयोग ने अचानक फैसला सुनाकर सभी समीकरण बदल दिए।
इन नगर पालिकाओं में होगा मतदान
हिंगोली जिले में तीन प्रमुख नगर पालिकाएं हैं —
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हिंगोली नगर पालिका (17 प्रभाग, 34 नगरसेवक पद)
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कलमनुरी नगर पालिका (10 प्रभाग, 20 नगरसेवक पद)
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बसमत नगर पालिका (15 प्रभाग, 30 नगरसेवक पद)
इस बार भी वर्ष 2016 की तरह सीधे जनता नगराध्यक्ष का चुनाव करेगी। यानी 2 दिसंबर को नगराध्यक्ष और पार्षद दोनों के लिए एक साथ मतदान होगा।
चुनाव कार्यक्रम का विस्तृत विवरण
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4 नवंबर – चुनाव की आधिकारिक घोषणा
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10 से 17 नवंबर – नामांकन पत्र दाखिल करने की अवधि
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18 नवंबर – नामांकन पत्रों की जांच
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21 नवंबर – अपील न करने वाले प्रत्याशी नामांकन वापस ले सकेंगे
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25 नवंबर – अपील वाले मामलों में नामांकन वापसी की अंतिम तिथि
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26 नवंबर – चुनाव चिन्ह का वितरण और प्रत्याशियों की अंतिम सूची
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2 दिसंबर – मतदान
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3 दिसंबर – मतगणना
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10 दिसंबर – परिणामों की राजपत्र में घोषणा
राजनीतिक दलों की तैयारी शुरू
चुनाव की घोषणा होते ही शिवसेना (शिंदे गुट), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, कांग्रेस और भाजपा ने अपनी स्थानीय इकाइयों को सक्रिय कर दिया है।
संभावित उम्मीदवारों के चयन पर बैठकों का दौर जारी है।
सामाजिक संगठन और स्वतंत्र उम्मीदवार भी मैदान में उतरने की तैयारी कर रहे हैं।
जनता की उम्मीदें और मुद्दे
हिंगोली के नागरिकों का कहना है कि नगर पालिका का पिछला कार्यकाल असंतोषजनक रहा।
पानी की समस्या, सड़क की खराब हालत और सफाई व्यवस्था सबसे बड़े मुद्दे हैं।
नए नगराध्यक्ष और पार्षदों से लोग पारदर्शी प्रशासन और जवाबदेही की अपेक्षा कर रहे हैं।
प्रशासन की तैयारी
जिला प्रशासन ने कहा है कि मतदान शांतिपूर्ण, निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से कराया जाएगा।
सभी मतदान केंद्रों पर सुरक्षा बल तैनात रहेंगे।
इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (EVM) की जांच और वितरण 30 नवंबर तक पूरी कर ली जाएगी।
चुनाव परिणाम पर सबकी नजर
3 दिसंबर को मतगणना होगी।
राजनीतिक पर्यवेक्षकों का कहना है कि इस बार मुकाबला त्रिकोणीय रहेगा।
स्थानीय स्तर पर उम्मीदवारों की व्यक्तिगत छवि और जनसंपर्क निर्णायक भूमिका निभाएंगे।