बिहार चुनाव 2025 में पहला चरण, प्रचार थमा, रुचि बढ़ी
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. 121 सीटों पर 6 नवंबर को मतदान होगा. इस चरण में कई क्षेत्रों में राजनीतिक गतिविधियां तेज थीं. उम्मीदवारों ने मतदान से ठीक पहले मतदाताओं से संपर्क को महत्व दिया. इस दौरान विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने अपने-अपने दृष्टिकोण और वादों को जनता के सामने रखा. चुनाव आयोग ने मतदान केंद्रों की सुरक्षा व्यवस्था पर ध्यान दिया. अर्द्धसैनिक बलों की तैनाती की जा रही है. मतदाताओं की सहज भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए कार्य जारी है.
#WATCH | #BiharElection2025 | Patna, Bihar: RJD leader Tejashwi Yadav says, “I extend my heartfelt greetings to the people on the occasion of Kartik Purnima and Guru Nanak Jayanti.”
On Vikassheel Insaan Party (VIP) candidate Santosh Sahani withdrawing his nomination from Gaura… pic.twitter.com/H31ppYeaJE
— ANI (@ANI) November 5, 2025
गौरा बौराम में वीआईपी प्रत्याशी का निर्णय, समर्थन का संदेश
दरभंगा जिले के गौरा बौराम विधानसभा क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण राजनीतिक विकास सामने आया. विकासशील इंसान पार्टी के प्रत्याशी संतोष सहनी ने अपना नामांकन वापस ले लिया. उनके इस कदम ने चुनावी समीकरण को प्रभावित किया. उन्होंने क्षेत्र में राजद उम्मीदवार को समर्थन देने का निर्णय लिया. यह समर्थन स्थानीय सामाजिक समीकरणों को प्रभावित कर रहा है. चुनावी जमीन पर सक्रिय कई समूह इस बदलाव पर नजर रखे हुए हैं. इस समर्थन ने राजद की स्थिति को मजबूत किया है.
तेजस्वी यादव की प्रतिक्रिया, त्योहारों की शुभकामनाएं भी दीं
राजद नेता तेजस्वी यादव से इस निर्णय पर प्रतिक्रिया पूछी गई. उन्होंने संक्षिप्त शब्दों में कहा कि संतोष सहनी का निर्णय उनका स्वयं का निर्णय है. उन्होंने इस अवसर पर कार्तिक पूर्णिमा और गुरु नानक जयंती पर लोगों को शुभकामनाएं दीं. तेजस्वी यादव ने कहा कि जनता की अपेक्षाएं विकास और शिक्षा के अवसरों से जुड़ी रहती हैं. उनका कहना था कि लोगों का सहयोग चुनाव की दिशा तय करता है.
एनडीए की ओर से बयान, विकास और सुरक्षा की चर्चा
एनडीए की ओर से केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने बयान दिया. उन्होंने कहा कि बिहार की जनता विकास की दिशा को प्राथमिकता दे रही है. उनका कहना था कि पूर्व के समय में असुरक्षा, पलायन और शिक्षा तथा स्वास्थ्य ढांचे की समस्याएं अधिक थीं. उन्होंने कहा कि वर्ष 2005 के बाद हालात नए रूप में सामने आए. ग्रामीण इलाकों में बिजली और सड़क संपर्क में सुधार आया. नित्यानंद राय ने कहा कि जनता भय की राजनीति से दूर रहना चाहती है और काम के आधार पर सरकार का चयन करेगी.
पहले चरण की वोटिंग से जुड़ी तैयारियां
पहले चरण की वोटिंग को लेकर प्रशासनिक तैयारियां अंतिम चरण में हैं. मतदान केंद्रों पर सुरक्षा व्यवस्था पर ध्यान दिया जा रहा है. विभिन्न जिलों में मतदान कर्मियों को प्रशिक्षण दिया गया है. मतदान केंद्रों में पानी, प्रकाश व्यवस्था और कतार प्रबंधन जैसी सुविधाओं पर निगरानी की जा रही है. आयोग ने मतदाताओं से निर्भीक होकर मतदान करने की अपील की है. चुनावी प्रक्रिया को शांतिपूर्ण और सुव्यवस्थित बनाए रखने का प्रयास जारी है.
स्थानीय जनमत और माहौल
गौरा बौराम क्षेत्र में राजनीतिक चर्चा बढ़ गई है. मतदाताओं में रुचि और उत्सुकता दिखाई दे रही है. समर्थन परिवर्तन का प्रभाव मतदान पर कैसा पड़ेगा, इस पर स्थानीय स्तर पर विचार व्यक्त किए जा रहे हैं. राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता मतदाताओं से संपर्क बनाए हुए हैं. चुनावी माहौल में स्थानीय मुद्दे भी प्रमुख स्थान ले रहे हैं. सड़कों की स्थिति, शिक्षा केंद्रों की स्थिति, स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता जैसे बिंदु चर्चा में शामिल हैं.