बिहार विधानसभा चुनाव 2025: मतदान की शुरुआत
डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण का मतदान गुरूवार को सुबह शुरू हो गया। पूरे राज्य में 13.13 प्रतिशत मतदाता सुबह नौ बजे तक अपने मताधिकार का प्रयोग कर चुके हैं। सहरसा में सबसे अधिक और पटना में सबसे कम वोटिंग दर्ज की गई है। इस चरण में 18 जिलों की 121 विधानसभा सीटों पर मतदाता अपनी राय व्यक्त करेंगे, जिसमें कई सियासी दिग्गजों की किस्मत का फैसला ईवीएम में होगा।
मुख्य नेता जैसे तेजस्वी यादव, नीतीश कुमार, मुकेश सहनी और लालू यादव ने मतदान कर अपनी भागीदारी सुनिश्चित की। पहले चरण में उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा, डिप्टी सीएम सहित नीतीश सरकार के 16 मंत्रियों की राजनीतिक भागीदारी पर विशेष नजर रखी जा रही है।
भोजपुर में भाजपा-राजद समर्थकों के बीच झड़प – Bihar Chunav 2025 Voting
आरा, भोजपुर। बड़हरा विधानसभा क्षेत्र के बसंतपुर बूथ पर गुरूवार की शाम भाजपा और राजद समर्थकों के बीच मतदान को लेकर झड़प हो गई। मारपीट में राजद पोलिंग एजेंट संदीप कुमार घायल हो गए। स्थानीय पुलिस ने घटना की जानकारी मिलने पर तुरंत घटनास्थल पर पहुँचकर स्थिति को नियंत्रण में किया। घायल एजेंट को प्राथमिक उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया।
पुलिस सूत्रों के अनुसार झड़प का कारण मतदाताओं को मतदान केंद्र तक पहुँचाने को लेकर मतभेद था। यह घटना चुनावी प्रक्रिया की संवेदनशीलता और राजनीतिक तनाव को दर्शाती है।

नेताओं के बीच विवाद और बहस
बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा और राजद विधायक अजय कुमार के बीच तीखी बहस देखने को मिली। अजय कुमार ने सिन्हा पर मतदाताओं को डराने और दबाव बनाने का आरोप लगाया। इसके जवाब में सिन्हा ने अजय कुमार को असफल नेता और शराबी कहकर पलटवार किया।
लखीसराय में सिन्हा के निर्वाचन क्षेत्र में उनके काफिले पर कथित तौर पर पत्थर और चप्पल फेंके गए। भीड़ ने ‘मुर्दाबाद’ के नारे लगाए और वाहन को रोक दिया। इस घटना ने चुनावी सुरक्षा और नेताओं की सुरक्षा पर प्रश्न खड़े कर दिए।
युवाओं में मतदान का उत्साह – Bihar Chunav 2025 Voting
बिक्रम विधानसभा क्षेत्र के फतेहपुर गांव में युवा बड़ी संख्या में मतदान के लिए पहुंचे। ब्लू निशान के साथ मतदान कर युवाओं ने लोकतांत्रिक प्रक्रिया में भागीदारी का संदेश दिया।
स्थानीय लोगों ने कहा कि इस बार युवाओं में चुनावी जागरूकता और मतदान में उत्साह बहुत बढ़ा है। कई युवाओं ने अपनी सामाजिक जिम्मेदारी के रूप में मतदान को महत्व दिया और सोशल मीडिया पर फोटो शेयर की।
सुरक्षा और प्रशासन की तैयारियाँ
चुनाव आयोग और स्थानीय प्रशासन ने मतदान की सुचारु प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए व्यापक तैयारी की है। पुलिस बल, ईवीएम मशीन और मतदान केंद्रों पर निगरानी के लिए सुरक्षा कर्मियों की पर्याप्त तैनाती की गई है।
चुनावी प्रक्रिया के दौरान किसी भी प्रकार की अनियमितता या हिंसा को रोकने के लिए प्रशासन ने विशेष सतर्कता बरती है।
पहले चरण के मतदान ने बिहार के राजनीतिक परिदृश्य में हलचल मचा दी है। भोजपुर जैसी जगहों पर हिंसक झड़प ने चुनावी तनाव को उजागर किया, जबकि युवा मतदाताओं में मतदान उत्साह ने लोकतंत्र की ताकत दिखाई। अब जनता की भागीदारी के आधार पर यह तय होगा कि बिहार की राजनीति अगले चरण में किस दिशा में जाएगी।