अरवल में विकास का संदेश – Bihar Chunav 2025 Voting
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब से हमारी सरकार आई है, बिहार में शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और महिलाओं के कल्याण की दिशा में अभूतपूर्व कार्य हुए हैं। उन्होंने विशेष रूप से विद्या पेंशन, महिलाओं को पेंशन और रोजगार योजनाओं की चर्चा की। उनके अनुसार, राज्य सरकार का मुख्य उद्देश्य हर वर्ग तक लाभ पहुँचाना है और समाज के हर हिस्से को सशक्त बनाना है।
परिवारवाद पर कटाक्ष
नीतीश कुमार ने अपने भाषण में पारिवारिक राजनीति पर भी इशारा किया। उन्होंने कहा कि पहले की सरकार में कार्य प्रगति नहीं हो सकी थी, लेकिन अब कार्य योजना स्पष्ट और निष्पक्ष तरीके से लागू की जा रही है। उन्होंने जनता को यह विश्वास दिलाया कि हर निर्णय जनता की भलाई के लिए किया जा रहा है और किसी व्यक्तिगत स्वार्थ को प्राथमिकता नहीं दी जा रही है।
महिलाओं की भागीदारी
मुख्यमंत्री की जनसभा में महिलाओं की भारी उपस्थिति देखी गई। उन्होंने कहा कि महिलाओं की भागीदारी विकास की रीढ़ है। महिला सशक्तिकरण के लिए सरकार ने अनेक योजनाएं लागू की हैं, जिनसे महिलाएं न केवल आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन रही हैं, बल्कि समाज में उनकी स्थिति भी मजबूत हो रही है।
रोजगार और उद्योग पर ध्यान – Bihar Chunav 2025 Voting
नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में रोजगार सृजन और उद्योग विकास पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। नई नीतियों के माध्यम से युवाओं को नौकरी और स्वरोजगार के अवसर मिल रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में छोटे और मध्यम उद्योगों को प्रोत्साहन देने के लिए योजनाएं बनाई हैं, जिससे स्थानीय लोगों को लाभ मिल रहा है।
शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र की उपलब्धियां
मुख्यमंत्री ने शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्रों में हुए सुधारों की ओर भी ध्यान दिलाया। उन्होंने कहा कि विद्या पेंशन योजना और शिक्षा के लिए अन्य प्रयास युवाओं के भविष्य को सुरक्षित कर रहे हैं। स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर बनाने के लिए अस्पतालों और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों का पुनर्गठन किया गया है।
चुनावी संदर्भ और प्रत्याशी समर्थन
नीतीश कुमार करपी खेल मैदान में अपने पार्टी के प्रत्याशी पप्पू कुमार वर्मा के समर्थन में उपस्थित थे। उन्होंने जनता से अपील की कि वे विकास कार्यों को आगे बढ़ाने के लिए सही विकल्प चुनें। उन्होंने कहा कि केवल सत्ता परिवर्तन से काम नहीं चलेगा, बल्कि योजनाओं का निष्पक्ष क्रियान्वयन जरूरी है।
मुख्यमंत्री ने अपने पूरे भाषण में किसी भी राजनीतिक प्रतिद्वंदी का नाम नहीं लिया। यह रणनीति जनता पर सकारात्मक संदेश देने और विकास कार्यों पर ध्यान केंद्रित करने की रही।