Tiger Attack Katli Borgaon: कटली बोरगांव में कपास तोड़ते समय युवक पर वाघ का भीषण प्राणघातक हमला
महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले के कटली बोरगांव गांव में सोमवार की सुबह एक दर्दनाक घटना घटी, जब खेत में काम कर रहे एक युवक पर वाघ ने अचानक हमला कर दिया। यह हमला इतना भीषण था कि युवक की मौके पर ही मृत्यु हो गई। ग्रामीणों में भय और आक्रोश दोनों का माहौल है।
घटना का विवरण
जानकारी के अनुसार, मृतक युवक अपने परिवार के साथ खेत में कपास तोड़ने गया था। तभी अचानक झाड़ियों से निकले वाघ ने उस पर झपट्टा मारा। ग्रामीणों ने शोर मचाया, परंतु तब तक वाघ ने युवक को गंभीर रूप से घायल कर दिया। घायल अवस्था में उसे तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
गांव में दहशत का माहौल
इस घटना के बाद पूरे गांव में दहशत का माहौल फैल गया है। ग्रामीणों का कहना है कि पिछले कुछ दिनों से इलाके में वाघ की गतिविधियां बढ़ गई थीं। कई बार गांव के बाहरी इलाकों में वाघ के पंजों के निशान भी देखे गए थे, लेकिन वन विभाग ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया।
वन विभाग की कार्रवाई और बयान
Tiger Attack Katli Borgaon: घटना की सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। अधिकारियों ने बताया कि वाघ को ट्रैक करने के लिए कैमरे लगाए जा रहे हैं और आसपास के इलाकों में ड्रोन सर्वे भी किया जाएगा। वन अधिकारी ने यह भी कहा कि मृतक के परिवार को शासन की ओर से मुआवजा दिया जाएगा।
वन विभाग ने ग्रामीणों से अपील की है कि वे खेतों में अकेले काम न करें और समूह में ही जाएं। साथ ही, वनों से सटे क्षेत्रों में सतर्कता बढ़ाने के निर्देश भी जारी किए गए हैं।
ग्रामीणों की नाराजगी और मांग
ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन की लापरवाही के कारण ही यह हादसा हुआ है। गांववालों ने मांग की है कि वाघ को जल्द से जल्द पकड़कर दूसरे अभयारण्य में भेजा जाए। साथ ही, मृतक परिवार को उचित मुआवजा और सुरक्षा प्रदान की जाए।
गांव के सरपंच ने बताया कि पिछले वर्ष भी इसी इलाके में एक महिला पर वाघ ने हमला किया था। उसके बाद से ग्रामीणों ने कई बार प्रशासन को चेताया था, परंतु किसी ने ध्यान नहीं दिया।
विशेषज्ञों की राय | Tiger Attack Katli Borgaon
वन्यजीव विशेषज्ञों के अनुसार, चंद्रपुर क्षेत्र वाघों की अधिकता वाला इलाका है, जहां मनुष्य और वन्यजीव का संघर्ष लगातार बढ़ रहा है। बढ़ती खेती, जंगलों की कटाई और मानव विस्तार के कारण वाघ अब गांवों की ओर बढ़ रहे हैं। विशेषज्ञों ने कहा कि यह केवल एक अलग घटना नहीं बल्कि चेतावनी है कि जंगलों के संतुलन को बनाए रखने के लिए तत्काल कदम उठाने की आवश्यकता है।
प्रशासन की अगली योजना
जिला प्रशासन ने घटना के बाद बैठक बुलाई है, जिसमें वाघों की निगरानी और ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए नई योजनाएं बनाई जा रही हैं। प्रशासन ने यह भी कहा है कि प्रभावित क्षेत्र में वन्यजीव रक्षक दल की तैनाती की जाएगी और ग्रामीणों को सतर्क रहने के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा।
कटली बोरगांव की यह दुखद घटना न केवल एक परिवार के लिए शोक का कारण बनी, बल्कि यह इस बात की याद दिलाती है कि जंगल और मानव बस्तियों के बीच की सीमाएं कितनी संवेदनशील हो चुकी हैं। अब जरूरत है कि वन्यजीवों और ग्रामीणों दोनों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ठोस और दीर्घकालिक उपाय किए जाएं।