Devendra Fadnavis Yoga Speech: योग ही है जीवन का सच्चा आधार, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस
नागपुर, 7 नवंबर: मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि योग केवल शरीर को स्वस्थ रखने का माध्यम नहीं, बल्कि यह मन, आत्मा और चेतना को संतुलित करने की अनोखी साधना है। आज के तनावपूर्ण जीवन में योग ही वह उपाय है जो मानव को मानसिक शांति और शारीरिक स्वास्थ्य प्रदान करता है।
योग की प्राचीनता और आधुनिक आवश्यकता
मुख्यमंत्री फडणवीस जनार्दन स्वामी योगाभ्यासी मंडल द्वारा आयोजित 75वें अमृत महोत्सव अंतरराष्ट्रीय योग सम्मेलन में बोल रहे थे, जो 7 से 9 नवंबर तक नागपुर के रामनगर संघ मैदान में आयोजित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि योग हमारी भारतीय संस्कृति की अमूल्य धरोहर है, जो सहस्राब्दियों से हमारे जीवन का हिस्सा रही है।
उन्होंने कहा कि “योग केवल आसन या प्राणायाम तक सीमित नहीं है। यह जीवन की एक पूर्ण पद्धति है, जिसमें आत्मसंयम, अनुशासन और आत्मविकास के सिद्धांत समाहित हैं। आज जब दुनिया तनाव, चिंता और असंतुलन से जूझ रही है, तब योग एक विश्वव्यापी समाधान बनकर उभरा है।”

योग से जुड़ी है उपचार और चेतना की शक्ति
फडणवीस ने कहा कि योग से केवल रोगों का उपचार ही नहीं होता, बल्कि व्यक्ति में आत्मबल, सकारात्मक ऊर्जा और आध्यात्मिक चेतना भी विकसित होती है। उन्होंने बताया कि अनेक चिकित्सा अनुसंधानों ने यह सिद्ध किया है कि नियमित योगाभ्यास से मधुमेह, रक्तचाप, हृदय रोग जैसी समस्याएँ नियंत्रित की जा सकती हैं।
उन्होंने कहा कि योग विज्ञान शरीर, मन और आत्मा के बीच सामंजस्य स्थापित करता है। “योग के माध्यम से हम न केवल अपने शरीर को सुदृढ़ बना सकते हैं, बल्कि अपनी विचारधारा और जीवन दृष्टिकोण को भी सकारात्मक दिशा दे सकते हैं,” उन्होंने कहा।
प्रधानमंत्री मोदी के दृष्टिकोण से प्रेरित
Devendra Fadnavis Yoga Speech: मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस विचार का उल्लेख किया जिसके अंतर्गत “वसुधैव कुटुंबकम” की भावना से प्रेरित होकर अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का प्रस्ताव विश्व स्तर पर रखा गया। उन्होंने कहा कि यह भारत के लिए गर्व की बात है कि आज योग पूरे विश्व में एक प्रतिष्ठित चिकित्सा और जीवनशैली पद्धति के रूप में स्वीकार किया जा रहा है।
“योग दिवस के माध्यम से भारत ने न केवल अपनी प्राचीन परंपरा को पुनर्जीवित किया है, बल्कि पूरे विश्व को एकता और संतुलन का संदेश भी दिया है,” फडणवीस ने कहा।
75 वर्षों की साधना – जनार्दन स्वामी योगाभ्यासी मंडल
मुख्यमंत्री ने जनार्दन स्वामी योगाभ्यासी मंडल के योगदान की प्रशंसा करते हुए कहा कि मंडल ने पिछले 75 वर्षों में योग को समाज के प्रत्येक वर्ग तक पहुँचाने का महान कार्य किया है। उन्होंने कहा कि मंडल के प्रयासों से आज लाखों लोग योग से जुड़कर स्वस्थ जीवन की दिशा में अग्रसर हैं।
इस अवसर पर मंडल के अध्यक्ष राम खांडवे, डॉ. वेदप्रकाश मिश्रा, शिवानी दाणी तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। कार्यक्रम में विभिन्न देशों से आए योग विशेषज्ञों और साधकों ने भी अपने अनुभव साझा किए।
योग: मानवता का सार्वभौम मार्ग
मुख्यमंत्री ने अपने उद्बोधन का समापन करते हुए कहा, “योग किसी एक देश, धर्म या समुदाय की संपत्ति नहीं है, बल्कि यह समस्त मानवता की आध्यात्मिक धरोहर है। हमें इसे अपने जीवन का अभिन्न हिस्सा बनाना चाहिए, ताकि हम स्वयं स्वस्थ रहें और समाज में संतुलन और समरसता स्थापित कर सकें।”