Vishal Yadav Hatyakand: विशाल यादव हत्याकांड, फरार आरोपियों पर पुलिस की कड़ी कार्रवाई
सीवान (मैरवा): तितरा गांव के चर्चित विशाल यादव हत्याकांड में फरार चल रहे अभियुक्तों पर पुलिस ने एक बार फिर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। न्यायालय के आदेश पर पुलिस ने अभियुक्तों के घरों पर इश्तेहार चिपकाकर उन्हें शीघ्र आत्मसमर्पण करने की चेतावनी दी है।
पुलिस की कार्रवाई ने तेज़ किया न्याय का रास्ता
अपर थानाध्यक्ष राहुल कुमार के नेतृत्व में गठित पुलिस टीम ने फरार अभियुक्तों के ठिकानों पर पहुंचकर न्यायालय के आदेश के अनुसार इश्तेहार चिपकाने की कार्रवाई की। यह कदम यह दर्शाता है कि पुलिस अब किसी भी सूरत में अपराधियों को खुला नहीं छोड़ने वाली है।

किन अभियुक्तों के घरों पर हुई कार्रवाई
पुलिस ने जिन अभियुक्तों के घरों पर इश्तेहार चिपकाए हैं, उनमें तितरा निवासी सुरेंद्र यादव के पुत्र विशाल यादव, फुलवरिया निवासी अमरजीत यादव के पुत्र अंकित यादव तथा जीरादेई थाना क्षेत्र के ठेपहां निवासी राजदेव शर्मा के पुत्र हरेंद्र शर्मा शामिल हैं। पुलिस ने स्पष्ट किया है कि यदि ये अभियुक्त निर्धारित समय सीमा में न्यायालय या थाना में आत्मसमर्पण नहीं करते हैं, तो कुर्की-जब्ती की कार्रवाई प्रारंभ कर दी जाएगी।
हत्या का मामला जिसने झकझोर दिया पूरा इलाका
यह घटना 23 मार्च की शाम की है जब तितरा गांव के 18 वर्षीय युवक विशाल यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस हत्या से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई थी। मृतक की मां तेतरी देवी ने इस मामले में 10 नामजद और 14 अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी।
नामजद अभियुक्तों की सूची
नामजद अभियुक्तों में गोलू चौहान, विशाल शर्मा, शिवसागर यादव, श्रीकांत यादव, अंकित कुमार, शिवम यादव, तितरा के विशाल यादव, हरेंद्र शर्मा, नौलाख यादव और गोलू यादव के नाम शामिल हैं। इनमें से दो अभियुक्तों को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है, जबकि अन्य अभी भी फरार हैं।
ग्रामीणों का आक्रोश और सड़क जाम
Vishal Yadav Hatyakand: हत्या की घटना के अगले दिन, 24 मार्च को आक्रोशित ग्रामीणों ने सीवान–मैरवा मुख्य मार्ग को जाम कर आगजनी की थी। ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए तत्काल गिरफ्तारी की मांग की थी। इस दौरान स्थिति को संभालने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया था।
विशेष जांच दल (SIT) का गठन
घटना की गंभीरता को देखते हुए तत्कालीन पुलिस अधीक्षक अमितेश कुमार ने एसडीपीओ चंदन कुमार के नेतृत्व में विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया। इस टीम में इंस्पेक्टर मुकेश झा, दरौली थानाध्यक्ष, एएसआई डॉली कुमारी और अन्य अधिकारी शामिल थे।
लापरवाही पर कार्रवाई और जांच की प्रगति
पुलिस जांच में लापरवाही बरतने के आरोप में तत्कालीन थानाध्यक्ष राकेश कुमार को निलंबित कर थाना की जिम्मेदारी एएसआई डॉली कुमारी को सौंपी गई थी। अब जांच दल लगातार सबूतों और अभियुक्तों के ठिकानों का विश्लेषण कर रहा है।
आगे की कार्रवाई की चेतावनी
पुलिस सूत्रों का कहना है कि यदि आरोपी निर्धारित समय में आत्मसमर्पण नहीं करते हैं, तो उनकी संपत्ति कुर्क करने की प्रक्रिया शीघ्र ही शुरू की जाएगी। पुलिस प्रशासन का यह रुख यह संदेश देता है कि अपराधियों के लिए अब कोई सुरक्षित ठिकाना नहीं बचा है।