मुजफ्फरपुर में बदनाम गली की महिलाओं का मानवीय चेहरा, मासूम बच्ची को बिकने से बचाया
चतुर्भुज स्थान में युवक पर महिलाओं को हुआ शक, तुरंत दी पुलिस को सूचना
Muzaffarpur Crime News: मुजफ्फरपुर शहर के नगर थाना क्षेत्र के चर्चित चतुर्भुज स्थान इलाके में शनिवार को उस समय अफरा-तफरी मच गई जब एक युवक 6–7 साल की एक बच्ची को लेकर इलाके में पहुंचा।
स्थानीय महिलाओं को शक हुआ कि युवक बच्ची को बेचने की कोशिश में है। एक नर्तकी की सूझबूझ से न सिर्फ बच्ची की जान बच गई बल्कि आरोपी को भी पकड़ लिया गया।
नर्तकी ने बताया, “हमने देखा कि युवक बच्ची को किसी को देने की बात कर रहा था। मुझे शक हुआ और मैंने तुरंत आसपास के लोगों को बुलाया और पुलिस को खबर दी। हम गलत काम नहीं करते, हमने बच्ची को सुरक्षित रखा।”

“हम बदनाम गली में रहते हैं, पर इंसानियत निभाना जानते हैं”
यह घटना उस जगह पर हुई जिसे अक्सर समाज “बदनाम गली” कहकर पहचानता है। लेकिन इस बार इन्हीं महिलाओं ने मानवता और साहस की मिसाल पेश की।
नर्तकी ने कहा, “लोग हमारे बारे में गलत सोचते हैं, पर जब किसी निर्दोष की जान बचाने की बात आती है, तो हम पीछे नहीं हटते।”
इलाके की अन्य महिलाओं ने भी कहा कि बच्ची डरी-सहमी थी और युवक लगातार अपने बयान बदल रहा था। जब उसने कभी कहा कि बच्ची सड़क पर मिली और कभी अलग-अलग पते बताने लगा, तो शक और गहरा गया।
Muzaffarpur Crime News: भीड़ ने पकड़ा आरोपी, पुलिस ने लिया हिरासत में
स्थानीय लोगों ने युवक को पकड़कर पूछताछ की, लेकिन जब वह सही जवाब नहीं दे पाया तो गुस्साई भीड़ ने उसकी पिटाई कर दी। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई।
नगर थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और युवक को भीड़ से छुड़ाकर थाने ले गई। बच्ची को पुलिस ने संरक्षण में ले लिया है।
बच्ची से पूछताछ और परिवार की तलाश जारी
Muzaffarpur Crime News: पुलिस ने बताया कि आरोपी युवक से पूछताछ की जा रही है और बच्ची की पहचान एवं उसके परिवार का पता लगाने की कोशिश चल रही है। प्रारंभिक पूछताछ में युवक ने अपना पता दरभंगा बताया है, लेकिन वह स्पष्ट जानकारी नहीं दे पा रहा।
पुलिस ने कहा कि बच्ची को सुरक्षित शेल्टर होम में रखा गया है और उसकी काउंसलिंग की जा रही है ताकि उसके बयान से सच्चाई सामने लाई जा सके।
समाज के लिए संदेश – मानवता हर जगह जिंदा है
Muzaffarpur Crime News: यह घटना समाज के लिए एक बड़ा संदेश छोड़ती है — कि इंसानियत किसी गली या पेशे की मोहताज नहीं होती।
मुजफ्फरपुर की तथाकथित बदनाम गली की इन महिलाओं ने वह किया जो कई बार “सभ्य समाज” के लोग करने से डरते हैं। उन्होंने एक मासूम की ज़िंदगी को सुरक्षित रखने का साहस दिखाया।
स्थानीय सामाजिक संगठनों ने भी इन महिलाओं की सराहना की है। शहर के कई लोगों ने कहा कि यह घटना समाज में बने पूर्वाग्रहों को तोड़ने वाली है।