Bihar Politics: बिहार की राजनीति में नया मोड़, तेजस्वी यादव का दावा, 18 नवंबर को बनेगी नई सरकार
पटना। बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण से पहले राज्य की राजनीति में हलचल तेज हो गई है। विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने सोमवार को प्रेस वार्ता कर एनडीए पर गंभीर आरोप लगाए और स्पष्ट शब्दों में कहा कि महागठबंधन की सरकार बनेगी तथा वे 18 नवंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।
एनडीए पर धांधली का आरोप
तेजस्वी यादव ने कहा कि एनडीए हरसंभव प्रयास कर रही है कि किसी भी तरह चुनाव में जीत हासिल की जाए। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा शासित राज्यों से केंद्रीय पुलिस बल को बिहार बुलाया गया ताकि चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित किया जा सके। नगालैंड से बल तैनात किया गया जबकि झारखंड और पश्चिम बंगाल के जवानों को जानबूझकर चुनाव से दूर रखा गया।
तेजस्वी ने कहा कि 68 प्रतिशत पुलिस पर्यवेक्षक भाजपा शासित राज्यों से बुलाए गए हैं, जो लोकतंत्र के लिए बेहद चिंताजनक है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह अधिकारियों पर दबाव डालकर एनडीए के पक्ष में मतदान कराने की कोशिश कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री पर गंभीर आरोप
तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने बिहार के विकास को लेकर कोई ठोस विजन पेश नहीं किया, बल्कि उन्होंने ऐसे भाषण दिए जिनसे राज्य की बदनामी हुई। तेजस्वी ने कहा, “प्रधानमंत्री का भाषण किसी वेब सीरीज़ से प्रेरित लगता है। उन्होंने अपराध पृष्ठभूमि वाले नेताओं के साथ मंच साझा किया। भागलपुर के सृजन घोटाले के आरोपी विपिन शर्मा की उन्होंने खुलेआम पीठ थपथपाई।”
चुनावी रिश्वत का मुद्दा उठाया
तेजस्वी यादव ने कहा कि भाजपा ने वोट हासिल करने के लिए 30 हजार करोड़ रुपये की रिश्वत दी है, जो महिलाओं के बीच बांटी गई। उन्होंने कहा कि एनडीए ने 10-10 हजार रुपये के हिसाब से यह रकम महिलाओं तक पहुंचाई, ताकि उन्हें प्रभावित किया जा सके।
उन्होंने वादा किया कि अगर महागठबंधन की सरकार बनती है, तो 14 जनवरी को महिलाओं के खाते में 30-30 हजार रुपये डाले जाएंगे।
अपराध और भ्रष्टाचार पर ‘जीरो टोलरेंस’ नीति
Bihar Politics: तेजस्वी यादव ने कहा कि उनकी सरकार अपराध, भ्रष्टाचार और सांप्रदायिकता पर सख्त नीति अपनाएगी। उन्होंने कहा, “अपराधी किसी भी जाति या धर्म का क्यों न हो, उसे बख्शा नहीं जाएगा। अगले साल 26 जनवरी से पहले ऐसे सभी अपराधी जेल के पीछे होंगे।”
तेजस्वी ने कहा कि उनकी सरकार पारदर्शिता और जवाबदेही के सिद्धांतों पर चलेगी। उनका लक्ष्य युवाओं को रोजगार, किसानों को उचित मूल्य और महिलाओं को आर्थिक सशक्तिकरण देना है।
महागठबंधन में एकता और भरोसा
तेजस्वी यादव ने कहा कि महागठबंधन के सभी घटक दल एकजुट हैं और इस बार जनता ने भी मन बना लिया है कि बदलाव होगा। उन्होंने कहा, “जनता अब धोखे में नहीं आएगी। महागठबंधन बिहार के भविष्य की नई दिशा तय करेगा।”
राजद के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव अब्दुल बारी सिद्दीकी, सांसद डॉ. मीसा भारती, प्रो. मनोज कुमार झा, संजय यादव, पूर्व मंत्री आलोक कुमार मेहता, कोषाध्यक्ष डॉ. सुनील कुमार सिंह, मुख्य प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव और प्रदेश प्रवक्ता एजाज अहमद इस संवाददाता सम्मेलन में उपस्थित थे।
तेजस्वी यादव के इस बयान ने बिहार की राजनीति में नई हलचल पैदा कर दी है। जहां एनडीए अपनी सत्ता बचाने में लगी है, वहीं महागठबंधन ने जनता के मुद्दों को सामने रखकर एक नई उम्मीद जगाई है। 18 नवंबर को क्या सच में बिहार की सत्ता परिवर्तन देखेगा, यह आने वाले परिणामों से स्पष्ट होगा।