America Shutdown: अमेरिकी शटडाउन का बढ़ता असर, हवाई यात्रा व्यवस्था चरमराई
नई दिल्ली। अमेरिका में जारी सरकारी शटडाउन अब प्रशासनिक सीमाओं से आगे बढ़कर आम जनजीवन को प्रभावित करने लगा है। रविवार 9 नवंबर को अमेरिकी हवाई सेवा प्रणाली पूरी तरह अस्त-व्यस्त नजर आई, जब 2800 उड़ानें रद्द करनी पड़ीं और 10,200 से अधिक में देरी दर्ज की गई। यात्रियों को घंटों हवाई अड्डों पर इंतजार करना पड़ा, वहीं एयरलाइंस कंपनियों के लिए भी यह स्थिति संकट का कारण बन गई है।
एयर ट्रैफिक कंट्रोल की कमी बनी संकट की जड़
अमेरिकी ट्रांसपोर्टेशन सेक्रेटरी सीन डफी ने कहा कि एयर ट्रैफिक कंट्रोल स्टाफ की गंभीर कमी के कारण उड़ानों में बड़े पैमाने पर कटौती की जा रही है। उन्होंने चेताया कि थैंक्सगिविंग हॉलिडे से पहले हालात और अधिक बिगड़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि यदि शटडाउन जारी रहा, तो 27 नवंबर के आसपास यात्रा करने वाले लाखों लोगों को कठिनाई झेलनी पड़ेगी।
यह समस्या अब लगातार तीसरे दिन बढ़ रही है। सरकारी आदेशों के तहत एयरलाइंस को प्रतिदिन अपनी उड़ानों की संख्या घटाने के निर्देश दिए गए हैं। इससे पहले शुक्रवार को फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (FAA) ने सुरक्षा चिंताओं का हवाला देते हुए 40 प्रमुख एयरपोर्ट पर उड़ानों में 4 प्रतिशत की कटौती करने का आदेश दिया था।
शटडाउन के चलते उड़ी सैलरी और सेवाएं दोनों
सरकारी शटडाउन के कारण फेडरल एविएशन कर्मचारियों को पिछले 40 दिनों से वेतन नहीं मिला है। अमेरिकन एयरलाइंस ने एक बयान जारी कर कहा कि, “हमारे कर्मचारियों को भुगतान नहीं मिला है, जिससे कार्य निष्पादन प्रभावित हो रहा है। यात्रियों को देरी और रद्दीकरण का सामना करना पड़ रहा है। सरकार से अपील है कि जल्द समाधान निकाला जाए।”
सीनेट ने रविवार देर रात एक बिल को आगे बढ़ाने के लिए मतदान किया, जिससे शटडाउन खत्म होने की उम्मीद बनी। इस निर्णय की खबर के बाद सोमवार को बाजार खुलने से पहले ही अमेरिकी एयरलाइंस कंपनियों के शेयरों में तेजी देखी गई।

बाजार में हलचल, निवेशकों को उम्मीद
America Shutdown: यूनाइटेड एयरलाइंस के शेयरों में 1.9 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई, वहीं डेल्टा और अमेरिकन एयरलाइंस में 1.4 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई। अलास्का एयरलाइंस के शेयर भी 1 प्रतिशत ऊपर गए। निवेशकों को उम्मीद है कि सीनेट द्वारा पारित होने वाले बिल से शटडाउन खत्म होगा और स्थिति सामान्य होने लगेगी।
हालांकि विशेषज्ञों का मानना है कि यदि बिल पर अंतिम मुहर नहीं लगी, तो एयरलाइन सेक्टर को और भी बड़े झटके का सामना करना पड़ सकता है।
यात्रा उद्योग में हाहाकार
अमेरिकी हवाई उद्योग के विशेषज्ञों का कहना है कि यदि यह स्थिति अगले सप्ताह तक बनी रही, तो घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों उड़ानों पर असर पड़ेगा। कई एयरलाइंस ने पहले ही नवंबर के मध्य तक अपनी बुकिंग दरों को घटाना शुरू कर दिया है।
थैंक्सगिविंग अवधि में सामान्यतः हर दिन करीब 25 लाख यात्री अमेरिकी एयरपोर्टों से यात्रा करते हैं। ऐसे में यदि उड़ानें इसी तरह प्रभावित रहीं, तो यह अमेरिका के इतिहास की सबसे बड़ी यात्रा अव्यवस्था बन सकती है।
यात्रियों में नाराजगी और असमंजस
यात्रियों ने सोशल मीडिया पर अपनी नाराजगी जाहिर की है। कई लोगों ने लिखा कि उन्हें घंटों इंतजार के बाद भी कोई स्पष्ट सूचना नहीं मिल रही। कई फ्लाइट्स बिना पूर्व सूचना के रद्द की जा रही हैं। एयरलाइंस काउंटरों पर शिकायतों की कतारें बढ़ती जा रही हैं।
लॉस एंजिल्स, न्यूयॉर्क, शिकागो, अटलांटा और डलास जैसे प्रमुख हवाई अड्डों पर सबसे अधिक अव्यवस्था दर्ज की गई।
विशेषज्ञों की चेतावनी
विमानन विशेषज्ञों का मानना है कि यदि एयर ट्रैफिक कंट्रोल स्टाफ की कमी को जल्द नहीं भरा गया, तो न केवल उड़ानों की संख्या घटेगी बल्कि सुरक्षा पर भी सवाल उठ सकते हैं।
फ्लाइट सेफ्टी एनालिस्ट ग्रेग हैमिल्टन के अनुसार, “शटडाउन केवल आर्थिक नुकसान नहीं, बल्कि सुरक्षा जोखिम भी बन सकता है। एयर ट्रैफिक नियंत्रण की जिम्मेदारी बेहद संवेदनशील होती है, और इसमें किसी तरह की कमी घातक साबित हो सकती है।”
अमेरिका का यह सरकारी शटडाउन केवल एक प्रशासनिक गतिरोध नहीं, बल्कि नागरिक जीवन और यात्रा उद्योग पर गहरा संकट बन गया है। यदि सीनेट का प्रस्ताव जल्द पारित नहीं हुआ, तो आने वाले हफ्तों में अमेरिकी हवाई यात्रा व्यवस्था और भी बुरी स्थिति में पहुंच सकती है।