Bihar Election 2025 Phase 2: वोट देने जा रही महिला की सड़क हादसे में दर्दनाक मौत, बेटे के सामने हुआ हादसा

Bihar Election 2025 Phase 2
Bihar Election 2025 Phase 2: वोट देने जा रही महिला की सड़क हादसे में दर्दनाक मौत, बेटे के सामने हुआ हादसा
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दूसरे चरण के दौरान अरवल जिले में वोट देने जा रही एक महिला की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। रेशमा देवी अपने बेटे के साथ मतदान के लिए जा रही थीं, तभी बाइक अनियंत्रित होकर फिसल गई। हादसे में बेटे की जान बच गई लेकिन मां की मृत्यु हो गई।
नवम्बर 11, 2025

Bihar Election 2025 Phase 2: बिहार चुनाव 2025 के दूसरे चरण में सड़क हादसे की त्रासदी

वोट देने जा रही महिला की दर्दनाक मौत से गांव में मातम

अरवल (जहानाबाद)। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दूसरे चरण के मतदान के दिन लोकतंत्र के इस महापर्व में एक दर्दनाक घटना ने सबको झकझोर दिया। अरवल जिले में वोट देने जा रही एक महिला की सड़क हादसे में मौत हो गई। मृतका की पहचान रेशमा देवी (उम्र 40 वर्ष) के रूप में हुई है, जो सोनभद्र बंशी सूर्यपुर की रहने वाली थीं।

जानकारी के अनुसार, रेशमा देवी अपने मायके राम लखन बिगहा (अरवल) आई हुई थीं। मंगलवार की सुबह वह अपने पुत्र के साथ मतदान करने के लिए ससुराल जा रही थीं। इसी दौरान शहरतेलपा थाना क्षेत्र के अंतर्गत एक स्पीड ब्रेकर के पास उनकी बाइक अनियंत्रित होकर फिसल गई।

पलभर में बुझ गई जिंदगी, बेटे के सामने मां की मौत

दुर्घटना इतनी भीषण थी कि रेशमा देवी सड़क पर गिर पड़ीं और उनके सिर में गंभीर चोट लग गई। वहीं उनका बेटा बाल-बाल बच गया। स्थानीय लोगों की मदद से उन्हें तुरंत सदर अस्पताल अरवल ले जाया गया, लेकिन वहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस घटना से अस्पताल में मातम का माहौल फैल गया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था।

स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार, रेशमा देवी सुबह से ही वोट डालने को लेकर बेहद उत्साहित थीं। उन्होंने अपने बेटे से कहा था कि लोकतंत्र के इस पर्व में भाग लेना हर नागरिक का कर्तव्य है। लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था। सड़क पर बने एक उभरे स्पीड ब्रेकर ने उनकी जिंदगी छीन ली।

पुलिस जांच में जुटी, शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया

घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। शहरतेलपा थाना प्रभारी ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है और आगे की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
स्थानीय प्रशासन ने भी इस हादसे को अत्यंत दुखद बताते हुए लोगों से अपील की है कि मतदान के दौरान यात्रा करते समय सावधानी बरतें और हेलमेट जैसे सुरक्षा उपकरणों का प्रयोग अनिवार्य रूप से करें।

लोकतंत्र के पर्व में सुरक्षा भी उतनी ही ज़रूरी

Bihar Election 2025 Phase 2: इस हृदयविदारक घटना ने एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि चुनावी उत्साह में सुरक्षा को लेकर लापरवाही कितनी घातक साबित हो सकती है। हर बार चुनाव के दौरान लाखों लोग लंबी दूरी तय कर मतदान केंद्र तक पहुंचते हैं। ऐसे में सड़कों की स्थिति, यातायात व्यवस्था और सुरक्षा मानकों की अनदेखी कई बार जीवन के लिए खतरनाक साबित होती है।

गांव में पसरा मातम, आंखें नम हुईं

रेशमा देवी की मौत की खबर जैसे ही उनके गांव पहुंची, पूरा इलाका शोक में डूब गया। घर पर महिलाओं के विलाप और बच्चों की सिसकियों से वातावरण गमगीन हो गया।
परिजनों का कहना है कि रेशमा देवी हमेशा समाज में सक्रिय रहती थीं और मतदान को लेकर दूसरों को प्रेरित करती थीं। लेकिन इस बार, जिस कर्तव्य को निभाने वे निकलीं, वही उनके जीवन की अंतिम यात्रा बन गया।

हादसे से सबक: उत्साह के साथ सावधानी भी आवश्यक

यह घटना एक चेतावनी भी है कि लोकतंत्र का पर्व मनाते हुए नागरिकों को अपनी सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देनी चाहिए। प्रशासन को भी यह सुनिश्चित करना चाहिए कि चुनाव के दिनों में सड़कों की मरम्मत, यातायात नियंत्रण और प्राथमिक चिकित्सा की व्यवस्था सुदृढ़ हो।

रेशमा देवी का यह बलिदान न केवल उनके परिवार बल्कि पूरे समाज के लिए एक गहरी सीख छोड़ गया है — “मतदान का अधिकार मूल्यवान है, पर जीवन उससे भी अधिक मूल्यवान।”

Rashtra Bharat
Rashtra Bharat पर पढ़ें ताज़ा खेल, राजनीति, विश्व, मनोरंजन, धर्म और बिज़नेस की अपडेटेड हिंदी खबरें।