Munger Illegal Arms Factory: मुंगेर में गुप्त सूचना पर पुलिस की बड़ी कार्रवाई
बिहार के मुंगेर जिले में पुलिस ने अवैध हथियार निर्माण के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया है। सोमवार को मिली गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने तारापुर दियारा इलाके में छापेमारी की और पांच लोगों को गिरफ्तार किया। इनके पास से बड़ी मात्रा में हथियार और उपकरण बरामद किए गए हैं, जिससे यह स्पष्ट होता है कि यह गिरोह लंबे समय से अवैध हथियार निर्माण में लिप्त था।
छापेमारी में बरामद हुए हथियार और मशीनें
पुलिस ने जिन पांच लोगों को गिरफ्तार किया है, उनके कब्जे से कुल आठ बेस मशीन, 14 पिस्टल, 16 मैगजीन और हथियार निर्माण के कई अन्य उपकरण बरामद किए गए हैं। यह कार्रवाई मुंगेर एसपी सय्यद इमरान मसूद के नेतृत्व में की गई। उन्होंने बताया कि STF और पुलिस की संयुक्त टीम ने पूरे क्षेत्र की घेराबंदी की थी। जैसे ही पुलिस पहुंची, कुछ लोग भागने की कोशिश करने लगे, जिन्हें घेरकर गिरफ्तार किया गया।
गुप्त सूचना से मिली सफलता
एसपी सय्यद इमरान मसूद ने जानकारी दी कि सोमवार को पुलिस को यह गुप्त सूचना मिली थी कि मुफस्सिल थाना क्षेत्र के तारापुर दियारा में अवैध हथियारों का निर्माण चल रहा है। इस सूचना के सत्यापन के बाद एक विशेष टीम का गठन किया गया। टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए छापेमारी की और हथियार बनाने की पूरी प्रक्रिया को मौके पर ही देखा।
एसपी ने कहा कि यह इलाका पहले से ही दियारा गैंग और अपराधियों के लिए जाना जाता है। यहां की भौगोलिक स्थिति अपराधियों को छिपने और काम करने में मदद करती है। पुलिस अब इस पूरी नेटवर्क की जड़ तक पहुंचने में जुटी है।
गिरफ्तार अभियुक्तों का आपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है
Munger Illegal Arms Factory: गिरफ्तार किए गए पांचों आरोपियों से पुलिस पूछताछ कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि इन हथियारों की सप्लाई कहां की जा रही थी और इनके पीछे कौन-कौन से बड़े लोग जुड़े हैं। पुलिस का कहना है कि इनका आपराधिक इतिहास भी खंगाला जा रहा है। यह भी जांच की जा रही है कि क्या इनका संबंध राज्य से बाहर के किसी अपराधी गिरोह से है।
मुंगेर का इतिहास और अवैध हथियारों का जाल
मुंगेर को लंबे समय से “मिनी जर्मनी” कहा जाता है, क्योंकि यहां दशकों से हथियार निर्माण की गुप्त परंपरा रही है। कई बार स्थानीय और बाहरी गिरोह यहां के कारीगरों से हथियार बनवाकर बिहार, झारखंड, बंगाल और यहां तक कि उत्तर प्रदेश तक सप्लाई करते रहे हैं। पुलिस की इस ताजा कार्रवाई को इस नेटवर्क पर बड़ा प्रहार माना जा रहा है।
एसपी का बयान: अपराधियों को नहीं बख्शा जाएगा
एसपी सय्यद इमरान मसूद ने कहा, “मुंगेर पुलिस का यह संकल्प है कि जिले को अवैध हथियारों से मुक्त किया जाएगा। इस तरह की गतिविधियों में लिप्त किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।” उन्होंने कहा कि आगे भी ऐसी कार्रवाई लगातार जारी रहेगी ताकि इस नेटवर्क की पूरी जड़ उखाड़ फेंकी जा सके।
आगामी कार्रवाई और जांच जारी
पुलिस अब बरामद हथियारों को फॉरेंसिक जांच के लिए भेज रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या इनका उपयोग किसी आपराधिक वारदात में हुआ था। साथ ही STF यह जांच भी कर रही है कि क्या इस गिरोह का संबंध राज्य के बाहर की किसी आपराधिक गतिविधि से था।
यह कार्रवाई मुंगेर जिले के लिए एक बड़ी सफलता मानी जा रही है, क्योंकि लंबे समय से यह इलाका हथियार निर्माण के अवैध धंधे का गढ़ बना हुआ था।