घरेलू शेयर बाजार में आईटी क्षेत्र की खरीदारी से सेंसेक्स में तेज़ी
घरेलू शेयर बाज़ार में बुधवार को उल्लेखनीय उछाल देखने को मिला। लगातार शुरुआती गिरावट और कमजोर रुझानों के बीच आईटी सेक्टर में भारी खरीदारी ने बाजार को मजबूती प्रदान की, जिसके चलते सेंसेक्स 85,000 अंक के ऊपर बंद हुआ। मूल्य आधारित सौदों और चुनिंदा बड़े शेयरों में तेज़ी ने बाजार की दिशा को पलट दिया। निवेशकों के उत्साह से बाजार में सकारात्मक धारणा बनती दिखी, जिससे कारोबार के अंतिम चरण में तेज़ बढ़त दर्ज की गई।
सेंसेक्स 85,186.47 पर बंद हुआ, जो 513.45 अंकों या 0.61 प्रतिशत की बढ़त दर्शाता है। वहीं, निफ्टी 26,052.65 पर बंद हुआ, जिसमें 142.60 अंकों की वृद्धि हुई। शुरुआती मामलों में बाजार दबाव में था, लेकिन तकनीकी समर्थन क्षेत्रों पर खरीदारी बढ़ने से बाजार में अचानक तेजी देखने को मिली।
आईटी शेयरों के दम पर बाजार में रौनक
बाज़ार विश्लेषकों के अनुसार, तकनीकी और मनोवैज्ञानिक रूप से महत्वपूर्ण 26,000 के स्तर पर पहुंचने के साथ निफ्टी में तेज़ी निवेशकों के विश्वास को और मजबूत करती है। यह उछाल मुख्य रूप से आईटी दिग्गज कंपनियों द्वारा संचालित रहा, जिनमें एचसीएल टेक, टीसीएस, इन्फोसिस और टेक महिंद्रा शामिल हैं।
आईटी क्षेत्र की मजबूती और खरीदारी की लहर
आईटी सेक्टर को हाल के दिनों में वैश्विक बाजार से सकारात्मक संकेत मिले, जिससे घरेलू निवेशकों ने इसमें मजबूत खरीदारी दर्ज की। निफ्टी आईटी सूचकांक ने 1,069 अंकों या 2.97 प्रतिशत की उल्लेखनीय बढ़त हासिल की। निवेशकों की धारणा यह दर्शाती है कि आईटी कंपनियों का निर्यात-आधारित व्यापार मॉडल आने वाले समय में भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान कर सकता है।
बड़े शेयरों का बढ़ता प्रभाव
हिंदुस्तान यूनिलीवर, सन फार्मा, बेल, एसबीआई, टाटा स्टील, एलएंडटी, महिंद्रा एंड महिंद्रा और आईसीआईसीआई बैंक जैसे दिग्गजों में बढ़त देखने को मिली। इनकी मजबूत स्थिति और निवेशकों द्वारा लगातार की जा रही खरीदारी ने बाजार की दिशा बदल दी। वहीं दूसरी ओर, ऑटो सेक्टर में टाटा मोटर्स पीवी, मारुति सुजुकी और बजाज फाइनेंस जैसे शेयरों में गिरावट दर्ज हुई।
व्यापारिक सौदों के बीच अमेरिका-भारत समझौते की उम्मीद
विश्लेषकों का कहना है कि अमेरिका-भारत व्यापार समझौते को लेकर वाणिज्य मंत्री की सकारात्मक टिप्पणियों ने बाजार के भरोसे को नई दिशा प्रदान की है। इससे विदेशी निवेशकों की रुचि बढ़ने की उम्मीद है, जो बाजार में निरंतर तरलता का संकेत देती है।
क्षेत्रीय सूचकांकों का मिश्रित प्रदर्शन
अधिकांश सेक्टोरल सूचकांक बढ़त के साथ बंद हुए। निफ्टी ऑटो में 0.24 प्रतिशत, निफ्टी बैंक में 0.54 प्रतिशत और वित्तीय सेवाओं में 0.35 प्रतिशत की बढ़त रही। हालांकि, स्मॉलकैप शेयरों में बिकवाली अधिक देखने को मिली, जिससे निफ्टी स्मॉलकैप 100 में 0.43 प्रतिशत की गिरावट आई। मिडकैप बाजार हल्की बढ़त के साथ 0.21 प्रतिशत ऊपर रहा।
व्यापक बाजार में संतुलन और निवेशकों का विश्वास
निवेशकों द्वारा चुनिंदा बड़े शेयरों में बढ़त देखने से बाजार संतुलन की ओर बढ़ता दिखाई दे रहा है। विभिन्न कारोबारी वर्गों द्वारा मूल्य आधारित खरीदारी करना इस बात का संकेत है कि बाजार आने वाले दिनों में स्थिरता की ओर जा सकता है। विशेषज्ञों का अनुमान है कि IT और बैंकिंग सेक्टर बाजार के भविष्य को दिशानिर्देश देने में अहम भूमिका निभाएंगे।
यह समाचार IANS एजेंसी के इनपुट के आधार पर प्रकाशित किया गया है।