उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण प्रक्रिया जारी है। 7 फरवरी 2026 तक चलने वाली इस प्रक्रिया में वोटर लिस्ट से संबंधित किसी भी समस्या के समाधान के लिए प्रशासन ने टोल फ्री नंबर जारी किए हैं। 1900 से अधिक बीएलओ द्वारा 21 लाख से अधिक गणना प्रपत्र वितरित किए जा चुके हैं, लेकिन भरे हुए फॉर्म एकत्र करने की गति धीमी होने के कारण जिला निर्वाचन अधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को सख्त निर्देश जारी किए हैं।
यह कार्यक्रम 4 नवंबर 2025 से प्रारंभ हुआ था और विभिन्न चरणों में 7 फरवरी 2026 तक पूर्ण किया जाएगा। मतदाताओं से अपील की गई है कि वे अपना नाम मतदाता सूची में अवश्य जांच लें और यदि किसी पात्र नागरिक का नाम दर्ज नहीं है तो वह निर्धारित प्रपत्र पर आवेदन कर अपना नाम सम्मिलित करा लें।
एसआईआर प्रक्रिया और इसका महत्व
मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण अर्थात एसआईआर प्रक्रिया निर्वाचन आयोग द्वारा चलाई जाने वाली एक महत्वपूर्ण पहल है। इसका उद्देश्य मतदाता सूची को अद्यतन, त्रुटिरहित और समावेशी बनाना है। इस प्रक्रिया के तहत प्रत्येक घर का भौतिक सत्यापन किया जाता है और मतदाताओं की जानकारी को अद्यतन किया जाता है।
मुजफ्फरनगर जिले में कुल 21.12 लाख मतदाताओं से एसआईआर के फॉर्म भरवाए जाने हैं। इस विशाल कार्य को पूरा करने के लिए 1900 से अधिक बूथ लेवल ऑफिसर यानी बीएलओ को तैनात किया गया है। ये अधिकारी घर-घर जाकर प्रपत्र वितरित कर रहे हैं और भरे हुए फॉर्म एकत्र कर रहे हैं।
टोल फ्री नंबर और शिकायत निवारण तंत्र
मतदाता सूची से संबंधित किसी भी प्रकार की समस्या के त्वरित समाधान के लिए जिला प्रशासन ने एक सुदृढ़ तंत्र स्थापित किया है। जनपद स्तर पर डिस्ट्रिक्ट कांटैक्ट सेंटर कलेक्ट्रेट में स्थापित किया गया है, जहां नागरिकों की शिकायतों का समाधान किया जाएगा।
प्रशासन की ओर से जारी टोल फ्री नंबर निम्नलिखित हैं:
- 1950 (राष्ट्रीय टोल फ्री नंबर)
- 0131-2436918
- 0131-2433023
नागरिक इन नंबरों पर संपर्क करके निर्वाचक नामावली से संबंधित समस्त प्रकार की समस्याओं का समाधान प्राप्त कर सकते हैं। चाहे नाम में त्रुटि हो, नाम छूट गया हो, पता गलत हो या कोई अन्य समस्या हो, इन नंबरों पर शिकायत दर्ज कराई जा सकती है।
प्रपत्र वितरण और संग्रह की स्थिति
बीएलओ द्वारा अब तक 21 लाख से अधिक गणना प्रपत्र मतदाताओं में वितरित किए जा चुके हैं। यह एक सराहनीय उपलब्धि है जो दर्शाती है कि वितरण कार्य लगभग पूर्ण हो चुका है। हालांकि, भरे हुए प्रपत्रों को एकत्र करने की गति अपेक्षाकृत धीमी है।
वर्तमान में आधे से भी कम प्रपत्र बीएलओ को वापस प्राप्त हुए हैं। यह स्थिति चिंताजनक है क्योंकि निर्धारित समय सीमा में सभी प्रपत्र एकत्र करना आवश्यक है। इस धीमी गति के कई कारण हो सकते हैं – मतदाताओं द्वारा फॉर्म भरने में विलंब, जागरूकता की कमी, या घर पर उपलब्ध न होना।
जिला निर्वाचन अधिकारी के निर्देश
प्रपत्र संग्रह की धीमी गति को देखते हुए जिला निर्वाचन अधिकारी ने जिला स्तरीय और तहसील स्तरीय अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने कहा है कि इस कार्य में किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे नियमित निगरानी करें और यह सुनिश्चित करें कि बीएलओ अपने दायित्वों का उचित निर्वहन कर रहे हैं। यदि किसी अधिकारी या कर्मचारी द्वारा लापरवाही बरती जाती है तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। यह सख्त रुख दर्शाता है कि प्रशासन इस प्रक्रिया को गंभीरता से ले रहा है।
बीएलओ को घर-घर जाकर न केवल प्रपत्र वितरित करने हैं बल्कि मतदाताओं को इसे भरने में सहायता भी करनी है और भरे हुए फॉर्म एकत्र करने हैं। उन्हें यह भी सुनिश्चित करना है कि कोई भी पात्र मतदाता इस प्रक्रिया से छूट न जाए।
एसआईआर प्रक्रिया की महत्वपूर्ण तिथियां
मुजफ्फरनगर में एसआईआर प्रक्रिया विभिन्न चरणों में संपन्न की जा रही है। प्रत्येक चरण की निर्धारित समय सीमा निम्नलिखित है:
4 दिसंबर 2025: इस तिथि तक बीएलओ घर-घर जाकर प्रपत्र वितरित करेंगे और भरे हुए प्रपत्र संग्रहित करेंगे। यह सबसे महत्वपूर्ण चरण है क्योंकि इसमें मतदाताओं से सीधा संपर्क होता है।
9 दिसंबर 2025: इस तिथि को निर्वाचक नामावली का आलेख प्रकाशन होगा। इसमें प्राप्त सभी जानकारियों के आधार पर मतदाता सूची का प्रारंभिक प्रारूप प्रकाशित किया जाएगा।
8 जनवरी 2026: यह आपत्ति दाखिल करने की अंतिम तिथि है। मतदाता इस तिथि तक अपनी आपत्तियां या सुझाव प्रस्तुत कर सकते हैं। यदि किसी का नाम गलत है, छूट गया है, या कोई अन्य त्रुटि है तो इस अवधि में सुधार के लिए आवेदन किया जा सकता है।
31 जनवरी 2026: इस तिथि तक सभी आपत्तियों पर सुनवाई और निस्तारण का कार्य पूर्ण किया जाएगा। संबंधित अधिकारी प्रत्येक आपत्ति की जांच करेंगे और उचित निर्णय लेंगे।
7 फरवरी 2026: यह अंतिम और सबसे महत्वपूर्ण तिथि है जब निर्वाचक नामावली का अंतिम प्रकाशन होगा। इस तिथि के बाद यह सूची आगामी निर्वाचनों में उपयोग की जाएगी।
मतदाताओं के लिए महत्वपूर्ण सूचना
उप जिला निर्वाचन अधिकारी संजय कुमार सिंह ने मतदाताओं से अपील की है कि वे निर्वाचक नामावली में अपना नाम अवश्य जांच लें। यह अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि यदि किसी पात्र नागरिक का नाम मतदाता सूची में दर्ज नहीं है तो वह आगामी निर्वाचन में अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं कर पाएगा।
जिन नागरिकों की आयु 18 वर्ष या उससे अधिक हो चुकी है और उनका नाम मतदाता सूची में नहीं है, उन्हें तुरंत निर्धारित प्रपत्र पर आवेदन करना चाहिए। नए मतदाताओं के लिए फॉर्म 6 भरना होता है। यदि पता बदल गया है तो फॉर्म 8 भरना होगा। मतदाता पहचान पत्र में सुधार के लिए फॉर्म 8ए भरा जाता है।
मतदाता सूची में नाम जांचने के लिए नागरिक ऑनलाइन पोर्टल www.nvsp.in या मतदाता हेल्पलाइन ऐप का उपयोग कर सकते हैं। इसके अलावा बीएलओ से भी संपर्क किया जा सकता है।
एसआईआर प्रक्रिया का उद्देश्य और लाभ
एसआईआर प्रक्रिया का मुख्य उद्देश्य एक व्यापक, सटीक और अद्यतन मतदाता सूची तैयार करना है। इससे कई लाभ हैं:
सबसे पहले, यह सुनिश्चित होता है कि प्रत्येक पात्र नागरिक मतदाता सूची में शामिल है और कोई भी नागरिक अपने मताधिकार से वंचित नहीं रहता। दूसरा, मृत व्यक्तियों, स्थानांतरित हो चुके व्यक्तियों और डुप्लीकेट प्रविष्टियों को हटाकर सूची को शुद्ध किया जाता है।
तीसरा, मतदाताओं की जानकारी जैसे नाम, पता, आयु आदि में सुधार का अवसर मिलता है। चौथा, नए मतदाताओं को सूची में जोड़ा जाता है, विशेष रूप से युवा मतदाता जिन्होंने हाल ही में 18 वर्ष की आयु पूर्ण की है।
इस प्रकार एसआईआर प्रक्रिया लोकतांत्रिक व्यवस्था को मजबूत करने और स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
बीएलओ की भूमिका और जिम्मेदारियां
बूथ लेवल ऑफिसर यानी बीएलओ एसआईआर प्रक्रिया की रीढ़ हैं। मुजफ्फरनगर में तैनात 1900 से अधिक बीएलओ घर-घर जाकर मतदाताओं से संपर्क कर रहे हैं। उनकी प्रमुख जिम्मेदारियां हैं:
प्रत्येक घर का भौतिक सत्यापन करना, एसआईआर प्रपत्र वितरित करना, मतदाताओं को फॉर्म भरने में सहायता करना, भरे हुए प्रपत्र एकत्र करना, नए मतदाताओं का पंजीकरण करना, मृत या स्थानांतरित मतदाताओं की जानकारी अद्यतन करना, और मतदाता सूची में सुधार के लिए आवेदन स्वीकार करना।
बीएलओ को अपने निर्धारित बूथ क्षेत्र के प्रत्येक घर से संपर्क करना होता है। यह एक श्रमसाध्य कार्य है जिसमें धैर्य, समर्पण और कठिन परिश्रम की आवश्यकता होती है।
नागरिकों की जिम्मेदारी
एसआईआर प्रक्रिया की सफलता केवल प्रशासन पर निर्भर नहीं है बल्कि नागरिकों की सक्रिय भागीदारी भी आवश्यक है। मतदाताओं को चाहिए कि जब बीएलओ उनके घर आएं तो सहयोग करें और सही जानकारी प्रदान करें।
प्रपत्र प्राप्त होने पर उसे ध्यानपूर्वक भरें और शीघ्र वापस करें। अपनी मतदाता सूची में नाम और विवरण की जांच करें। यदि कोई त्रुटि हो तो तुरंत सुधार के लिए आवेदन करें। नए पात्र मतदाताओं को पंजीकरण कराने के लिए प्रोत्साहित करें।
लोकतंत्र में मतदान का अधिकार सबसे महत्वपूर्ण अधिकार है। इसे सुरक्षित रखना और सही तरीके से उपयोग करना प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है।