पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की सेहत को लेकर सोशल मीडिया पर तरह-तरह की अफवाहें फैल रही हैं। इन अफवाहों के बीच अदियाला जेल प्रशासन ने सफाई देते हुए कहा है कि इमरान खान बिलकुल स्वस्थ हैं और उन्हें सभी जरूरी सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं। लेकिन इसी बीच पूर्व क्रिकेटर के बेटे कासिम खान ने अपने पिता के जीवित होने का सबूत मांगा है। यह मामला तब और गंभीर हो गया है जब पिछले साल इमरान खान ने साफ तौर पर कहा था कि अगर उन्हें कुछ होता है तो इसके लिए पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर जिम्मेदार होंगे।
जेल प्रशासन का बयान
अदियाला जेल प्रशासन ने बुधवार को एक आधिकारिक बयान जारी करते हुए सोशल मीडिया पर फैल रही अफवाहों को खारिज कर दिया। जेल अधिकारियों ने कहा कि इमरान खान पूरी तरह से स्वस्थ हैं और उनकी सेहत को लेकर कोई चिंता की बात नहीं है। प्रशासन ने अपने बयान में स्पष्ट किया कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के नेतृत्व को इमरान खान की सेहत के बारे में समय-समय पर जानकारी दी जा रही है।
जेल अधिकारियों ने यह भी कहा कि पीटीआई प्रमुख को जेल में सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सोशल मीडिया पर जो भी दावे किए जा रहे हैं, उनमें कोई सच्चाई नहीं है। साथ ही जेल प्रशासन ने इमरान खान को अदियाला जेल से किसी अन्य जगह स्थानांतरित करने की खबरों को भी पूरी तरह से निराधार बताया है।
इमरान खान की हालत को लेकर बढ़ती चिंताएं
इमरान खान को गिरफ्तार हुए अब तक 845 दिन हो चुके हैं। उनके समर्थकों और परिवार के सदस्यों का कहना है कि पिछले छह हफ्तों से उन्हें डेथ सेल में अकेला रखा गया है। इस दौरान उनसे मिलने पर कई तरह की पाबंदियां लगाई गई हैं। हालांकि अदालत ने परिवार के सदस्यों को मिलने की अनुमति दी है, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयान करती है।
खान के बेटे कासिम खान ने सोशल मीडिया पर लिखा है कि उनकी बहनों को अपने पिता से मिलने नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि इमरान खान को न तो फोन करने की इजाजत है और न ही किसी से मिलने की। कासिम ने अपनी पोस्ट में लिखा कि उन्हें अपने पिता के जीवित होने का कोई सबूत नहीं मिल रहा है, जो परिवार के लिए चिंता का विषय बन गया है।
एक साल पहले इमरान खान ने क्या कहा था
2 मई 2024 को अंग्रेजी अखबार टेलीग्राफ में प्रकाशित एक लेख में इमरान खान ने सीधे तौर पर पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर पर निशाना साधा था। खान ने अपने लेख में लिखा था कि सेना ने वो सबकुछ किया जो वो कर सकती थी। अब बस उनकी हत्या करना ही बाकी रह गया है।
इमरान खान ने साफ शब्दों में कहा था कि अगर उन्हें या उनकी पत्नी बुशरा बीबी को कुछ होता है तो इसके लिए जनरल आसिम मुनीर को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए। यह बयान उस समय काफी चर्चा में रहा था और अब जब इमरान खान की सेहत को लेकर अफवाहें फैल रही हैं तो उनका यह बयान फिर से सुर्खियों में आ गया है।
जेल में बढ़ता कथित कठोर व्यवहार
इस साल जुलाई में इमरान खान ने एक और बयान दिया था जिसमें उन्होंने जेल में अपने साथ हो रहे कथित कठोर व्यवहार की शिकायत की थी। उन्होंने कहा था कि हाल के दिनों में जेल प्रशासन का उनके प्रति रवैया और भी सख्त हो गया है। यही व्यवहार उनकी पत्नी बुशरा बीबी के साथ भी किया जा रहा है।
खान ने दावा किया था कि बुशरा बीबी की कोठरी का टीवी भी बंद कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि दोनों के सभी बुनियादी अधिकार, चाहे वे मानवीय हों या कैदियों को कानूनी तौर पर मिले हुए, सभी को निलंबित कर दिया गया है। इमरान खान ने अपने बयान में कहा था कि इसके लिए जवाबदेही तय होनी चाहिए।
पूर्व प्रधानमंत्री ने यह भी दावा किया था कि एक कर्नल और जेल अधीक्षक सीधे तौर पर आसिम मुनीर के आदेश पर काम कर रहे हैं। उन्होंने अपनी पार्टी को साफ निर्देश दिया था कि अगर जेल में उनके साथ कुछ भी होता है तो आसिम मुनीर को ही जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए।
राजनीतिक संकट और इमरान खान
पाकिस्तान में इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद से राजनीतिक संकट गहराता जा रहा है। उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के समर्थक लगातार उनकी रिहाई की मांग कर रहे हैं। देश भर में कई बार विरोध प्रदर्शन भी हुए हैं।
इमरान खान पर कई मामले दर्ज हैं और उन्हें अलग-अलग मामलों में सजा भी सुनाई गई है। हालांकि खान और उनकी पार्टी इन सभी मामलों को राजनीतिक प्रेरित बताती आई है। उनका कहना है कि मौजूदा सरकार और सेना उन्हें राजनीति से दूर रखने की कोशिश कर रही है।
अंतरराष्ट्रीय चिंताएं
इमरान खान की गिरफ्तारी और उनके साथ जेल में हो रहे कथित व्यवहार को लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी चिंताएं जताई गई हैं। कई मानवाधिकार संगठनों ने पाकिस्तान सरकार से इमरान खान को उचित न्याय दिलाने और उनके मानवाधिकारों की रक्षा करने की मांग की है।
विश्व के कई देशों ने भी इस मामले पर नजर रखी है। हालांकि पाकिस्तान सरकार का कहना है कि इमरान खान के खिलाफ कानूनी प्रक्रिया चल रही है और सबकुछ कानून के दायरे में हो रहा है।
भविष्य की संभावनाएं
इमरान खान की सेहत को लेकर उठे सवालों और उनके परिवार की चिंताओं ने इस मामले को और गंभीर बना दिया है। जेल प्रशासन की सफाई के बावजूद लोगों के मन में संदेह बना हुआ है। खासकर तब जब परिवार के सदस्यों को उनसे मिलने में दिक्कतें आ रही हैं।
आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि पाकिस्तान की सरकार और न्यायपालिका इस मामले में क्या कदम उठाती है। इमरान खान के समर्थक और उनकी पार्टी के नेता लगातार उनकी रिहाई की मांग कर रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ सरकार का कहना है कि कानून अपना काम कर रहा है।
इस पूरे मामले में जो सबसे बड़ी चिंता की बात है वो यह है कि एक पूर्व प्रधानमंत्री को जेल में किस तरह की परिस्थितियों का सामना करना पड़ रहा है और उनके परिवार तक को उनसे मिलने में क्यों दिक्कतें आ रही हैं। यह सवाल न सिर्फ पाकिस्तान बल्कि पूरी दुनिया के लिए चिंता का विषय बन गया है।