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Cyclone Ditwah: साइक्लोन दितवाह श्रीलंका में तबाही मचाने के बाद भारत की ओर बढ़ रहा है, मौसम विभाग ने जारी किए अलर्ट

Cyclone Ditwah: श्रीलंका विनाश के बाद भारत की ओर बढ़ रहा चक्रवाती तूफान, तमिलनाडु-केरल को खतरे
Cyclone Ditwah: श्रीलंका विनाश के बाद भारत की ओर बढ़ रहा चक्रवाती तूफान, तमिलनाडु-केरल को खतरे (File Photo)
Cyclone Ditwah ने श्रीलंका में 46 लोगों की जान लेकर भारी विनाश मचाया है। 43,991 लोग शरणार्थी बन गए हैं, कई फ्लाइट्स डायवर्ट की गईं। अब यह तूफान भारत की ओर बढ़ रहा है। मौसम विभाग ने तमिलनाडु, पुडुचेरी, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और केरल को 30 नवंबर तक अलर्ट जारी किया है।
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साइक्लोन दितवाह: श्रीलंका की त्रासदी से भारत की चेतावनी

श्रीलंका में साइक्लोन दितवाह से भयानक तबाही

Cyclone Ditwah: बंगाल की खाड़ी में निर्मित साइक्लोन ‘दितवाह’ ने श्रीलंका को विनाशकारी तूफान का रूप देकर भारी नुकसान पहुंचाया है। इस भयानक चक्रवाती तूफान से पिछले 24 घंटों में 300 मिलीमीटर से अधिक मूसलाधार बारिश हुई है, जिससे श्रीलंका के विभिन्न हिस्सों में भूस्खलन की घटनाएं देखी गई हैं। साइक्लोन ‘दितवाह’ ने श्रीलंका के पूर्वी और मध्य क्षेत्रों को सबसे अधिक प्रभावित किया है। विनाश की यह श्रृंखला आज तक के इतिहास में सबसे गंभीर मानी जा रही है।

श्रीलंका की डिजास्टर मैनेजमेंट सेंटर (DMC) के द्वारा जारी बयान के अनुसार, देश भर में लगभग 43,991 लोगों को स्कूलों और अन्य सार्वजनिक आश्रय केंद्रों में पहुंचाया गया है। इस आपातकालीन स्थिति में सरकार ने सभी स्कूलों को अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया है। ट्रेन सेवाएं भी पूरी तरह रोक दी गई हैं और कोलंबो स्टॉक एक्सचेंज ने भारी बारिश की वजह से ट्रेडिंग जल्दी रोकने की घोषणा की है।

मृतकों की संख्या और बड़े पैमाने पर विस्थापन

साइक्लोन ‘दितवाह’ के कारण श्रीलंका में अब तक 46 लोगों की जान जा चुकी है, जिसमें कई लोग भूस्खलन के शिकार बने हैं। डिजास्टर मैनेजमेंट सेंटर के इमरजेंसी ऑपरेशंस डायरेक्टर ब्रिगेडियर एस. धर्मविक्रमा ने रॉयटर्स को बताया कि सबसे अधिक प्रभावित इलाकों में रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। हालांकि, कई गांवों तक पहुंचना अत्यंत मुश्किल हो गया है क्योंकि भूस्खलन के कारण सड़कें पूरी तरह बंद हो गई हैं। रेस्क्यू टीमें सभी लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए निरंतर प्रयासरत हैं।

विमान सेवाएं प्रभावित, कई फ्लाइट्स डायवर्ट

श्रीलंका की अपूर्ण परिस्थितियों में विमानन सेवाएं भी गंभीर रूप से प्रभावित हुई हैं। पोर्ट्स और सिविल एविएशन मिनिस्टर अनुरा करुणाथिलके ने रिपोर्टर्स को सूचित किया कि यदि परिस्थिति और भी गंभीर हो जाए, तो श्रीलंका अपने मेन एयरपोर्ट से आने वाली फ्लाइट्स को भारतीय शहरों जैसे त्रिवेंद्रम या कोचीन के एयरपोर्ट पर डायवर्ट कर सकता है।

स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मस्कट, दुबई, नई दिल्ली और बैंकॉक समेत छः फ्लाइट्स को पहले ही कोलंबो के बंदरनायके इंटरनेशनल एयरपोर्ट से पुनः निर्देशित कर दिया गया था। ट्रिंकोमाली इंटरनेशनल एयरपोर्ट (TIAL) ने बताया कि श्रीलंका जाने वाली पांच फ्लाइट्स, जिनमें से तीन मध्य पूर्व क्षेत्र से, एक मलेशिया से और एक भारत से आ रही थीं, को शुक्रवार को खराब मौसम के कारण डायवर्ट कर दिया गया।

भारत के लिए चेतावनी: मौसम विभाग का प्रि-साइक्लोन अलर्ट

साइक्लोन ‘दितवाह’ अब श्रीलंका से भारत की ओर तेजी से बढ़ रहा है, जिससे भारत के दक्षिणी तटीय राज्यों को संभावित खतरे की चेतावनी दी गई है। भारत मौसम विभाग ने एक प्री-साइक्लोन अलर्ट जारी किया है जिसमें तमिलनाडु, पुडुचेरी, दक्षिण आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और केरल को पूर्ण सतर्कता का आह्वान किया गया है।

विभाग की चेतावनी के अनुसार, इन तटीय इलाकों में 30 नवंबर तक मौसम बेहद खराब होने की संभावना है। भारी बारिश, तेज हवाएं और समुद्र में ऊंची लहरों की आशंका जताई गई है। मौसम विभाग ने विशेष रूप से तटीय इलाकों में रहने वाले मछुआरों को चेतावनी दी है कि वे समुद्र में न जाएं और सुरक्षित स्थान पर रहें।

मछुआरों और तटीय समुदायों के लिए चेतावनी

साइक्लोन ‘दितवाह’ के बढ़ते खतरे को देखते हुए, भारतीय तटीय क्षेत्रों के मछुआरों को तुरंत समुद्र से दूर रहने की चेतावनी दी गई है। मछली पकड़ने वाली नाव संचालकों को भी निर्देश दिए गए हैं कि वे अगले कुछ दिनों के लिए समुद्र में न जाएं। तटीय क्षेत्रों की आबादी को खुले स्थानों से बचने और सुरक्षित भवनों में रहने की सलाह दी गई है।

राज्य सरकारें पहले से ही राहत कार्य के लिए तैयारियां कर रही हैं। आपातकालीन सेवाएं अलर्ट पर हैं और संभावित नुकसान को कम करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। स्थानीय प्रशासन जनता से अपील कर रहे हैं कि वे सरकारी चेतावनियों का पालन करें और सुरक्षित रहें।

प्रशासनिक तैयारी और राहत व्यवस्था

भारतीय राज्य सरकारें इस आने वाले संकट के लिए पूर्ण रूप से तैयार हैं। राहत शिविर स्थापित किए जा रहे हैं, खाद्य और आवश्यक सामग्री का भंडार किया जा रहा है और आपातकालीन सेवाओं को सक्रिय किया गया है। जिला प्रशासन और स्थानीय निकाय मिलकर जनता को सुरक्षित रखने के लिए सभी संभव उपाय कर रहे हैं।

मौसम विभाग की निरंतर निगरानी से पता चल सकेगा कि साइक्लोन ‘दितवाह’ का सटीक रूख क्या होगा और वह कहां सबसे अधिक नुकसान पहुंचा सकता है। इसी आधार पर आगामी निर्णय लिए जाएंगे। सभी से अनुरोध है कि वे आपातकालीन नंबरों पर संपर्क में रहें और किसी भी संकट की स्थिति में तुरंत सहायता के लिए संपर्क करें।


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