Silver Rate Today: भारत में चांदी केवल एक कीमती धातु नहीं, बल्कि जीवनशैली, परंपरा और उपयोगिता का ऐसा मेल है, जो हर वर्ग के लोगों से जुड़ा हुआ है। जहां सोना संपन्नता और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है, वहीं चांदी आम आदमी के लिए सुलभ होने के साथ-साथ रोजमर्रा के जीवन में भी अपनी खास जगह बनाए हुए है। आज भारत में चांदी की कीमत ₹198 प्रति ग्राम और ₹1,98,000 प्रति किलोग्राम दर्ज की गई है, जो बाजार में इसकी स्थिर मांग और भरोसे को दर्शाती है।
बदलते आर्थिक हालात और महंगाई के दौर में जब निवेश के विकल्पों को लेकर लोग सतर्क हो रहे हैं, तब चांदी एक बार फिर चर्चा में है। इसकी कीमत सोने के मुकाबले कम होने के कारण यह छोटे निवेशकों और मध्यम वर्ग के लिए आकर्षक विकल्प बनती जा रही है।
भारत में चांदी का सामाजिक और सांस्कृतिक महत्व
भारत में चांदी का इस्तेमाल सदियों से होता आ रहा है। धार्मिक अनुष्ठानों से लेकर पारिवारिक समारोहों तक, चांदी की मौजूदगी शुभ मानी जाती है। पूजा-पाठ में चांदी के बर्तन, मूर्तियां और सिक्के आज भी व्यापक रूप से उपयोग किए जाते हैं।
शादी-विवाह के अवसर पर चांदी की पायल, बिछिया और अंगूठी देना एक आम परंपरा है। इसे न केवल आभूषण के रूप में देखा जाता है, बल्कि भविष्य की जरूरतों के लिए सुरक्षित पूंजी भी माना जाता है।
| शहर | 10 ग्राम चांदी (₹) | 100 ग्राम चांदी (₹) | 1 किलोग्राम चांदी (₹) |
|---|---|---|---|
| चेन्नई | ₹2,100 | ₹21,000 | ₹2,10,000 |
| मुंबई | ₹1,980 | ₹19,800 | ₹1,98,000 |
| दिल्ली | ₹1,980 | ₹19,800 | ₹1,98,000 |
| कोलकाता | ₹1,980 | ₹19,800 | ₹1,98,000 |
| बेंगलुरु | ₹1,980 | ₹19,800 | ₹1,98,000 |
| हैदराबाद | ₹2,100 | ₹21,000 | ₹2,10,000 |
| केरल | ₹2,100 | ₹21,000 | ₹2,10,000 |
| पुणे | ₹1,980 | ₹19,800 | ₹1,98,000 |
| वडोदरा | ₹1,980 | ₹19,800 | ₹1,98,000 |
| अहमदाबाद | ₹1,980 | ₹19,800 | ₹1,98,000 |
| जयपुर | ₹1,980 | ₹19,800 | ₹1,98,000 |
| लखनऊ | ₹1,980 | ₹19,800 | ₹1,98,000 |
| कोयंबटूर | ₹2,100 | ₹21,000 | ₹2,10,000 |
| मदुरै | ₹2,100 | ₹21,000 | ₹2,10,000 |
| विजयवाड़ा | ₹2,100 | ₹21,000 | ₹2,10,000 |
| पटना | ₹1,980 | ₹19,800 | ₹1,98,000 |
| नागपुर | ₹1,980 | ₹19,800 | ₹1,98,000 |
| चंडीगढ़ | ₹1,980 | ₹19,800 | ₹1,98,000 |
| सूरत | ₹1,980 | ₹19,800 | ₹1,98,000 |
| भुवनेश्वर | ₹2,100 | ₹21,000 | ₹2,10,000 |
सोने के मुकाबले चांदी क्यों है खास
चांदी की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह सोने की तुलना में कहीं अधिक सस्ती होती है। आम तौर पर यह माना जाता है कि 1 किलोग्राम चांदी की कीमत लगभग 15 ग्राम सोने के बराबर होती है। यही कारण है कि जो लोग सोने में बड़ा निवेश नहीं कर पाते, वे चांदी को विकल्प के रूप में चुनते हैं।
इसके अलावा चांदी की औद्योगिक मांग भी लगातार बनी रहती है, जिससे इसकी उपयोगिता केवल आभूषण तक सीमित नहीं रहती।
आभूषणों में चांदी की लोकप्रियता
भारत में चांदी के आभूषण खासतौर पर ग्रामीण और अर्ध-शहरी इलाकों में बेहद लोकप्रिय हैं। पायल, कड़े, अंगूठियां और चेन जैसे आभूषण रोजमर्रा के उपयोग में भी पहने जाते हैं।
चांदी के आभूषण न केवल सस्ते होते हैं, बल्कि इनका रखरखाव भी अपेक्षाकृत आसान होता है। यही वजह है कि हर उम्र की महिलाएं चांदी को पसंद करती हैं।
भोजन और स्वास्थ्य से जुड़ा चांदी का रिश्ता
भारत में चांदी का इस्तेमाल केवल आभूषण तक सीमित नहीं है। पारंपरिक रूप से चांदी की वर्क का प्रयोग मिठाइयों में किया जाता है। त्योहारों और खास मौकों पर चांदी की वर्क लगी मिठाइयों को शुभ माना जाता है और लोग बड़े चाव से इन्हें खाते हैं।
मान्यता है कि चांदी में जीवाणुरोधी गुण होते हैं, इसी कारण पुराने समय में चांदी के बर्तन और गिलास उपयोग में लाए जाते थे।
निवेश के रूप में चांदी की बढ़ती स्वीकार्यता
हाल के वर्षों में चांदी निवेश के विकल्प के रूप में भी उभर रही है। जिन निवेशकों के लिए सोना महंगा साबित होता है, वे चांदी में निवेश कर अपने पोर्टफोलियो को संतुलित करना चाहते हैं।
चांदी की कीमतों में उतार-चढ़ाव जरूर होता है, लेकिन लंबी अवधि में यह महंगाई के खिलाफ एक सुरक्षा कवच की तरह काम करती है। यही वजह है कि छोटे निवेशक भी चांदी की ओर आकर्षित हो रहे हैं।
आम खरीदार पर कीमतों का असर
₹198 प्रति ग्राम की कीमत आम खरीदार के लिए अभी भी सुलभ मानी जा सकती है। यही कारण है कि बाजार में चांदी की खरीदारी पूरी तरह थमती नहीं है।
जो लोग आभूषण के साथ-साथ भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखकर खरीदारी करते हैं, उनके लिए चांदी एक व्यावहारिक विकल्प बनी हुई है।
आगे क्या रह सकता है रुझान
विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले समय में चांदी की मांग स्थिर बनी रह सकती है। औद्योगिक उपयोग, आभूषणों की मांग और निवेश के बढ़ते रुझान के कारण इसकी कीमतों में लंबी अवधि में मजबूती देखी जा सकती है।
हालांकि, निवेश से पहले बाजार की स्थिति और व्यक्तिगत जरूरतों का आकलन करना जरूरी है, ताकि फैसला संतुलित और सुरक्षित हो।
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