India vs Pakistan U19 Asia Cup 2025: दुबई के मैदान पर खेले जा रहे अंडर-19 एशिया कप 2025 के फाइनल मुकाबले में भारत और पाकिस्तान की चिर-परिचित प्रतिद्वंद्विता एक बार फिर देखने को मिली। रविवार को हुए इस खिताबी मुकाबले में भारतीय अंडर-19 टीम ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। कप्तान आयुष म्हात्रे का यह निर्णय शुरुआती ओवरों में रणनीतिक तौर पर सही नजर आया, लेकिन कुछ ही देर में पाकिस्तान के स्टार बल्लेबाज समीर मिन्हास ने मैच की दिशा बदल दी।
भारत के युवा गेंदबाजों के सामने उतरे समीर मिन्हास ने शुरुआत में संभलकर बल्लेबाजी की। उन्होंने अच्छी गेंदों को सम्मान दिया और गैरजरूरी जोखिम लेने से परहेज किया। लेकिन जैसे-जैसे वह क्रीज पर जमते गए, उनका आत्मविश्वास भी बढ़ता गया। देखते ही देखते समीर ने भारतीय गेंदबाजी आक्रमण पर दबाव बनाना शुरू कर दिया और मैच पाकिस्तान के पक्ष में झुकता चला गया।
फाइनल मुकाबले में समीर मिन्हास की ऐतिहासिक पारी
अंडर-19 एशिया कप के फाइनल जैसे बड़े मंच पर शतक जड़ना किसी भी युवा खिलाड़ी के लिए खास उपलब्धि मानी जाती है, लेकिन समीर मिन्हास ने इसे और भी यादगार बना दिया। उन्होंने मात्र 71 गेंदों में अपना शतक पूरा किया, जो इस टूर्नामेंट के सबसे तेज शतकों में शामिल है। इस पारी के दौरान उनके बल्ले से 12 चौके और 4 लंबे छक्के निकले, जिसने दर्शकों को रोमांचित कर दिया।
समीर की बल्लेबाजी में संयम और आक्रामकता का अनोखा संतुलन देखने को मिला। जहां शुरुआत में उन्होंने गेंदबाजों को परखने का समय लिया, वहीं सेट होते ही उन्होंने रन गति को तेजी से बढ़ाया। भारतीय गेंदबाजों के लिए लाइन और लेंथ तय करना मुश्किल हो गया और फील्डिंग में भी दबाव साफ नजर आया।
172 रनों की पारी ने बदला मैच का रुख
समीर मिन्हास यहीं नहीं रुके। उन्होंने अपनी पारी को लगातार आगे बढ़ाते हुए भारतीय गेंदबाजों की रणनीति को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया। आखिरकार वह 113 गेंदों पर 172 रन बनाकर आउट हुए। इस दौरान उन्होंने 17 चौके और 9 छक्के लगाए। उनकी यह पारी न केवल आंकड़ों के लिहाज से खास रही, बल्कि मैच के लिहाज से भी निर्णायक साबित हुई।
समीर को दीपेश देवेंद्रन ने कनिष्क चौहान के हाथों कैच कराकर पवेलियन भेजा, लेकिन तब तक वह पाकिस्तान को मजबूत स्थिति में पहुंचा चुके थे। उनकी इस पारी के दम पर पाकिस्तान बड़े स्कोर की ओर बढ़ता नजर आया और भारतीय टीम को कड़ी चुनौती मिली।
भारतीय गेंदबाजों के लिए कठिन दिन
समीर मिन्हास की इस तूफानी बल्लेबाजी के सामने भारतीय गेंदबाजों को विकेट के लिए संघर्ष करना पड़ा। शुरुआती सफलता के बाद भी भारत दबाव नहीं बना सका। जैसे-जैसे रन गति बढ़ती गई, भारतीय कप्तान को बार-बार गेंदबाजी में बदलाव करना पड़ा, लेकिन समीर का आत्मविश्वास कम नहीं हुआ।
फाइनल मुकाबले में इस तरह की पारी किसी भी टीम का मनोबल बढ़ा देती है। पाकिस्तान की ड्रेसिंग रूम में भी समीर की पारी के बाद उत्साह साफ झलक रहा था।
मलेशिया के खिलाफ भी दिखा था समीर का जलवा
यह पहली बार नहीं है जब समीर मिन्हास ने इस टूर्नामेंट में बड़ी पारी खेली हो। इससे पहले उन्होंने मलेशिया के खिलाफ 177 रनों की शानदार पारी खेली थी। उस मैच में भी उन्होंने 11 चौके और 8 छक्के जड़े थे और पाकिस्तान को बड़ी जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी।
मलेशिया के खिलाफ खेली गई उस पारी ने ही यह संकेत दे दिया था कि समीर इस टूर्नामेंट के सबसे खतरनाक बल्लेबाजों में से एक हैं। फाइनल में भारत के खिलाफ उन्होंने उस प्रदर्शन को और ऊंचे स्तर पर पहुंचा दिया।
पाकिस्तान क्रिकेट की नई उम्मीद
अंडर-19 एशिया कप 2025 में समीर मिन्हास पाकिस्तान क्रिकेट टीम की नई उम्मीद के तौर पर उभरे हैं। उन्होंने लगातार बड़े मैचों में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया है। दाएं हाथ के इस बल्लेबाज का ताल्लुक पाकिस्तान के मुल्तान क्षेत्र से है। उनका जन्म 2 दिसंबर 2006 को हुआ था और इतनी कम उम्र में इस तरह का आत्मविश्वास भविष्य के लिए अच्छे संकेत देता है।
समीर की बल्लेबाजी में तकनीक के साथ-साथ मानसिक मजबूती भी नजर आती है, जो उन्हें अन्य खिलाड़ियों से अलग बनाती है।
क्रिकेट से जुड़ा है समीर का परिवार
समीर मिन्हास के परिवार का भी क्रिकेट से गहरा नाता रहा है। वह अपने परिवार से क्रिकेट की दुनिया में नाम बनाने वाले दूसरे खिलाड़ी हैं। उनके भाई अराफात मिन्हास पाकिस्तान के लिए अंडर-19 क्रिकेट खेल चुके हैं और 2024 के अंडर-19 वर्ल्ड कप टीम का हिस्सा भी रहे थे।
इस पारिवारिक पृष्ठभूमि ने समीर को खेल की बारीकियां समझने में मदद की है। बड़े मंच पर शांत रहकर प्रदर्शन करना उनकी इसी परवरिश का नतीजा माना जा रहा है।
फाइनल में रोमांच अपने चरम पर
भारत और पाकिस्तान के बीच अंडर-19 एशिया कप का फाइनल मुकाबला हमेशा खास होता है। इस बार भी मुकाबले में रोमांच की कोई कमी नहीं दिखी। जहां भारत की नजरें रिकॉर्ड खिताब पर थीं, वहीं पाकिस्तान समीर मिन्हास की पारी के सहारे मजबूत स्थिति में पहुंच चुका है।
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि भारतीय बल्लेबाज इस चुनौती का किस तरह सामना करते हैं और क्या भारत समीर की इस ऐतिहासिक पारी के बावजूद वापसी कर पाता है या नहीं।