Urfi Javed: सोशल मीडिया पर बेबाक अंदाज़ और आत्मविश्वास के लिए पहचानी जाने वाली उर्फी जावेद इन दिनों डर और असुरक्षा के साये में हैं। 22 दिसंबर की रात उर्फी के साथ जो हुआ, उसने यह दिखा दिया कि मशहूर चेहरा होने के बावजूद एक महिला खुद को कितना असहाय महसूस कर सकती है। आधी रात को घर के बाहर अनजान लोगों की मौजूदगी और लगातार दरवाजे की बेल बजना किसी के भी लिए डर पैदा करने वाला अनुभव हो सकता है।
उर्फी जावेद के अनुसार, रात करीब 3:30 बजे उनके घर के दरवाजे की घंटी लगातार बजने लगी। करीब दस मिनट तक यह सिलसिला चलता रहा। पहले तो उन्हें लगा कि कोई गलती से बेल बजा रहा होगा, लेकिन जब यह रुका नहीं, तो चिंता बढ़ने लगी। जांच करने पर पता चला कि बाहर एक नहीं, बल्कि दो अनजान लोग खड़े थे। इनमें से एक दरवाजे के सामने था, जबकि दूसरा थोड़ी दूरी पर कोने में खड़ा था। यह स्थिति अपने आप में काफी असहज और डरावनी थी।
पुलिस को बुलाने के बाद भी बदसलूकी
उर्फी ने बताया कि बाहर खड़ा शख्स उनसे लगातार दरवाजा खोलने और अंदर आने की जिद कर रहा था। जब उर्फी ने उसे जाने के लिए कहा, तो उसने साफ मना कर दिया। इस दौरान दूसरा शख्स चुपचाप वहां मौजूद रहा, जो स्थिति को और भी संदिग्ध बनाता है। उर्फी का कहना है कि पुलिस को सूचना देने के बाद भी मामला शांत नहीं हुआ। पुलिस के आने पर भी दोनों अनजान लोग बदतमीजी पर उतर आए। वे न सिर्फ उर्फी बल्कि पुलिसकर्मियों से भी रूखे तरीके से बात कर रहे थे।
एक महिला के लिए डरावनी रात
उर्फी जावेद ने इस पूरे अनुभव को बेहद भयावह बताया। उनका कहना है कि जब रात के तीन बजे कोई अनजान व्यक्ति किसी महिला से दरवाजा खोलने की मांग करे और जाने से इनकार कर दे, तो यह स्थिति किसी भी महिला को अंदर तक हिला सकती है। खासतौर पर उन महिलाओं के लिए जो अकेली रहती हैं या जिनके घर पर सुरक्षा के सीमित साधन होते हैं, ऐसी घटनाएं मानसिक आघात का कारण बन सकती हैं।
इस घटना के बाद उर्फी ने पुलिस में औपचारिक शिकायत दर्ज कराई है। उर्फी का कहना है कि अब वह खुद को सुरक्षित महसूस नहीं कर रही हैं। यह भावना सिर्फ उनकी नहीं, बल्कि उन तमाम महिलाओं की है, जो ऐसे अनुभवों से गुजर चुकी हैं या गुजर सकती हैं।
फैंस की चिंता और सोशल मीडिया की प्रतिक्रिया
जैसे ही उर्फी ने सोशल मीडिया पर इस घटना की जानकारी साझा की, फैंस की चिंता साफ नजर आई। कई लोगों ने उनकी सुरक्षा को लेकर सवाल उठाए, तो कई ने प्रशासन से सख्त कदम उठाने की मांग की।
सोशल मीडिया पर यह चर्चा भी तेज हो गई कि क्या सार्वजनिक जीवन जीने वाली महिलाओं की सुरक्षा के लिए पर्याप्त इंतजाम हैं या नहीं।