महाराष्ट्र के अमरावती जिले में हिंदू हृदयसम्राट बालासाहेब ठाकरे महामार्ग पर गैंट्री निर्माण के लिए तीन दिन यातायात रहेगा प्रभावित

Maharashtra Samruddhi Mahamarg Traffic: अमरावती में गैंट्री निर्माण के लिए तीन दिन यातायात व्यवस्था में बदलाव
Maharashtra Samruddhi Mahamarg Traffic: अमरावती में गैंट्री निर्माण के लिए तीन दिन यातायात व्यवस्था में बदलाव (File Photo)
महाराष्ट्र समृद्धि महामार्ग पर अमरावती जिले में 27 से 29 दिसंबर तक गैंट्री स्थापना का कार्य होगा। एमएसआरडीसी द्वारा धामणगांव और चांदूर रेलवे क्षेत्र में पांच चरणों में यह काम पूरा किया जाएगा। प्रत्येक चरण में संबंधित लेन 45 से 60 मिनट के लिए बंद रहेगी। यात्रियों से समय और वैकल्पिक मार्ग की योजना बनाने का अनुरोध किया गया है।
Updated:

महाराष्ट्र के अमरावती जिले में हिंदू हृदयसम्राट बालासाहेब ठाकरे महाराष्ट्र समृद्धि महामार्ग पर आधुनिक यातायात प्रबंधन व्यवस्था स्थापित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया जा रहा है। महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास महामंडल द्वारा धामणगांव रेलवे और चांदूर रेलवे क्षेत्र में हाईवे ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम के तहत गैंट्री स्थापना का महत्वपूर्ण कार्य 27 से 29 दिसंबर के बीच तीन दिनों में पूरा किया जाएगा। इस दौरान यात्रियों को यातायात व्यवस्था में कुछ बदलाव का सामना करना पड़ेगा।

गैंट्री स्थापना क्यों जरूरी है

आधुनिक समय में सड़क यातायात प्रबंधन के लिए तकनीकी सुविधाओं का होना बेहद आवश्यक है। गैंट्री प्रणाली एक ऐसी आधुनिक व्यवस्था है जो सड़क पर यात्रा करने वाले वाहनों की निगरानी, गति नियंत्रण और सुरक्षा सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इस प्रणाली के माध्यम से यातायात का बेहतर प्रबंधन किया जा सकता है और दुर्घटनाओं को रोकने में भी मदद मिलती है। हिंदू हृदयसम्राट बालासाहेब ठाकरे महाराष्ट्र समृद्धि महामार्ग पर इस प्रणाली की स्थापना से यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा दोनों में सुधार होगा।

महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास महामंडल लगातार इस एक्सप्रेसवे को और बेहतर बनाने के प्रयास कर रहा है। गैंट्री प्रणाली के जरिए टोल संग्रहण, वाहनों की गति पर नजर रखना और आपातकालीन स्थितियों में तुरंत कार्रवाई करना आसान हो जाएगा।

कार्य योजना और चरण

महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास महामंडल के अनुसार, यह कार्य पांच अलग-अलग चरणों में पूरा किया जाएगा। प्रत्येक चरण में कार्यस्थल के पास की लेन को 45 से 60 मिनट के लिए यातायात के लिए पूरी तरह बंद रखा जाएगा। हर चरण का काम खत्म होते ही उस लेन पर यातायात फिर से शुरू कर दिया जाएगा। इस व्यवस्था से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि यात्रियों को कम से कम परेशानी हो और साथ ही निर्माण कार्य भी सुरक्षित तरीके से पूरा हो सके।

पहला चरण – नगरगांवड़ी में मुंबई दिशा की लेन

27 दिसंबर को चेनेंज क्रमांक 104.080 और 105.050 पर स्थित नगरगांवड़ी क्षेत्र में मुंबई की तरफ जाने वाली लेन पर काम किया जाएगा। यह कार्य दोपहर 2 से 3 बजे के बीच या फिर 3 से 4 बजे के बीच किया जाएगा। इस दौरान इस लेन पर यातायात पूरी तरह बंद रहेगा।

दूसरा चरण – नगरगांवड़ी में नागपुर दिशा की लेन

28 दिसंबर को उसी नगरगांवड़ी क्षेत्र में चेनेंज क्रमांक 105.065 पर नागपुर की ओर जाने वाली लेन पर गैंट्री स्थापना का कार्य होगा। यह काम भी दोपहर 2 से 3 बजे या 3 से 4 बजे के बीच किया जाएगा और इस समय यातायात बंद रहेगा।

तीसरा और चौथा चरण – टिटवा क्षेत्र

29 दिसंबर को चेनेंज क्रमांक 120.300 पर टिटवा क्षेत्र में दोनों दिशाओं में काम किया जाएगा। सुबह 11 से 12 बजे या दोपहर 12 से 1 बजे के बीच नागपुर दिशा की लेन पर काम होगा। इसी दिन दोपहर 3 से 4 बजे या 4 से 5 बजे के बीच मुंबई दिशा की लेन पर निर्माण कार्य किया जाएगा।

यात्रियों के लिए सलाह

महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास महामंडल ने सभी यात्रियों से अनुरोध किया है कि वे इन तीन दिनों में इस मार्ग से यात्रा करते समय अतिरिक्त सावधानी बरतें। जिन यात्रियों को इसी मार्ग से गुजरना है, उन्हें निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए:

समय प्रबंधन

यात्रियों को अपनी यात्रा की योजना बनाते समय इन लेन बंद होने के समय को ध्यान में रखना चाहिए। यदि संभव हो तो उन समय अवधियों से बचते हुए यात्रा की योजना बनाएं जब निर्माण कार्य चल रहा होगा।

वैकल्पिक मार्ग

जिन यात्रियों के लिए समय महत्वपूर्ण है, वे वैकल्पिक मार्गों का उपयोग कर सकते हैं। स्थानीय प्रशासन और यातायात पुलिस द्वारा वैकल्पिक मार्गों पर उचित दिशा-निर्देश दिए जाएंगे।

यातायात नियमों का पालन

निर्माण कार्य के दौरान लगाए गए यातायात संकेतों और निर्देशों का सख्ती से पालन करें। कार्यस्थल के पास गति धीमी रखें और सुरक्षा कर्मियों के निर्देशों का पालन करें।

महाराष्ट्र समृद्धि महामार्ग का महत्व

हिंदू हृदयसम्राट बालासाहेब ठाकरे महाराष्ट्र समृद्धि महामार्ग राज्य की एक महत्वपूर्ण विकास परियोजना है। यह महामार्ग मुंबई और नागपुर को जोड़ता है और राज्य के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। इस मार्ग पर रोजाना हजारों वाहन यात्रा करते हैं, जिसमें निजी वाहनों के साथ-साथ व्यावसायिक वाहन भी शामिल हैं।

इस महामार्ग ने मुंबई से नागपुर की यात्रा के समय में काफी कमी की है। पहले जहां यह यात्रा 14 से 16 घंटे लगती थी, वहीं अब यह 8 से 10 घंटे में पूरी हो जाती है। इससे न केवल समय की बचत होती है बल्कि ईंधन की खपत में भी कमी आती है।

विकास कार्यों का क्रम

महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास महामंडल लगातार इस महामार्ग पर विभिन्न विकास और सुधार कार्य कर रहा है। गैंट्री स्थापना इसी श्रृंखला की एक महत्वपूर्ण कड़ी है। इससे पहले भी इस मार्ग पर सुरक्षा और सुविधा से जुड़े कई काम किए गए हैं।

आधुनिक तकनीक के उपयोग से इस महामार्ग को और अधिक सुरक्षित और सुविधाजनक बनाया जा रहा है। निगरानी कैमरे, आपातकालीन सेवाएं, और उन्नत यातायात प्रबंधन प्रणाली इस मार्ग की खासियत हैं।

जनसंपर्क और सूचना व्यवस्था

महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास महामंडल, मुंबई के जनसंपर्क अधिकारी ने यात्रियों को समय पर सूचित करने के लिए यह जानकारी जारी की है। महामंडल यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए सभी विकास कार्यों की जानकारी पहले से ही सार्वजनिक करता है ताकि लोग अपनी यात्रा की योजना बना सकें।

यात्री किसी भी समस्या या जानकारी के लिए महामंडल के हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क कर सकते हैं। कार्यस्थल पर भी सुरक्षा कर्मी और मार्गदर्शक मौजूद रहेंगे जो यात्रियों की मदद करेंगे।

हिंदू हृदयसम्राट बालासाहेब ठाकरे महाराष्ट्र समृद्धि महामार्ग पर गैंट्री स्थापना का यह कार्य राज्य के बुनियादी ढांचे को मजबूत बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। हालांकि इस दौरान यात्रियों को कुछ असुविधा हो सकती है, लेकिन यह अस्थायी है और दीर्घकालिक लाभ के लिए आवश्यक है। यात्रियों से अनुरोध है कि वे धैर्य बनाए रखें और यातायात नियमों का पालन करें। यह विकास कार्य पूरा होने के बाद इस मार्ग पर यात्रा और अधिक सुरक्षित और सुविधाजनक हो जाएगी।

Rashtra Bharat
Rashtra Bharat पर पढ़ें ताज़ा खेल, राजनीति, विश्व, मनोरंजन, धर्म और बिज़नेस की अपडेटेड हिंदी खबरें।

Asfi Shadab

एक लेखक, चिंतक और जागरूक सामाजिक कार्यकर्ता, जो खेल, राजनीति और वित्त की जटिलता को समझते हुए उनके बीच के रिश्तों पर निरंतर शोध और विश्लेषण करते हैं। जनसरोकारों से जुड़े मुद्दों को सरल, तर्कपूर्ण और प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत करने के लिए प्रतिबद्ध।