Mumbai Building Fire: मुंबई जैसे महानगर में ऊंची इमारतों में रहना अब आम बात हो गई है, लेकिन हर ऐसी घटना शहर को यह याद दिला जाती है कि सुरक्षा में जरा सी चूक कितनी बड़ी परेशानी खड़ी कर सकती है। गुरुवार सुबह अंधेरी वेस्ट के वीरा देसाई रोड स्थित सोरेंटो टावर में लगी आग भी कुछ ऐसी ही चेतावनी लेकर आई। सुबह करीब 10 बजे जब 23 मंजिला इस रिहायशी इमारत से धुएं के गुबार उठने लगे, तो आसपास के इलाके में अफरा-तफरी मच गई।
हालांकि राहत की बात यह रही कि दमकल विभाग और नगर निगम की तत्परता से एक बड़ा हादसा टल गया और इमारत में फंसे करीब 40 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। इस घटना में किसी के घायल होने की सूचना नहीं है,
सोरेंटो टावर में कैसे लगी आग
अधिकारियों के अनुसार, आग वीरा देसाई रोड पर कंट्री क्लब के पास स्थित सोरेंटो टावर में लगी। शुरुआती जानकारी में बताया गया कि आग इमारत के इलेक्ट्रिकल शॉफ्ट में फैली, जिससे 10वीं और 21वीं मंजिल के बीच वायरिंग, राउटर, डक्ट और कुछ जगहों पर लकड़ी के फर्नीचर को नुकसान पहुंचा।
हालांकि, आग का सही कारण अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है। जांच के बाद ही यह तय हो सकेगा कि यह तकनीकी खराबी थी या रखरखाव में लापरवाही का नतीजा।
धुआं देखकर घबराए लोग, सीढ़ियों से निकले बाहर
जब इमारत के भीतर धुआं फैलने लगा, तो कई फ्लैटों में रहने वाले लोग घबरा गए। लिफ्ट का इस्तेमाल बंद कर दिया गया था, ऐसे में लोगों को सीढ़ियों के सहारे नीचे उतरना पड़ा।
एक सिविक अधिकारी के मुताबिक, 16वीं मंजिल के रिफ्यूज एरिया से करीब 30 से 40 लोगों को सीढ़ियों के जरिए सुरक्षित निकाला गया। वहीं, 15वीं मंजिल के एक फ्लैट में फंसे एक महिला सहित तीन लोगों को ब्रीदिंग अपैरेटस की मदद से बाहर लाया गया।
दमकल विभाग की तत्परता ने बचाई जान
इस घटना में मुंबई फायर ब्रिगेड की भूमिका अहम रही। सूचना मिलते ही दमकल की कम से कम चार गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। आग पर काबू पाने के लिए आधुनिक उपकरणों का इस्तेमाल किया गया।
करीब डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद सुबह 11.37 बजे आग को पूरी तरह बुझा लिया गया। अधिकारियों का कहना है कि यदि थोड़ी भी देरी होती, तो आग ऊपरी मंजिलों तक फैल सकती थी, जिससे स्थिति गंभीर हो सकती थी।
कोई हताहत नहीं, लेकिन नुकसान का आकलन बाकी
आग की इस घटना में किसी के घायल होने या जान जाने की खबर नहीं है, जो इस पूरे मामले का सबसे सकारात्मक पहलू है। हालांकि, इमारत के भीतर इलेक्ट्रिकल सिस्टम और कुछ फ्लैटों को नुकसान पहुंचा है।
नगर निगम और फायर ब्रिगेड की टीम नुकसान का आकलन कर रही है। साथ ही यह भी देखा जा रहा है कि क्या इमारत में फायर सेफ्टी के सभी मानकों का पालन किया जा रहा था या नहीं।