Petrol-Diesel Price Today: हर सुबह की शुरुआत अब सिर्फ अखबार या चाय से नहीं होती, बल्कि पेट्रोल और डीजल की नई कीमतों को देखकर होती है। देश का हर नागरिक, चाहे वह नौकरीपेशा हो, व्यापारी हो या किसान, ईंधन के दामों से सीधे तौर पर जुड़ा हुआ है। ऑफिस जाने से लेकर सामान की ढुलाई तक, पेट्रोल-डीजल की कीमतें हमारे रोजमर्रा के खर्च और जीवनशैली को प्रभावित करती हैं।
देश की तेल विपणन कंपनियां हर दिन सुबह 6 बजे पेट्रोल और डीजल के ताजा रेट जारी करती हैं। ये दरें अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत, डॉलर के मुकाबले रुपये की स्थिति और घरेलू टैक्स ढांचे को ध्यान में रखकर तय की जाती हैं। सरकार की यह प्रणाली पारदर्शिता बनाए रखने के लिए लागू की गई है, ताकि उपभोक्ताओं को रोजाना सही और अपडेट जानकारी मिल सके।
आज 27 दिसंबर 2025 को भी देशभर में पेट्रोल-डीजल के दाम जारी कर दिए गए हैं। कई शहरों में कीमतें बीते दिनों जैसी ही बनी हुई हैं, जिससे आम आदमी को थोड़ी राहत जरूर महसूस हो रही है।
पेट्रोल-डीजल प्राइस टुडे: शहरों में क्या है हाल
दिल्ली से मुंबई तक कितना महंगा है ईंधन
राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में आज पेट्रोल 94.72 रुपये और डीजल 87.62 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है। वहीं आर्थिक राजधानी मुंबई में पेट्रोल 104.21 रुपये और डीजल 92.15 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच चुका है। महानगरों में टैक्स अधिक होने के कारण यहां कीमतें अपेक्षाकृत ज्यादा रहती हैं।
कोलकाता और चेन्नई में कीमतों की स्थिति
कोलकाता में आज पेट्रोल 103.94 रुपये और डीजल 90.76 रुपये प्रति लीटर है। चेन्नई में पेट्रोल 100.75 रुपये और डीजल 92.34 रुपये प्रति लीटर दर्ज किया गया है। इन शहरों में भी पिछले लंबे समय से कीमतों में कोई बड़ा बदलाव नहीं देखा गया है।
उत्तर भारत और मध्य भारत के रेट
लखनऊ में पेट्रोल 94.69 रुपये और डीजल 87.80 रुपये प्रति लीटर है। जयपुर में पेट्रोल 104.72 रुपये और डीजल 90.21 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है। चंडीगढ़ में आज पेट्रोल 94.30 रुपये और डीजल 82.45 रुपये प्रति लीटर है, जो अन्य शहरों की तुलना में कुछ सस्ता माना जा रहा है।
अन्य प्रमुख शहरों का हाल
पटना में पेट्रोल 105.58 रुपये और डीजल 93.80 रुपये प्रति लीटर है। बेंगलुरु में पेट्रोल 102.92 रुपये और डीजल 89.02 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है। हैदराबाद में पेट्रोल 107.46 रुपये और डीजल 95.70 रुपये प्रति लीटर के साथ देश के महंगे शहरों में शामिल है।
दो साल से स्थिर क्यों हैं पेट्रोल-डीजल के दाम
मई 2022 के बाद केंद्र सरकार और कई राज्य सरकारों ने पेट्रोल-डीजल पर लगने वाले टैक्स में कटौती की थी। इसके बाद से कीमतों में बड़ी बढ़ोतरी नहीं देखी गई। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम ऊपर-नीचे होते रहे, लेकिन सरकार ने घरेलू उपभोक्ताओं पर सीधा बोझ नहीं पड़ने दिया।
ईंधन की कीमतें किन कारकों पर निर्भर करती हैं
पेट्रोल और डीजल की कीमतें कई कारणों से तय होती हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें सबसे बड़ा कारक होती हैं। भारत अपनी जरूरत का अधिकांश कच्चा तेल आयात करता है। ऐसे में डॉलर के मुकाबले रुपये की स्थिति भी अहम भूमिका निभाती है। रुपया कमजोर होने पर ईंधन महंगा हो जाता है।
टैक्स और परिवहन लागत का असर
केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा लगाए गए एक्साइज ड्यूटी और वैट भी कीमतों को प्रभावित करते हैं। इसके अलावा रिफाइनरी से शहर तक ईंधन पहुंचाने की परिवहन लागत भी दामों में जुड़ती है। यही कारण है कि हर शहर में पेट्रोल-डीजल के रेट अलग-अलग होते हैं।
आम आदमी पर क्या है असर
ईंधन की कीमतें स्थिर रहने से महंगाई पर नियंत्रण में मदद मिलती है। सब्जियों की ढुलाई, सार्वजनिक परिवहन और रोजमर्रा की सेवाओं पर इसका सीधा असर पड़ता है। यदि पेट्रोल-डीजल महंगा होता है, तो हर चीज की कीमत बढ़ने लगती है।