New Year 2026 Rules: साल 2025 अब अपने अंतिम पड़ाव पर है और कुछ ही दिनों में देश नए साल 2026 में प्रवेश करेगा। हर नया साल अपने साथ उम्मीदें लाता है, लेकिन इसके साथ कई नए नियम और बदलाव भी लागू होते हैं, जो सीधे आम लोगों की जिंदगी और जेब पर असर डालते हैं। इस बार भी 1 जनवरी से कई ऐसे आर्थिक और प्रशासनिक नियम बदलने जा रहे हैं, जिनका प्रभाव घर के बजट से लेकर नौकरी, निवेश और रोजमर्रा की जरूरतों तक साफ दिखाई देगा।
पैन और आधार लिंक न होने पर बढ़ेगी परेशानी
पैन और आधार को लिंक करने की समयसीमा अब समाप्ति की ओर है। यदि दिसंबर के भीतर यह प्रक्रिया पूरी नहीं की गई, तो 1 जनवरी से पैन निष्क्रिय हो सकता है। निष्क्रिय पैन होने पर आयकर रिटर्न दाखिल करना, रिफंड प्राप्त करना और कई बैंकिंग सेवाओं का लाभ लेना मुश्किल हो जाएगा।
इसके अलावा, सरकारी योजनाओं और वित्तीय लेन-देन में भी अड़चन आ सकती है। इसलिए जिन लोगों ने अभी तक पैन-आधार लिंक नहीं कराया है, उनके लिए यह एक अहम चेतावनी है।
डिजिटल भुगतान और सिम नियम होंगे सख्त
डिजिटल फ्रॉड की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए सरकार और बैंकिंग संस्थान यूपीआई, सिम और मैसेजिंग प्लेटफॉर्म से जुड़े नियमों को और सख्त करने जा रहे हैं। 1 जनवरी से सिम वेरिफिकेशन की प्रक्रिया मजबूत की जाएगी, जिससे फर्जी नंबरों का इस्तेमाल कम किया जा सके।
व्हाट्सएप, टेलीग्राम और सिग्नल जैसे ऐप्स के जरिए होने वाले फ्रॉड पर भी नजर रखी जाएगी। आम उपभोक्ताओं को अपने मोबाइल नंबर और बैंक खातों की सुरक्षा को लेकर और सतर्क रहने की जरूरत होगी।
एफडी और लोन की दरों में बदलाव
नए साल की शुरुआत के साथ बैंकिंग सेक्टर में भी बदलाव देखने को मिलेगा। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, पंजाब नेशनल बैंक और एचडीएफसी बैंक जैसे बड़े बैंकों ने लोन की ब्याज दरों में कटौती की घोषणा की है, जो 1 जनवरी से प्रभावी होगी।
वहीं, फिक्स्ड डिपॉजिट की नई ब्याज दरें भी जनवरी से लागू हो सकती हैं। इसका असर उन लोगों पर पड़ेगा, जो निवेश की योजना बना रहे हैं या नया लोन लेने की सोच रहे हैं।
एलपीजी सिलेंडर के दाम फिर बदल सकते हैं
हर महीने की पहली तारीख को एलपीजी गैस सिलेंडर के दामों में बदलाव होता है और 1 जनवरी भी इससे अलग नहीं होगी। घरेलू और कमर्शियल दोनों तरह के सिलेंडरों की कीमतों में उतार-चढ़ाव संभव है।
दिसंबर में कमर्शियल गैस सिलेंडर के दाम में 10 रुपये की कटौती हुई थी, लेकिन नए साल में कीमतें बढ़ेंगी या घटेंगी, यह अंतरराष्ट्रीय बाजार और तेल कंपनियों के फैसले पर निर्भर करेगा।
सीएनजी, पीएनजी और जेट फ्यूल की कीमतें
एलपीजी के साथ-साथ सीएनजी, पीएनजी और विमान ईंधन यानी एटीएफ के दाम भी हर महीने संशोधित किए जाते हैं। 1 जनवरी से इनमें भी बदलाव की संभावना है।
एटीएफ की कीमतों में बदलाव का असर सीधे हवाई किराए पर पड़ता है, जबकि सीएनजी और पीएनजी की कीमतें आम लोगों के परिवहन और रसोई खर्च को प्रभावित करती हैं।
नए आयकर कानून की तैयारी
हालांकि नया आयकर कानून 1 जनवरी 2026 से पूरी तरह लागू नहीं होगा, लेकिन सरकार जनवरी तक नए इनकम टैक्स रिटर्न फॉर्म और नियमों को अधिसूचित कर सकती है। यह नया कानून मौजूदा आयकर अधिनियम, 1961 की जगह लेगा।
नए कानून का उद्देश्य टैक्स सिस्टम को सरल बनाना और प्रक्रियाओं को आसान करना है, ताकि करदाताओं को कम परेशानी हो।
आठवां वेतन आयोग चर्चा में
सरकारी कर्मचारियों के लिए एक बड़ी खबर यह है कि आठवां वेतन आयोग 1 जनवरी 2026 से प्रभावी माना जा सकता है। भले ही इसे लागू करने में समय लगे, लेकिन वेतन और पेंशन की गणना इसी तारीख से की जाएगी।
गौरतलब है कि सातवां वेतन आयोग 31 दिसंबर 2025 को समाप्त हो जाएगा, जिससे कर्मचारियों की उम्मीदें और बढ़ गई हैं।
किसानों के लिए नए नियम
कुछ राज्यों, खासकर उत्तर प्रदेश में किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ लेने के लिए यूनिक किसान आईडी अनिवार्य हो सकती है।
इसके अलावा, फसल बीमा योजना के तहत अब जंगली जानवरों से हुए नुकसान की रिपोर्ट यदि 72 घंटे के भीतर की जाए, तो उसे भी बीमा कवर में शामिल किया जा सकेगा।
वाहनों की कीमतें होंगी महंगी
नया साल वाहन खरीदने वालों के लिए थोड़ा महंगा साबित हो सकता है। कई ऑटोमोबाइल कंपनियों ने 1 जनवरी 2026 से गाड़ियों की कीमतों में बढ़ोतरी की घोषणा की है।
निसान, बीएमडब्ल्यू, एमजी मोटर, रेनॉल्ट और एथर एनर्जी जैसी कंपनियां दाम बढ़ाने जा रही हैं, जबकि टाटा मोटर्स और होंडा ने भी संकेत दिए हैं।