(लक्ष्मी जी की कृपा और धन की सुरक्षा के लिए) 

किस दिन/समय पर पैसे का लेन-देन (भुगतान, उधार, निवेश) न करें?

वास्तु शास्त्र में ऊर्जा, दिशा और समय का बड़ा महत्व है। सही समय/दिन पर लेन-देन करने से धन की वृद्धि होती है, और गलत समय पर नुकसान, रुकावट या धन की हानि हो सकती है।

ब्रह्म मुहूर्त में पैसे का लेन-देन न करें।

यह समय आध्यात्मिक कार्यों के लिए होता है और वास्तु के अनुसार आर्थिक लेन-देन के लिए अशुभ माना जाता है।

तुरंत सूर्योदय के बाद पैसे का लेन-देन करना शुभ नहीं।

ऐसा करने से धन स्थिर नहीं रहता, लक्ष्मी की कृपा कम हो सकती है।

सूर्यास्त के बाद बिल्कुल भी वित्तीय लेन-देन न करें।

शाम के बाद धन का लेन-देन करने से तरलता और लाभ में कमी आ सकती है।

गुरुवार को बड़े भुगतान/लोन देने-लेने से बचें।

धर्म/ज्योतिष मान्यता के अनुसार गुरुवार भगवान विष्णु व लक्ष्मी का दिन है — इस दिन पैसा देने से धन वापस न मिलने का संकेत माना जाता है।

अमावस्या या पंचक (विशेष काल) में वित्तीय निर्णय न लें।

ऐसे समय में धन, निवेश या उधार से जुड़े फैसले शुभ परिणाम नहीं देते।

रात में धन का लेन-देन, उधार या बड़ी खरीदारी न करें।

रात्री का समय वास्तु के अनुसार आर्थिक कार्यों के लिए अशुभ माना जाता है।

सूर्य निकलने के बाद कुछ समय (सुबह-दोपहर)

और दोपहर से सूर्यास्त से पहले का समय वास्तु में धन कार्यों के लिए शुभ माना गया है।

वास्तु के अनुसार धन के लिए घर में भी कुछ नियम हैं: - उत्तर दिशा को साफ रखें -  पानी का रिसाव तुरंत बंद करें -  टंगी हुई चीजें हटाएं ये सब धन के प्रवाह को सही बनाते हैं।

लेन-देन से पहले लक्ष्मी मंत्र का जाप या दीप जलाना शुभ माना जाता है। यह पैसा टिका रहने और सकारात्मक ऊर्जा के लिए सहायक इतिहासिक उपाय है। (वास्तु/धार्मिक मान्यता)

शुभ समय सुबह के मध्य भाग में वित्तीय कार्य सूर्यास्त से पहले अशुभ समय ब्रह्म मुहूर्त सूर्योदय के तुरंत बाद शाम/रात गुरुवार, अमावस्या/पंचक