कोलकाता में हथियारों की अवैध तस्करी और अपराध पर नियंत्रण के लिए पुलिस लगातार सक्रिय रहती है। इसी क्रम में कोलकाता पुलिस की विशेष कार्य बल यानी एसटीएफ ने बाबूघाट इलाके में एक बड़ी कार्रवाई की है। इस कार्रवाई में एसटीएफ की टीम ने दो संदिग्ध व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है जिनके पास से खतरनाक हथियार और बड़ी मात्रा में कारतूस बरामद हुए हैं। यह घटना शहर में बढ़ते अपराध और हथियारों की अवैध आवाजाही पर सवाल खड़े करती है।
एसटीएफ की बड़ी कार्रवाई
कोलकाता पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने गुप्त सूचना के आधार पर बाबूघाट इलाके में छापेमारी की। इस दौरान एसटीएफ अधिकारियों को दो संदिग्ध व्यक्ति मिले जिनके पास एक बैग था। जब पुलिस टीम ने उस बैग की तलाशी ली तो उसमें से कई खतरनाक सामान बरामद हुए। अधिकारियों के अनुसार यह एक योजनाबद्ध अभियान था जो खुफिया जानकारी के आधार पर चलाया गया था।
एसटीएफ की टीम ने दोनों संदिग्धों को मौके पर ही हिरासत में ले लिया और उनके बैग की पूरी तरह से जांच की। इस जांच में जो सामान मिला वह किसी भी सामान्य नागरिक के पास नहीं होना चाहिए। पुलिस का मानना है कि ये दोनों व्यक्ति किसी बड़ी आपराधिक योजना को अंजाम देने की तैयारी में थे।
बरामद सामानों की सूची
एसटीएफ अधिकारियों ने जब संदिग्धों के बैग की तलाशी ली तो उसमें से निम्नलिखित चीजें बरामद हुईं:
एक बाइक की चाबी जो संभवतः उनके फरार होने के लिए इस्तेमाल की जानी थी।
दो आग्नेयास्त्र यानी बंदूकें जो पूरी तरह से गैरकानूनी तरीके से रखी गई थीं।
बीस से बाईस कारतूस जो इन हथियारों में इस्तेमाल किए जा सकते थे।
685 रुपये नकद जो संभवतः उनके खर्च के लिए थे।
एक मोबाइल फोन जिसकी जांच से महत्वपूर्ण सुराग मिल सकते हैं।
पुलिस ने इन सभी सामानों को जब्त कर लिया है और इन्हें सबूत के तौर पर रखा गया है। फोरेंसिक जांच के लिए इन हथियारों को भेजा जाएगा ताकि यह पता लगाया जा सके कि ये कहां से आए हैं और क्या इनका इस्तेमाल पहले किसी अपराध में हुआ है।
संदिग्धों की पहचान पर सवाल
इस मामले में सबसे बड़ा सवाल यह है कि ये दोनों गिरफ्तार व्यक्ति कौन हैं और कहां के रहने वाले हैं। अभी तक पुलिस ने उनकी पहचान के बारे में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी है। एसटीएफ अधिकारियों का मानना है कि ये दोनों संभवतः बिहार या किसी अन्य राज्य से कोलकाता आए थे।
पुलिस को शक है कि ये लोग इन हथियारों को कहीं और ले जाने की कोशिश कर रहे थे। यह भी संभव है कि वे किसी बड़े हथियार तस्करी के गिरोह का हिस्सा हों। फिलहाल दोनों संदिग्धों से गहन पूछताछ की जा रही है ताकि पूरे मामले की सच्चाई सामने आ सके।
जारी है पूछताछ
गिरफ्तार दोनों व्यक्तियों से एसटीएफ अधिकारी लगातार पूछताछ कर रहे हैं। पुलिस जानना चाहती है कि ये हथियार कहां से आए, इनका इस्तेमाल किस काम के लिए होना था और क्या इनके पीछे कोई बड़ा गिरोह है।
अधिकारियों का कहना है कि प्रारंभिक पूछताछ में दोनों संदिग्ध साफ जवाब नहीं दे रहे हैं। वे अपनी बातों को बदल रहे हैं जिससे पुलिस को शक है कि वे कुछ छिपा रहे हैं। एसटीएफ टीम ने उनके मोबाइल फोन की जांच शुरू कर दी है जिससे उनके संपर्कों और योजनाओं के बारे में पता चल सके।
हथियारों की तस्करी पर चिंता
यह घटना एक बार फिर शहर में हथियारों की अवैध तस्करी की समस्या को सामने लाती है। कोलकाता जैसे बड़े शहर में हथियारों का अवैध परिवहन और उनका इस्तेमाल कानून व्यवस्था के लिए बड़ी चुनौती है।
पुलिस अधिकारियों का मानना है कि इन हथियारों का इस्तेमाल किसी गंभीर अपराध में होने की संभावना थी। समय रहते इन्हें पकड़ लेने से शायद किसी बड़ी घटना को रोका गया है। एसटीएफ की यह कार्रवाई शहर की सुरक्षा के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
पुलिस की मुस्तैदी
कोलकाता पुलिस की एसटीएफ लगातार ऐसे अपराधिक गतिविधियों पर नजर रखती है। खुफिया तंत्र के माध्यम से मिली जानकारी पर त्वरित कार्रवाई करना पुलिस की मुस्तैदी को दर्शाता है।
इस मामले में भी एसटीएफ ने सूचना मिलते ही कार्रवाई की और संदिग्धों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस का यह प्रयास शहर में अपराध नियंत्रण की दिशा में सकारात्मक कदम है।
आगे की जांच
पुलिस अब इस बात की जांच कर रही है कि ये हथियार कहां से आए और इनका असली मालिक कौन है। क्या ये किसी संगठित गिरोह का हिस्सा हैं या फिर कुछ स्थानीय अपराधियों के लिए काम कर रहे थे, यह भी जांच का विषय है।
एसटीएफ टीम ने बाइक की चाबी के आधार पर उस बाइक को भी ढूंढने का प्रयास शुरू कर दिया है। इससे मामले में और सुराग मिल सकते हैं। मोबाइल फोन की कॉल डिटेल्स और संदेशों की जांच से भी महत्वपूर्ण जानकारी मिलने की उम्मीद है।
समाज के लिए संदेश
यह घटना आम नागरिकों के लिए भी एक चेतावनी है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें। एसटीएफ की इस सफलता में भी खुफिया सूचना की अहम भूमिका रही है।
पुलिस अधिकारियों ने कहा है कि वे शहर में हथियारों की अवैध आवाजाही पर सख्ती से नजर रख रहे हैं और ऐसी किसी भी गतिविधि को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। आने वाले समय में इस तरह की कार्रवाई और तेज की जाएगी।
यह मामला अभी जांच के दौर में है और जैसे-जैसे पूछताछ आगे बढ़ेगी, नए खुलासे होने की संभावना है। कोलकाता पुलिस ने आश्वासन दिया है कि इस मामले की पूरी जांच की जाएगी और सभी दोषियों को कानून के कटघरे में लाया जाएगा।