नागपुर शहर में नए साल 2025 और आगामी नगर निगम चुनावों को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा को लेकर कड़े कदम उठाए हैं। नागपुर शहर पुलिस के परिमंडल क्रमांक-4 ने 27 दिसंबर से 30 दिसंबर 2025 के बीच एक विशेष अभियान चलाया, जिसमें अपराधियों और संदिग्ध गतिविधियों पर लगाम लगाने का काम किया गया। इस चार दिवसीय अभियान में कॉम्बिंग ऑपरेशन और नाकाबंदी के जरिए शहर के विभिन्न इलाकों में सघन जांच की गई।
यह अभियान विशेष रूप से हुडकेश्वर, नंदनवन, इमामवाड़ा, अजनी, सक्करदरा और बेलतरोडी थाना क्षेत्रों में चलाया गया। पुलिस ने प्रतिदिन शाम 7 बजे से रात 11 बजे तक गश्त और जांच का काम किया। इस दौरान कुल 149 संदिग्ध और आरोपी लोगों की जांच की गई और 193 संदिग्ध वाहनों को रोककर उनकी तलाशी ली गई।
अवैध हथियारों और शराब के खिलाफ सख्त कार्रवाई
पुलिस अभियान के दौरान 4 अवैध हथियार जब्त किए गए। इसके साथ ही अवैध शराब की बिक्री करने वाले 13 मामलों में कार्रवाई की गई। नशीले पदार्थों का सेवन करने से जुड़े 6 प्रकरणों में भी पुलिस ने सख्ती दिखाई। सार्वजनिक स्थानों पर शराब पीने के कुल 53 मामले पकड़े गए, जिनमें कानूनी कार्रवाई की गई।
इसके अलावा जुआ खेलने के 2 मामलों का भी भंडाफोड़ किया गया। एक तड़ीपार आरोपी के खिलाफ भी कार्रवाई की गई, जो शहर में अपराध करने के बाद फरार था। शराब पीकर वाहन चलाने के 13 मामलों में भी पुलिस ने कड़ी कार्रवाई की, जिससे सड़क सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

विशेष अभियान की योजना और क्रियान्वयन
इस विशेष अभियान को सफल बनाने के लिए पुलिस प्रशासन ने एक मजबूत टीम तैयार की थी। पुलिस उपायुक्त परिमंडल-4 के नेतृत्व में 1 सहायक पुलिस आयुक्त, 3 पुलिस निरीक्षक, 10 अधिकारी और 50 पुलिसकर्मी इस अभियान में तैनात किए गए थे। सभी थाना क्षेत्रों में एक साथ समन्वित तरीके से यह अभियान चलाया गया।
पुलिस ने विशेष रूप से उन इलाकों पर ध्यान केंद्रित किया जहां पहले अपराध की घटनाएं हो चुकी हैं या जहां अपराधिक गतिविधियों की आशंका ज्यादा है। नाकाबंदी के दौरान हर वाहन की जांच की गई और संदिग्ध लोगों से पूछताछ की गई।
नागरिक सुरक्षा को प्राथमिकता
नए साल के मौके पर शहर में भीड़ बढ़ने और नगर निगम चुनावों के कारण कानून व्यवस्था की संभावित चुनौतियों को देखते हुए यह अभियान शुरू किया गया था। पुलिस प्रशासन का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि नागरिक सुरक्षित महसूस करें और किसी भी तरह की आपराधिक गतिविधि को बढ़ावा न मिले।
नागपुर पुलिस ने स्पष्ट किया है कि अवैध शराब, मादक पदार्थ, अवैध हथियार और किसी भी तरह की आपराधिक प्रवृत्तियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई गई है। जो भी कानून तोड़ने की कोशिश करेगा, उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
चुनावी माहौल में शांति बनाए रखने की तैयारी
आगामी नगर निगम चुनावों को देखते हुए पुलिस ने यह सुनिश्चित करने का संकल्प लिया है कि शहर में शांति और सुरक्षा बनी रहे। चुनाव के समय अक्सर विवाद और छोटी-मोटी झड़पों की घटनाएं होती हैं, इसलिए पुलिस ने पहले से ही सतर्कता बरतनी शुरू कर दी है।
पुलिस अधिकारियों ने कहा कि संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखने के लिए गश्त की संख्या बढ़ाई जाएगी। साथ ही, मतदान केंद्रों के आसपास विशेष सुरक्षा व्यवस्था की जाएगी ताकि कोई भी अवांछित घटना न हो।
आम जनता के लिए अपील
नागपुर पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि या व्यक्ति की जानकारी तुरंत पुलिस को दें। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि सूचना देने वाले की पहचान गुप्त रखी जाएगी।
नागरिकों को सलाह दी गई है कि वे सार्वजनिक स्थानों पर शराब न पिएं और न ही नशीले पदार्थों का सेवन करें। वाहन चलाते समय शराब का सेवन बिल्कुल न करें क्योंकि इससे जान का खतरा होता है।
निरंतर निगरानी का संकल्प
पुलिस ने स्पष्ट किया है कि यह अभियान केवल चार दिन तक सीमित नहीं रहेगा। नागरिकों की सुरक्षा में बाधा डालने वाले अपराधियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई निरंतर जारी रहेगी। विशेष रूप से नए साल और चुनाव के समय तक पुलिस अतिरिक्त सतर्कता बरतेगी।
शहर के विभिन्न हिस्सों में सीसीटीवी कैमरे और गश्ती दल तैनात किए गए हैं। पुलिस कंट्रोल रूम भी 24 घंटे सक्रिय है ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत कार्रवाई की जा सके।
अभियान के सकारात्मक परिणाम
इस चार दिवसीय अभियान के परिणाम बेहद सकारात्मक रहे हैं। बड़ी संख्या में अवैध गतिविधियों को रोका गया और अपराधियों को गिरफ्तार किया गया। इससे शहर में कानून व्यवस्था मजबूत हुई है और नागरिकों में सुरक्षा की भावना बढ़ी है।
पुलिस अधिकारियों ने कहा कि आने वाले दिनों में भी ऐसे अभियान जारी रहेंगे। नागपुर पुलिस नागरिकों की सुरक्षा के लिए सदैव सतर्क और तैयार है।
नागपुर शहर की जनता ने भी पुलिस के इस प्रयास की सराहना की है। उन्होंने कहा कि ऐसी कार्रवाइयों से उन्हें सुरक्षित महसूस होता है और अपराधियों में डर पैदा होता है।