ChandraGrahan 2025: साल 2025 का आख़िरी चंद्र ग्रहण इस बार 7 सितंबर को लगने जा रहा है। खगोल विज्ञान की दृष्टि से यह एक महत्त्वपूर्ण खगोलीय घटना है, वहीं ज्योतिष शास्त्र मानता है कि इसका असर सीधे तौर पर बारहों राशियों पर पड़ता है। ग्रहण के दौरान चंद्रमा और पृथ्वी की स्थिति ऐसी होती है कि इसका प्रभाव मानसिक, शारीरिक और आध्यात्मिक स्तर पर दिखाई देता है।
किन राशियों को रहना होगा सतर्क
ChandraGrahan 2025: ज्योतिषाचार्यों का मानना है कि इस बार का चंद्र ग्रहण कुछ विशेष राशियों के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हो सकता है। कर्क, वृश्चिक और मकर राशि के जातकों को स्वास्थ्य संबंधी परेशानी और मानसिक अस्थिरता का सामना करना पड़ सकता है।
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कर्क राशि: पाचन से जुड़ी समस्याएँ, बेचैनी और नींद न आने जैसी दिक़्क़तें हो सकती हैं।
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वृश्चिक राशि: मानसिक तनाव और ग़ुस्से की प्रवृत्ति बढ़ सकती है।
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मकर राशि: थकान, कमजोरी और काम में एकाग्रता की कमी अनुभव हो सकती है।
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इसके अलावा, मेष और कन्या राशि वाले लोग भी हल्की शारीरिक असुविधा जैसे सिरदर्द और थकान महसूस कर सकते हैं। विशेषज्ञों का सुझाव है कि इन राशियों के लोग प्रत्यक्ष रूप से चंद्र ग्रहण न देखें।
ChandraGrahan 2025: ग्रहण काल में क्या करें और क्या न करें
ग्रहण के दौरान धार्मिक दृष्टिकोण से कई सावधानियों का पालन करने की परंपरा है। माना जाता है कि इस समय मंत्र-जप और ध्यान करना मन को स्थिर करता है और नकारात्मक असर को कम करता है।
ग्रहण समाप्त होने के बाद स्नान कर भगवान विष्णु को तुलसी पत्र अर्पित करना शुभ माना गया है। इसके अलावा, गाय को हरा चारा और पक्षियों को अनाज खिलाने से भी ग्रहण दोष कम होने की मान्यता है।
स्वास्थ्य की दृष्टि से भी विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि ग्रहण काल में उपवास रखना लाभकारी हो सकता है। ग्रहण समाप्त होने पर हल्का और सुपाच्य भोजन करना उचित माना जाता है।
निष्कर्ष
ChandraGrahan 2025: 7 सितंबर 2025 का चंद्र ग्रहण एक ओर वैज्ञानिक दृष्टि से रोमांचक घटना होगी, वहीं दूसरी ओर ज्योतिषीय रूप से यह कई राशियों के लिए परीक्षा का समय भी है। विशेषकर कर्क, वृश्चिक और मकर राशि के जातकों को इस दौरान संयम और सतर्कता बरतने की ज़रूरत है। सही उपाय और सकारात्मक सोच के साथ इस ग्रहण के असर को संतुलित किया जा सकता है।