मुंबई, 15 सितम्बर : Maharashtra New Governor, महाराष्ट्र की राजनीति में आज एक नया अध्याय जुड़ा जब गुजरात के राज्यपाल रहे Acharya Devvrat ने महाराष्ट्र के 22वें राज्यपाल के रूप में शपथ ली। मुंबई के राजभवन के दरबार हॉल में हुए इस भव्य शपथग्रहण समारोह में प्रशासनिक अनुशासन और गरिमा का विशेष ध्यान रखा गया।
संस्कृत में लिया शपथ
Maharashtra New Governor: शपथ ग्रहण का सबसे खास पहलू यह रहा कि Acharya Devvrat ने संस्कृत भाषा में शपथ लेकर परंपरा और भारतीय संस्कृति के प्रति अपनी गहरी आस्था का परिचय दिया। बॉम्बे हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश श्री चंद्रशेखर ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।

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समारोह में रही प्रमुख हस्तियों की मौजूदगी
इस ऐतिहासिक अवसर पर राज्य के मुख्यमंत्री Devendra Fadnavis और उपमुख्यमंत्री Eknath Shinde ने पुष्पगुच्छ देकर नए राज्यपाल का स्वागत किया। इसके अलावा विधानपरिषद सभापति राम शिंदे, विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर, उपसभापति डॉ. नीलम गोरे, मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा, बाबासाहेब पाटील और माणिकराव कोकाटे जैसे वरिष्ठ नेता भी कार्यक्रम का हिस्सा बने।
राज्य के मुख्य सचिव राजेश कुमार ने राष्ट्रपति Droupadi Murmu द्वारा जारी अधिसूचना को औपचारिक रूप से पढ़कर सुनाया। कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रगीत और राज्यगीत से हुई और समापन भी राष्ट्रगीत के साथ हुआ। भारतीय नौसेना ने नए राज्यपाल को मानवंदना दी, जिससे वातावरण और भी गरिमामय हो गया।

आचार्य देवव्रत का जीवन परिचय
Acharya Devvrat का जन्म 18 जनवरी 1959 को हुआ था। वे शिक्षा और संस्कृति से गहराई से जुड़े रहे हैं। उन्होंने इतिहास और हिंदी में स्नातकोत्तर, बी.एड., योगशास्त्र में डिप्लोमा तथा प्राकृतिक चिकित्सा व योगिक साइंस में डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की है।
राज्यपाल के तौर पर हिमाचल प्रदेश और गुजरात में सेवा देते हुए उन्होंने कई सामाजिक और सांस्कृतिक अभियानों को आगे बढ़ाया। प्राकृतिक खेती, गोसंवर्धन, Beti Bachao-Beti Padhao, व्यसनमुक्ति और पर्यावरण संरक्षण जैसे विषयों पर उन्होंने उल्लेखनीय कार्य किया है।
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भारतीय संस्कृति से गहरा जुड़ाव
उनकी विशेष रुचि वैदिक जीवनशैली, योग और भारतीय संस्कृति को आगे बढ़ाने में है। युवाओं में नैतिक मूल्यों के प्रसार, गुरुकुल परंपरा के विकास और ग्रामीण भारत की सेवा उनके कार्यों का महत्वपूर्ण हिस्सा रहा है। वे साहित्य लेखन में भी सक्रिय रहे हैं और भारतीय संस्कृति को विश्व पटल पर प्रतिष्ठित करने के लिए हमेशा प्रयासरत रहे हैं।
महाराष्ट्र में नई ऊर्जा की उम्मीद
राज्यपाल का पद भले ही संवैधानिक हो, लेकिन इसकी भूमिका राज्य की राजनीति और सामाजिक ताने-बाने में अहम रहती है। ऐसे में महाराष्ट्र की जनता को उम्मीद है कि Acharya Devvrat अपने अनुभव और सामाजिक सरोकारों से राज्य को नई दिशा देंगे। प्राकृतिक खेती और पर्यावरण संरक्षण जैसे उनके पूर्व कार्य महाराष्ट्र के ग्रामीण क्षेत्रों में नई ऊर्जा भर सकते हैं।
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राजनीतिक महत्व
यह शपथग्रहण समारोह ऐसे समय में हुआ है जब महाराष्ट्र की राजनीति लगातार गतिशील और संवेदनशील मोड़ पर है। विभिन्न राजनीतिक दलों की गतिविधियों और आगामी चुनावी समीकरणों के बीच राज्यपाल की भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो जाती है। Devendra Fadnavis और Eknath Shinde की मौजूदगी ने इस अवसर को और खास बना दिया।