Bihar Prohibition Policy News: बिहार सरकार द्वारा लागू की गई Prohibition Policy यानी शराबबंदी कानून एक बार फिर सवालों के घेरे में है। सीवान जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के जम सिकड़ी गांव में हुई ताजा घटना ने यह साफ कर दिया है कि शराबबंदी की सख्ती के बावजूद illegal liquor trade in Bihar अब भी पूरी ताकत से फल-फूल रहा है।
Bihar Prohibition Policy News: वारदात की शुरुआत
मिली जानकारी के अनुसार, सोमवार सुबह यूपी से एक सफेद Scorpio में शराब की बड़ी खेप लाई जा रही थी। पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि यह गाड़ी सीवान के रास्ते से गुजरने वाली है। जैसे ही मुफस्सिल थाना पुलिस ने गाड़ी का पीछा किया, तस्कर वाहन को तेज़ी से भगाने लगे। पीछा तेज़ होते ही स्कॉर्पियो अनियंत्रित होकर पानी से भरे एक गड्ढे में जा गिरी। मौके का फायदा उठाकर तस्कर अंधेरे का सहारा लेकर भाग निकले।
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ग्रामीणों की भीड़ और शराब लूट
Bihar Prohibition Policy News: गाड़ी के दुर्घटनाग्रस्त होते ही आसपास के ग्रामीण मौके पर पहुंच गए। जब उन्हें पता चला कि गाड़ी में शराब की खेप है, तो उन्होंने उसे चारों ओर से घेर लिया। इसके बाद शराब की पेटियों को लूटने की होड़ मच गई। सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि लोग शराब की बोतलों को गाड़ी से निकालकर भाग रहे हैं।
यह नजारा देखकर यह कहना गलत नहीं होगा कि शराबबंदी कानून केवल कागजों पर ही सख्त है, जमीनी हकीकत इससे बिल्कुल अलग है।
पुलिस की कार्रवाई
घटना की जानकारी मिलने के बाद मुफस्सिल थाना पुलिस तुरंत मौके पर पहुँची। लेकिन तब तक गाड़ी लगभग खाली हो चुकी थी। पुलिस को केवल दो कार्टून शराब ही बरामद हो सके। अधिकारियों ने कहा कि वीडियो फुटेज के आधार पर भीड़ में शामिल लोगों और शराब तस्करों की पहचान की जा रही है। जल्द ही गिरफ्तारी की जाएगी।
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शराबबंदी पर सवाल
Bihar Prohibition Policy News: बिहार में अप्रैल 2016 से लागू Liquor Ban in Bihar को लेकर सरकार लगातार यह दावा करती रही है कि इससे अपराध में कमी आई है और समाज पर सकारात्मक असर पड़ा है। लेकिन इस तरह की घटनाएं दिखाती हैं कि शराबबंदी कानून की जमीनी हकीकत कुछ और है।
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अवैध तस्करी खुलेआम हो रही है।
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शराबबंदी के बावजूद शराब आसानी से उपलब्ध है।
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ग्रामीण और शहरी दोनों इलाकों में underground liquor network सक्रिय है।
विशेषज्ञों का कहना है कि जब तक वैकल्पिक रोजगार, सामाजिक जागरूकता और पुलिस की सख्त निगरानी नहीं बढ़ाई जाएगी, तब तक इस तरह की घटनाएं होती रहेंगी।
स्थानीय प्रतिक्रिया
Bihar Prohibition Policy News: घटना के वायरल होने के बाद इलाके में तरह-तरह की चर्चाएँ हैं। कई लोगों का कहना है कि यह शराबबंदी कानून के खोखलेपन को उजागर करता है। वहीं कुछ लोग इसे सरकार की नाकामी मान रहे हैं। ग्रामीणों में यह चर्चा भी है कि पुलिस अक्सर छोटे-छोटे मामलों में कार्रवाई करती है, लेकिन बड़े तस्कर और नेटवर्क बच निकलते हैं।
प्रशासन का रुख
Bihar Prohibition Policy News: सीवान पुलिस का कहना है कि घटना में शामिल सभी लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। भीड़ से शराब लूटने वालों की पहचान कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही तस्करी में इस्तेमाल वाहन की जब्ती कर जांच को आगे बढ़ाया जा रहा है।
निष्कर्ष
सीवान की यह घटना बिहार सरकार के लिए बड़ा सबक है। Bihar Prohibition Law की वास्तविकता उजागर करने वाले इस वीडियो ने साबित कर दिया है कि कानून को सख्ती से लागू करने के लिए केवल पुलिसिया कार्रवाई काफी नहीं है। जब तक समाज खुद जागरूक नहीं होगा और प्रशासनिक स्तर पर पारदर्शिता नहीं बढ़ेगी, तब तक शराबबंदी महज़ एक अधूरा सपना ही बनी रहेगी।