नई दिल्ली, 18 सितम्बर:
केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने गुरुवार को नव-निर्वाचित उपराष्ट्रपति सी.पी. राधाकृष्णन (C.P. Radhakrishnan) से मुलाकात की। इस सौजन्य भेंट के दौरान चिराग पासवान ने उन्हें Historic Victory पर हार्दिक बधाई दी और इसे देश के लोकतांत्रिक मूल्यों एवं जनता के विश्वास की जीत बताया।
वेब स्टोरी:
लोकतांत्रिक मूल्यों की जीत
चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने कहा कि उपराष्ट्रपति का यह चुनाव भारत के लोकतांत्रिक ताने-बाने की मजबूती और जनता के विश्वास का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि “सी.पी. राधाकृष्णन की ऐतिहासिक जीत यह संदेश देती है कि भारत में लोकतंत्र आज भी उतना ही प्रासंगिक और मज़बूत है जितना संविधान निर्माताओं ने कल्पना की थी।”

कुशल नेतृत्व पर विश्वास
C.P. Radhakrishnan: इस मुलाकात के दौरान चिराग पासवान ने भरोसा जताया कि उपराष्ट्रपति राधाकृष्णन के strong leadership में भारतीय लोकतांत्रिक परंपराएं और भी सुदृढ़ होंगी। उन्होंने कहा कि राधाकृष्णन का लंबा राजनीतिक अनुभव, गहरी समझ और संवैधानिक मूल्यों के प्रति समर्पण संसद की कार्यप्रणाली और लोकतांत्रिक संस्थाओं को नई ऊँचाइयों तक ले जाएगा।
युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा
Chirag Paswan News: चिराग पासवान ने विशेष रूप से देश की young generation का ज़िक्र करते हुए कहा कि उपराष्ट्रपति का मार्गदर्शन युवा समाज को राष्ट्र निर्माण में सक्रिय योगदान देने के लिए प्रेरित करेगा। उन्होंने कहा, “भारत की युवा शक्ति लोकतांत्रिक संस्थाओं को और सशक्त बनाने में बड़ी भूमिका निभाएगी और उपराष्ट्रपति का नेतृत्व इसमें मार्गदर्शक साबित होगा।”
LJP (Ramvilas) का संदेश
इस मौके पर चिराग पासवान ने उपराष्ट्रपति को लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) की ओर से शुभकामनाओं का संदेश भी सौंपा। उन्होंने कहा कि पार्टी हमेशा से लोकतांत्रिक परंपराओं को मज़बूत करने के प्रयासों में सहयोग करती रही है और आगे भी इसी संकल्प के साथ कार्य करती रहेगी।
C.P. Radhakrishnan: सकारात्मक संवाद का प्रतीक
Chirag Paswan News: पार्टी के प्रदेश मीडिया प्रभारी कुंदन कुमार ने बताया कि यह मुलाकात पूरी तरह सौहार्द और सकारात्मक संवाद का प्रतीक रही। उन्होंने कहा कि चिराग पासवान और उपराष्ट्रपति के बीच हुई बातचीत भविष्य के लोकतांत्रिक विमर्श और संसद की कार्यशैली को नई दिशा दे सकती है।
राजनीतिक महत्व
विश्लेषकों का मानना है कि चिराग पासवान की यह मुलाकात महज़ औपचारिकता नहीं, बल्कि आने वाले दिनों में राजनीतिक समीकरणों पर भी असर डाल सकती है। एक युवा नेता के रूप में चिराग का लोकतांत्रिक संस्थाओं और संवैधानिक मूल्यों पर ज़ोर देना उनके नेतृत्व को अलग पहचान देता है।