बिहार सरकार ने इस साल होने वाले Durga Puja 2025 के सफल एवं शांतिपूर्ण आयोजन को लेकर कमर कस ली है। मुख्यमंत्री सचिवालय विभाग के अंतर्गत मुख्य सचिव Pratyaya Amrit की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय बैठक आयोजित की गई, जिसमें राज्य के सभी जिलाधिकारियों, पुलिस अधीक्षकों, डीआईजी, आईजी, प्रमंडलीय आयुक्तों एवं रेलवे एसपी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हिस्सा लिया।
इस बैठक का मुख्य उद्देश्य था – त्योहार के दौरान law and order को सख्ती से बनाए रखना, भीड़ प्रबंधन करना और किसी भी प्रकार के साम्प्रदायिक तनाव को रोकना। मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि इस बार आयोजन में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिए और हर जिले में प्रशासन को चौकन्ना रहना होगा।
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सुरक्षा और व्यवस्था पर विशेष ज़ोर
बैठक में बताया गया कि पिछले वर्ष राज्यभर में लगभग 16,000 मूर्तियाँ स्थापित की गई थीं। इस वर्ष भी आयोजकों के लिए idol installation license अनिवार्य रहेगा। मूर्ति स्थापना स्थल का निरीक्षण स्वयं जिलाधिकारी और एसपी करेंगे, ताकि कोई भी विवादास्पद स्थिति उत्पन्न न हो।
हर पूजा पंडाल में CCTV cameras लगाए जाएंगे। इसके अलावा पुलिस बल, फायर ब्रिगेड, एम्बुलेंस और अन्य आपातकालीन सेवाएँ 24 घंटे उपलब्ध रहेंगी। स्थानीय थाना अध्यक्ष की अगुवाई में पर्याप्त संख्या में पुलिस बल तैनात रहेगा। मुख्य सचिव ने साफ कहा कि ध्वनि विस्तारक यंत्रों और डीजे पर नियंत्रण जरूरी है, क्योंकि अनियंत्रित शोरगुल अक्सर विवाद की जड़ बनता है।

पुलिस बल को आधुनिक उपकरण
बैठक में निर्णय लिया गया कि पुलिस बल को full body protector, हेलमेट और night vision devices उपलब्ध कराए जाएंगे। खासकर नेपाल सीमा से सटे जिलों में अतिरिक्त चौकसी बरतने के निर्देश दिए गए हैं। हाल ही में नेपाल में हुई घटनाओं को देखते हुए सीमा पर सतर्कता बेहद जरूरी मानी जा रही है।
सोशल मीडिया मॉनिटरिंग
त्योहार के दौरान सोशल मीडिया पर monitoring को लेकर भी खास निर्देश दिए गए। मुख्य सचिव ने कहा कि यदि कोई भड़काऊ पोस्ट या आपत्तिजनक टिप्पणी सामने आती है तो तुरंत थाने को सूचित किया जाए। पुलिस की साइबर टीम इस पर विशेष निगरानी रखेगी ताकि अफवाह फैलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जा सके।
शांति समिति की बैठकें
हर जिले में शांति समिति की बैठक कराई जाएगी, जिसमें नए और युवा सदस्यों को शामिल किया जाएगा। इसका मकसद समाज में भाईचारा और सौहार्द का संदेश फैलाना है। मुख्य सचिव ने अधिकारियों से कहा कि वे संवेदनशीलता और सजगता के साथ कार्य करें ताकि Durga Puja 2025 भव्य और शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो सके।
मूर्ति विसर्जन पर कड़े नियम
पिछले वर्षों में विसर्जन के दौरान मांस फेंकने और पत्थरबाज़ी जैसी घटनाएँ हुई थीं। इस बार ऐसे विवादों से बचने के लिए भौतिक सत्यापन अनिवार्य किया गया है। जिन समूहों ने लाइसेंस लिया होगा, उन्हीं के सदस्य विसर्जन में शामिल होंगे। साथ ही हर विसर्जन जुलूस की videography कराना भी अनिवार्य किया गया है।
बैठक में शामिल अधिकारी
इस उच्च स्तरीय बैठक में मुख्य सचिव के साथ-साथ DGP Vinay Kumar, ADG Kundan Krishnan, और विशेष सचिव K. Suhita Anupam भी मौजूद रहीं। सभी अधिकारियों ने एकमत होकर कहा कि राज्य की जनता की सुरक्षा सर्वोपरि है और इसके लिए कोई भी समझौता नहीं होगा।
वेब स्टोरी:
नया पैराग्राफ़
मुख्य सचिव ने कहा कि इस बार Smart Surveillance System के तहत ड्रोन कैमरे और कंट्रोल रूम से लाइव मॉनिटरिंग की जाएगी। महिलाओं की सुरक्षा पर ज़ोर देते हुए महिला पुलिस बल की तैनाती भी होगी।
निष्कर्ष
बिहार सरकार की यह तैयारी इस बात का संकेत है कि प्रशासन ने इस बार Durga Puja 2025 के आयोजन को लेकर व्यापक रणनीति बनाई है। सोशल मीडिया से लेकर idol immersion तक, हर पहलू पर सतर्कता और पारदर्शिता बरती जाएगी। सरकार और प्रशासन का लक्ष्य है कि इस साल का दुर्गा पूजा उत्सव न केवल भव्य और धार्मिक उत्साह से परिपूर्ण हो, बल्कि पूरी तरह शांतिपूर्ण और सुरक्षित भी रहे।