Nityanand Rai Muzaffarpur Mahagathbandhan
Bihar Election 2025 नजदीक आते ही political heat बढ़ता जा रहा है, और Nityanand Rai Muzaffarpur ने Mahagathbandhan पर एक बार फिर तीखा हमला किया है। शनिवार को केंद्रीय गृह राज्य मंत्री ने Kudhani प्रखंड स्थित Kerma गांव में आयोजित NDA कार्यकर्ता सम्मेलन में विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए ‘धर्मयुद्ध’ की घोषणा की।
राय ने Mahagathbandhan का नाम लिए बिना कहा, “यह chharaa-chori और alkatra घोटाले वाले लोग धर्म क्या जानें।” उन्होंने कहा कि गरीबों की भलाई, युवाओं को रोजगार, महिलाओं की सुरक्षा, मुफ्त इलाज, हर घर जल, अच्छी सड़कों और किसानों को आर्थिक सहायता देना ही असली धर्म है।
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Nityanand Rai Muzaffarpur के भाषण में Namo Shetkari Yojana और अन्य welfare schemes का ज़िक्र किया गया, जो NDA की प्राथमिकताओं में शामिल हैं। उन्होंने कहा, “माँ-बहनों की रक्षा करना धर्म है, युवाओं को रोजगार देना धर्म है, गरीबों को भूखा नहीं रहने देना धर्म है, किसी बीमार का मुफ्त इलाज कराना धर्म है, किसानों के खाते में हर साल 6,000 रुपये पहुंचाना धर्म है और घर-घर शौचालय बनाना धर्म है।”
राय ने प्रधानमंत्री Narendra Modi और मुख्यमंत्री Nitish Kumar की योजनाओं को ‘सच्चे धर्म’ का प्रतीक बताते हुए कहा कि यही नेतृत्व बिहार को विकास की राह पर आगे ले जा रहा है। उन्होंने विशेष रूप से Namo Shetkari Yojana और घर-घर जल परियोजना का ज़िक्र करते हुए कहा कि ये योजनाएं आम जनता के welfare के लिए बनाई गई हैं।
इस सम्मेलन में Nityanand Rai Muzaffarpur के तेवर ने चुनावी माहौल और गरमा दिया है। Political analysts का कहना है कि Mahagathbandhan को इस बयान पर जवाब देना होगा, क्योंकि यह सीधे जनता के welfare और भ्रष्टाचार के मुद्दे से जुड़ा है।
Bihar में आगामी चुनाव में किसान, महिला और युवा वर्ग की सोच अहम मानी जा रही है। राय ने स्पष्ट किया कि धर्म का मतलब केवल धार्मिक कृत्यों तक सीमित नहीं है, बल्कि समाज की भलाई और विकास के प्रयास भी धर्म की श्रेणी में आते हैं। उन्होंने कहा कि Mahagathbandhan के नेता सिर्फ आरोप लगाने और घोटालों में उलझे हैं, जबकि NDA सरकार ground-level पर practical काम कर रही है।
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Political observers के अनुसार, Nityanand Rai Muzaffarpur जैसे key districts में ऐसे statements का voters पर बड़ा असर पड़ सकता है। उन्होंने repeatedly Mahagathbandhan के भ्रष्टाचार और inefficiency पर जोर दिया और NDA की transparency और accountability को highlight किया।
Election analysts का कहना है कि Bihar Election 2025 में religious rhetoric और welfare-focused statements दोनों का मिलाजुला असर दिखेगा। Muzaffarpur जैसे districts में NDA ने किसान और महिला voters को सीधे target किया है। Nityanand Rai Muzaffarpur की इस रणनीति से उम्मीद है कि जनता को welfare और development-focused leadership का संदेश साफ़ जाएगा।